Atiq-Ashraf Murder Case: आज फिर अदालत में होगी माफिया ब्रदर्स के हत्यारों की पेशी, तय किए जाएंगे आरोप

Atiq-Ashraf Murder Case: 25 अक्टूबर को एकबार फिर तीनों आरपियों की पेशी वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए कराई जाएगी।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2023-10-25 06:09 GMT

Atiq-Ashraf Murder Case  (photo: social media )

Atiq-Ashraf Murder Case: कुख्यात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को सरेआम पुलिस अभिरक्षा में रहते हुए मौत के घाट उतार देने वाले आरोपियों के खिलाफ अब तक चार्ज फ्रेम नहीं हो सका है। प्रयागराज कोर्ट में इस चर्चित हत्याकांड की जांच करने वाली एसआईटी कई माह पूर्व ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। लेकिन अब तक कोर्ट में तीनों आरोपियों पर आरोप तय नहीं हो पाए हैं। आज यानी बुधवार 25 अक्टूबर को एकबार फिर तीनों आरपियों की पेशी वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए कराई जाएगी।

माफिया ब्रदर्स हत्याकांड के आरोपी शूटर्स लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरूण मौर्य तीनों फिलहाल प्रतापगढ़ की जेल में बंद हैं। तीनों पर एसआईटी की चार्जशीट के आधार पर आरोप तय होंगे। पिछली सुनवाई 12 अक्टूबर को हुई थी, लेकिन उस दिन तीनों पर आरोप तय नहीं हो पाए थे। जिला जज संतोष राय को बताया गया था कि आरोपियों की तरफ से कोर्ट में कोई वकील हाजिर नहीं है। जिसके बाद अदालत ने सुनवाई की अगली तारीख 25 अक्टूबर को दे दी।

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एसआईटी की चार्जशीट में क्या है ?

माफिया भाइयों अतीक अहमद और अशरफ की हत्या की जांच के लिए यूपी सरकार के आदेश पर एक एसआईटी गठित की गई थी। जिसने तीनों शूटर्स लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरूण मौर्य के खिलाफ जांच के बाद तीन माह के अंदर चार्जशीट प्रयागराज कोर्ट में दाखिल कर दी थी। आरोप पत्र में बताया गया कि हमलावरों ने शोहरत कमाने के उद्देश्य से इस वारदात को अंजाम दिया था। हमलावरों के संबंध पश्चिमी यूपी और दिल्ली में सक्रिय गोगी और सुंदर भाटी गैंग से होने की भी बात चार्जशीट में कही गई है।

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15 अप्रैल को हुई थी हत्या

उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में माफिया अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से और उसके भाई अशरफ को बरेली सेंट्रल जेल से प्रयागराज लाया गया था। 15 अप्रैल की रात दोनों भाइयों को मेडिकल जांच के सिलसिले में पुलिस अभिरक्षा में कॉल्विन अस्पताल ले जाया गया था। जहां पर मीडियाकर्मियों की भीड़ जमा थी। उसी भीड़ में तीनों हमलावर भी पत्रकार बनकर शामिल थे। अतीक और अशरफ जैसे ही गाड़ी से उतरकर अस्पताल की ओर बढ़े, तीनों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर माफिया भाइयों को मौत के घाट उतार दिया। हमलावरों ने वहां से भागने की कोशिश नहीं की और मौके पर पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था।

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