रायबरेली पहुंच रही प्रियंका, क्या विधायक अदिति सिंह कार्यक्रम में होंगी शामिल?
जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी का कहना है की प्रियंका गाँधी की कार्यशाला का मकसद पार्टी जनता के मुद्दों को सड़क से लेकर सोशल मिडिया पर जोरदार तरीके से उठाये।
रायबरेली: कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गाँधी वाड्रा अपने दो दिवसीय दौरे पर कल अपनी माँ के संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंच रही हैं। रायबरेली के भुएमऊ गेस्ट हॉउस में प्रियंका गाँधी प्रदेश की नई टीम के लिए कार्यशाला का आयोजन कर रही है जिसमें प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और उनकी पूरी कार्यकारिणी शामिल होगी।
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कार्यशाला में एआईसीसी के आधा दर्जन से अधिक पदाधिकारी प्रदेश अध्यक्ष की टीम को अनुशाशन के साथ विपक्षी दलों से दो दो हाथ करने के गुर सिखाएगी। दो दिन तक चलने वाले प्रक्षिशण सत्र प्रियंका गाँधी की निगरानी में संचालित होंगे जिसमे पुरे प्रदेश के कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी शामिल होंगे। प्रियंका गाँधी की पाठशाला का रायबरेली में आयोजन ऐसे समय हो रहा है जब उनकी पार्टी के दो विधायक अदिति सिंह ,और राकेश सिंह, लगातार पार्टी विरोधी काम कर रहे है,और पार्टी ने उनको नोटिस दे रखा है।
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ऐसे में बड़ा सवाल यह है की क्या दोनों विधायक प्रियंका की पाठशाला में शामिल होंगे या नहीं। वही विपक्षियों से दो दो हाथ करने को एक टीम की तरह कार्य करना होगा वही कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी का कहना है की प्रियंका गाँधी की कार्यशाला का मकसद पार्टी जनता के मुद्दों को सड़क से लेकर सोशल मिडिया पर जोरदार तरीके से उठाये।
कांग्रेस ने कसी कमर, 3 दिवसीय कार्यशाला रायबरेली में
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी गठित होने के बाद पदाधिकारियों को सबसे पहले उपचुनावों जगह जगह जिम्मेदारी दी गयी। अब जैसे ही उपचुनाव के प्रचार थम गए वैसे ही उनको प्रशिक्षण कार्यशाला के लिए 22 अक्टूबर को रायबरेली बुलाया गया है। यह कार्यशाला तीन दिनों चलेगी।सूत्रों की माने तो उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष समेत सभी पदाधिकारी इस प्रशिक्षण कार्यशाला में भाग लेंगे।
आगामी रोड मैप पर होगी चर्चा, मजबूत संगठन पहली प्राथमिकता
कार्यशाला में जमीनी संगठन बनाने के बाकायदा प्रशिक्षण दिया जाएगा। संगठन निर्माण की रणनीति तय होगी कि संगठन को कैसे पूरे सूबे में मजबूत किया जाए।
तय होगी जिम्मेदारी और जबाबदेही
कार्यशाला में उपस्थित पदाधिकारियों की जिम्मेदारी और जबाबदेही तय होगी। नई कमेटी के हर सदस्य को एक विशेष जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। जिसपर पदाधिकारी को रोजाना अपनी रिपोर्ट देना होगा। इसके साथ एक फीडबैक सिस्टम भी बनाया जाएगा जो समय समय पर रिपोर्ट और सिफारिश देगा।
विचारधारा, संस्कृति, संपर्क-संचार और दर्शन पर होगा मंथन
सूत्रों की माने तो कांग्रेस इस प्रशिक्षण कार्यशाला में आगामी रणनीतियों पर मंथन होगा। साथ ही साथ मजबूत संगठन बनाने की भी रूपरेखा तैयार की जाएगी। नई कमेटी के पदाधिकारी वैचारिक प्रशिक्षण के साथ साथ लोगों से संपर्क और संचार का हुनर भी सीखेंगे। प्रशिक्षण शिविर में संस्कृति और दर्शन पर भी चर्चा होगी।