Prayagraj: सीनियर्स या प्रेमिका! डॉक्टर की मौत के खुले कई बड़े राज, हैरान कर देगी कहानी
Prayagraj News: मृतक डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव की बहन डॉ. अदिति श्रीवास्तव ने तीन डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। इसके साथ ही उन्होंने सीनियर पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एमएस छात्र डॉ. कार्तिकेय श्रीवास्तव की संदिग्ध मौत में अब नए मोड़ सामने आ रहे हैं। डॉक्टर का शव उसके कार में मिला था। इस मामले में मृतक की बहन डॉ. अदिति श्रीवास्तव ने एफआईआर दर्ज कराया है। तीन डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही उन्होंने कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने इस मामले में रैगिंग और प्रेम संबंध के चलते हत्या करने का आरोप लगाया है। मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है। पूरी जांच के बाद ही सच पता चल सकेगा।
तीन डॉक्टरों के खिलाफ FIR
मृतक डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव की बहन डॉ. अदिति श्रीवास्तव ने तीन डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। पुलिस उपायुक्त के अनुसार अदिति के शिकायत पर एसआरएन अस्पताल के डॉ. शिवम गुप्ता, डॉ. सचिन यादव और डॉ. अनामिका के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। तीनों के खिलाफ बीएनएस की धारा 103 (हत्या) के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने एक सीनियर डॉक्टर पर मानसिक और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है।
सीनियर पर रैगिंग का आरोप
एफआईआर के अनुसार कार्तिकेय जूनियार रेजिडेंट था। FIR में सीनियर शिवम गुप्ता मानसिक और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया गया है। इस मामले को लेकर कार्तिकेय ने एसोसिएट प्रोफेसर (ऑर्थोपेडिक्स) सचिन यादव से कई बार शिकायत भी की थी। मगर उन्होंने कोई कार्रवाई करने की जगह कार्तिकेय को ही सजा दी। दर्ज की गई शिकायत के अनुसार एसोसिएट प्रोफेसर सचिन यादव को यह बात पता थी कि कार्तिकेय के पैर में समस्या है। इसके बाद भी उन्होंने कार्तिकेय को 36 से 48 घंटे तक खड़ा रखा।
महिला दोस्त ने बात करना बंद किया
इसके साथ ही उन्होंने शिकायत में एक लड़की का भी जिक्र किया। एफआईआर के अनुसार अनामिका जूनियर रेजिडेंट (नेत्र रोग) है। वह पिछले एक साल से कार्तिकेय की अच्छी दोस्त थी। दोनों की बात भी होती थी। कार्तिकेय ने शोषण के बारे में उसे भी बताया था। मगर तब अनामिका ने कहा कि अब वह किसी और के साथ है। जानकारी के अनुसार इसके बाद कार्तिकेय ने उसके पास फोन नहीं किया। मगर अनामिका समय-समय पर फोन करती रहती थी। इस बात का हवाला देते हुए अदिति यादव ने एफआईआर में आशंका जताई है कि अनामिका के नए दोस्त ने उससे छुटकारा पाने के लिए कार्तिकेय की हत्या की होगी।
पुलिस का बयान
इस मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि ऑर्थोपेडिक्स के दूसरे वर्ष के 28 वर्षीय एमएस छात्र डॉ. कार्तिकेय श्रीवास्तव की शनिवार को संदिग्ध रूप में उनके कार में लाश मिली थी। वह मोतीलाल नेहरू मेडिकल से संबद्ध एसआरएन अस्पताल में पढ़ाई करता था। एसपी कोतवाली के अनुसार वह उत्तराखंड का निवासी था। उनके अनुसार कार्तिकेय ने कथित तौर पर जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। हालांकि इस मामले में अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह का पता चल सकेगा।