रिहा होने के चार दिन पहले ही कैदी ने तोड़ा दम

वक्त से पहले और किस्मत से ज़्यादा कभी किसी को नहीं मिलता। हरदोई में भी ये बात सच साबित हो गई। जहां सरकार ने एक कैदी की रिहाई का

Update:2017-09-26 16:44 IST

हरदोई: वक्त से पहले और किस्मत से ज़्यादा कभी किसी को नहीं मिलता। हरदोई में भी ये बात सच साबित हो गई। जहां सरकार ने एक कैदी की रिहाई का फरमान जारी किया गया, लेकिन रिहा होने की जो तारीख मुकर्रर की गई थी उसके 4 दिन पहले ही उस कैदी ने दम तोड़ दिया।

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क्या है पूरा मामला?

- पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी के अवसर पर आज उत्तर प्रदेश की जेलों से तकरीबन 100 बंदी रिहा होने थे, जिसमें हरदोई का भी एक बंदी भी था।

- बंदी शेष कुमार पुत्र नितेश कुमार की रिहाई का फरमान उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से किया गया था और 25 सितंबर को इसको रिहा होना था।

- लेकिन कुदरत को शायद कुछ और ही मंज़ूर था। चार दिन पहले यानी 21 सितंबर को ही शेष कुमार ने दम तोड़ दिया।

- आपको बता दें कि 18 जून 2017 को आर्म्स एक्ट के तहत धारा 3/25 में आरोपी शेष कुमार को जेल लाया गया था।

-उसे 3 महीने 7 दिन की सजा सुनाई गई और एक हज़ार रुपए का जुर्माना भी बोला गया।

- यानी 24 सितम्बर को उसको रिहा होना था।

- जेल अधीक्षक के अनुसार कैंसर होने के चलते शेष ने रिहाई से पहले ही दम तोड़ दिया।

 

कैंसर के चलते हुई मौत

- शेष को कैंसर की बीमारी है। उसका इलाज केजीएमयू में चल रहा था।

- 19 तारीख को उसको रेडियोथैरेपी के लिए केजीएमयू भी ले जाया गया था, यहां पर उसको ज्यादा कमजोर पाकर डॉक्टरों ने वापस हरदोई भेज दिया और 3 दिन बाद दोबारा बुलाने की बात कही लेकिन वहां से लौटने के बाद 21 तारीख की देर रात शेष ने दम तोड़ दिया। जेल प्रशासन ने शेष कुमार के शव को परिजनों को सौंप दिया है।

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