शाहजहांपुर: जिला जेल में एक कैदी की संदिग्ध मौत से हड़कंप मचा है। कैदी की लाश जेल में बने गटर से बरामद हुई है। कैदी की मौत कैसे हुई, ये अभी रहस्य बना हुआ है। मृतक कैदी अपनी बेटी की हत्या के आरोप में जेल में बंद था। इस मामले में जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। फिलहाल जेल प्रशासन मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है।
घटना थाना सदर बाजार के जिला कारागार की है। यहां मंगलवार शाम लालू (35 वर्ष) नाम का कैदी बैरक में नहीं पहुंचा। इसके बाद उसकी तलाश शुरू हुई। इसी दौरान बैरक के पीछे बने शौचालय टैंक का ढक्कन हटा मिला। गौर से देखने पर उसमें कैदी की लाश दिखाई दी। सूचना के बाद फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद लाश को बाहर निकाला और जिला अस्पताल भेजा गया। परिजनों का आरोप है कि लालू की कैदियों ने पहले पिटाई की, उसके बाद उसे शौचालय के टैंक में फेंक दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं, जेल प्रशासन मामले को दबाने में जुटा है।
पत्नी ने ही दर्ज कराया था हत्या का मुकदमा
बता दें, कि मृतक लालू थाना बण्डा के भगवंतपुरा गांव का रहने वाला था। लालू पर इसी साल 12 मई को अपनी 8 साल की बेटी की पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप था। मृतक की पत्नी ने ही बेटी की हत्या के आरोप में लालू के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
जेल में क्षमता से ज्यादा हैं कैदी
इस मामले में जेल अधीक्षक जेल का कहना है, कि 'जेल में कैदियों की संख्या क्षमता से ज्यादा है, जिस कारण कैदियों पर निगरानी नहीं हो पाती है। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है।'
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही होगा मामला स्पष्ट
लालू को मृत घोषित करने वाले डॉ. मेहराज अहमद ने बताया, कि 'जिला जेल से लालू नाम के एक कैदी को जिला अस्पताल लाया गया था। कैदी यहां मृत अवस्था में लाया गया था। शव को देखने से लग रहा था कैदी की मौत हुए काफी देर हो चुकी है। उसके शरीर पर टैंक की गंदगी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा कि उसकी मौत कैसे हुई।'