Bulandshahr: जरायम की दुनिया से बंदियों को दूर रखने की कवायद, जेल में बंदियो ने की वाल पेंटिंग
Bulandshahr News: जिला जेल के जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने बताया कि जेल में बंद बंदियों ने प्रशिक्षण के बाद जेल की दीवारों पर आकर्षक पेंटिंग बनाई है
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर की जिला जेल के अधीक्षक मिजाजी लाल इन दिनों जेल में बंद बंदियो की दशा सुधारने की कवायद में जुटे है, बाकायदा जेल में बंद बंदियो को निपुण बंदियो से कौशल विकास प्रशिक्षण दिलाने में जुटे है ताकि जरायम की दुनिया से आये बंदी जेल से जब रिहा हो तो उनका पुनर्वास हो सके और एक बार फिर समाज की मुख्य धारा से जुड़ सके।
जेल का नाम सुनकर ही जरायम की दुनिया और उनसे जुड़े अपराधियो की तस्वीरें सामने आने लगती हैं। लेकिन विभिन्न आपराधिक वारदातो के मामले में जिला जेल में बंद बंदियो को तनहाई और अवसाद से निजात दिलाने के लिए जेल अधीक्षक मिजाजी लाल आये दिन बन्दियों की खेलकूद, पेंटिंग, सज्जा आदि प्रतियोगिता तो कभी सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि कराते रहते है, लेकिन अब जिला जेल के जेल अधीक्षक ने बंदियों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिलाना प्रारंभ कर दिया है।
बंदियो को दिया जा रहा इनका प्रशिक्षण
जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने बताया कि अपने अपने क्षेत्र में निपुण बंदियो द्वारा कारागार में ही कम्प्यूटर प्रशिक्षण, विद्युत उपकरणों की मरम्मत, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मरम्मत, कृषिकर्म, गमला निर्माण व नर्सरी कार्य, जिम प्रशिक्षण, नाई का कार्य, फर्नीचर निर्माण, आटा चक्की प्रशिक्षण, बेकरी संचालन व निर्माण कार्य के साथ-साथ इस समय पेंटिंग का प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। जब कि महिला बंदियो को कंप्यूटर, सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, बागवानी, ब्यूटीशियन आदि का प्रशिक्षण प्रदान कराया जा रहा है।
बंदियो ने की वाल पेंटिंग
जिला जेल के जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने बताया कि जेल में बंद बंदियों ने प्रशिक्षण के बाद जेल की दीवारों पर आकर्षक पेंटिंग बनाई है चित्रकला प्रशिक्षण के बाद बंधुओं ने पर्यावरण संरक्षण स्कूल चलो अभियान बढ़ते प्रदूषण महापुरुषों सांस्कृतिक व धार्मिक चित्रों को जेल की दीवारों पर बनाया है और चित्रों के माध्यम से जल,पर्यावरण संरक्षण आदि का मैसेज दिया है।
बंदियो को अवसाद से बचाने की कवायद
बुलंदशहर जिला जेल के जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने बताया कि अपराधिक वारदातों के बाद जेल में आये बंदियों के जेहन को जरा एम की दुनिया से बाहर निकाला जा सके इसके लिए कई बार जेल में बंद कई बंदियों ने साहित्य के क्षेत्र में कदम बढ़ा कर किताबें लिखी, तो कई कैदियों ने अलग-अलग रोमांचो में हिस्सा लेकर अपने अवसाद को कम करने का काम किया।
कारागार में बंद बंदियो की दशा सुधारने का काम किया जा रहा है। बुलंदशहर जिला कारागार में जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने जेल में निरुद्ध बंदियों को आत्मनिर्भर बनाकर उनके पुनर्वास के अनेक कार्यक्रम आयोजित किए हैं। कारागार से रिहा होने पर समाज की मुख्य धारा से जुड़कर, अपराध की दुनियां छोड़कर अपना व अपने परिवार का जीवन यापन कर सकें।