Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में वांटेड नफीस बिरयानी मुठभेड़ में गिरफ्तार, पैर में लगी गोली, साथी फरार

Umesh Pal Murder Case: पुलिस की ओर से की गई जवाबी फायरिंग में नफीस बिरियानी के बाएं पैर में गोली लग गई और वह बाइक से नीचे गिर गया। जबकि उसका दूसरा साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया। पुलिस जब बदमाश के पास पहुंची तो उन्हे उएक पिस्टल, दो कारतूस और बाइक मिली।

Report :  Jugul Kishor
Update:2023-11-23 07:49 IST

नफीस बिरियानी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार (सोशल मीडिया)

Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहे 50 हजार के इनामी बदमाश नफीस बिरयानी को पुलिस ने बुधवार देर रात मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक प्रयागराज के नवाबगंज के आनापुर में पुलिस से मुठभेड़ के दौरान नफीस बिरियानी के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने नफीस बिरियानी को इलाज के लिए एसआरएन अस्पताल में भर्ती करवाया है। वहीं, मुठभेड़ के दौरान उसका साथी अंधेर का फायदा उठाकर भाग गया। 

नफीस के बाएं पैर में लगी गोली

पुलिस के मुताबिक उन्हे इनपुट मिले थे कि नफीस प्रयागराज के अपने खुल्दाबाद वाले घर पर आ रहा है। पुलिस ने प्रतापगढ़ और प्रयागराज के बार्डर पर चेकिंग बढ़ा दी। बुधवार रात के करीब 11 बजे पुलिस की टीमें प्रयागराज-प्रतापगढ़ सीमा पर चेंकिंग कर रही थीं, इसी दौरान उन्हे एक बाइक पर दो संदिग्ध आते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने संदिग्धों को रुकने का इशारा किया, लेकिन वो पुलिस पर फायर करते हुए भागने लगे। पुलिस की ओर से की गई जवाबी फायरिंग में नफीस बिरियानी के बाएं पैर में गोली लग गई और वह बाइक से नीचे गिर गया। जबकि उसका दूसरा साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया। पुलिस जब बदमाश के पास पहुंची तो उन्हे उएक पिस्टल, दो कारतूस और बाइक मिली। 


पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि वह उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी नफीस है। पुलिस ने इसके बाद बदमाश को एसआरएन अस्पताल में भर्ती करवाया। डीसीपी गंगानगर अभिषेक भारती ने बताया कि शुरूआती पूछताछ मे पता चला है कि वह लखनऊ मार्ग से आ रहा था। नफीस कहां जा रहा था, इस बारे में पूछताछ के बाद में सब कुछ पता चल सकेगा।  बता दें कि नफीस बिरियानी माफिया अतीक अहमद का काफी करीबी था, इसके अलावा वह उमेश पाल हत्याकांड में वांटेड था। नफीस पर पुलिस ने पचास हजार का इनाम भी घोषित किया था। 

24 फरवरी को उमेश पाल की हुई थी हत्या

बता दें कि बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की इसी साल 24 फरवरी को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं, इस मामले में नामजद माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल को चिकित्सा जांच के लिए ले जाते समय कॉल्विन अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 

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