Basti News: संपूर्ण समाधान दिवस बना दिखावा, जनता की समस्या का नहीं हो रहा निपटारा, लोगों ने कही ये बात

बस्ती जिले के हरैया तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया था, जिसमें जिले के आला अधिकारी मौजूद थे संपूर्ण समाधान...

Report :  Amril Lal
Published By :  Deepak Raj
Update: 2021-09-04 14:35 GMT

संपूर्ण समाधान दिवस के दिन अपनी समस्यो को लेकर आए लोग

Basti News: बस्ती जिले के हरैया तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया था, जिसमें जिले के आला अधिकारी मौजूद थे संपूर्ण समाधान दिवस में 243 शिकायती पत्र आए थे जिसमें 32 का निस्तारण कर दिया गया। संपूर्ण समाधान दिवस में सबसे अधिक शिकायती पत्र राजस्व विभाग के जमीन संबंधित और किसान सम्मान निधि सहित विद्युत विभाग और जिला पूर्ति विभाग के शिकायती पत्र आए।


लोगों की समस्या को सुलझाते अधिकारी


वही शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि, हम लोग दो 2 साल से दौड़ रहे हैं ,अपनी जमीन की पैमाइश कराने के लिए लेकिन अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही से हम लोगों का न जमीन पैमाइश हो रहा है नहीं कब्जा मिल रहा है, हर संपूर्ण समाधान दिवस पर प्रार्थना पत्र देते हैं अधिकारी कहते हैं कि, जाइए काम हो जाएगा ,सबसे बड़ा सवाल की कब हम लोगों की जमीन की पैमाइश होगी और कब हम लोगों के प्रार्थना पत्रों पर कार्रवाई होगी यह कोई बताने वाला अधिकारी नहीं है।

सबसे बड़ा सवाल यह उठता है, कि जो प्रार्थना पत्र दिए हैं, उस पर क्या कार्रवाई हुई हम लोगों को पता तक नहीं चलता है, ऐसे में जनता परेशान है जनता यह आरोप लगाई की संपूर्ण समाधान दिवस सरकार की यह योजना सिर्फ दिखावटी है कार्रवाई कुछ नहीं होती है।

हरैया तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस पर आए हुए ग्रामीण मदनपुरा के ग्रामीणों ने बताया कि हमारे कब्रिस्तान की जमीन से जबरन रास्ता निकाला जा रहा है, जबकि 6 माह से हम लोग ग्रामीण हरैया तहसील पर दौड़ दौड़ कर आते हैं कि इस विवाद का निस्तारण करवा दिया जाए, लेकिन यहां के अधिकारी प्रार्थना पत्र ले लेते हैं। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करते हैं कहते हैं कि कार्रवाई हो जाएगी।

हरैया तहसील का दूसरा मामल पीड़ित

मुस्ताक ग्राम धर्मापुर 70 साल पूर्व मेरे पिता को जमीन पट्टा हुआ था उनके मृत्यु के बाद वह जमीन हम लोगों के नाम हो गए ,इसके बावजूद उस जमीन पर लेखपाल और कानूनगो द्वारा जबरन दूसरे को कब्जा करा दिए हैं और मैं जिला अधिकारी से लेकर उप जिलाधिकारी हरैया तक को 8 बार प्रार्थना पत्र दिए लेकिन सिर्फ आदेश होता है ,कार्रवाई कुछ भी नहीं होता है। आज मैं इतना मजबूर हूं कि मेरे बच्चे कटोरा लेकर भीख मांग रहे हैं, लेकिन इन अधिकारियों कान में जूं नहीं रेंगती। हम बेघर हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है, प्रार्थना पत्र ले लेते हैं ना तो तहसीलदार सुन रहे हैं ना लेखपाल ना कानूनगो ऐसे में हम कहां जाएं।


संपूर्ण समाधान दिवस के दिन प्रर्थना पत्र दिखाते प्रार्थी

हरैया संपूर्ण समाधान दिवस का तीसरा मामला चतरा ग्राम पंचायत का है जहां ग्रामीण परेशान हैं गांव का जिस गड्ढे में पानी जाता था ,उस गड्ढे को गांव के दबंग व्यक्तियों द्वारा कब्जा कर लिया गया है, जिसको खाली कराने को लेकर 2019 से दौड़ रही है पीड़िता लेकिन अधिकारियों और कानूनगो लेखपाल की लापरवाही के कारण गांव का गड्ढा खाली नहीं करवाया जा रहा है जिससे ग्रामीणों के घरों में गांव का गंदा पानी घुस रहा है।

जन समस्याओं का निस्तारण के लिए संपूर्ण समाधान दिवस हरैया के प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी राजेश कुमार प्रजापति ने कहा 249 मामले आए थे जिसमें 32 का निस्तारण कर दिया गया है और बच्चे मामलों को विभागीय जांच के लिए अग्रेषित किया गया है, वही यह पूछे जाने पर कि शिकायतें तो बहुत आ रही हैं लेकिन जनता परेशान है ,तो उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं का निस्तारण कर दिया जाएगा।

कहीं ना कहीं जन समस्याओं को लेकर संपूर्ण समाधान दिवस पर इतनी जनता की भीड़ लगती है, अगर उच्च अधिकारियों द्वारा जनसमस्याओं की कार्रवाई हुई होती तो शायद इतनी दूर दूर से चलकर जनता हरैया तहसील पर अपनी समस्याएं लेकर नहीं पहुंचती। कहीं ना कहीं अधिकारियों द्वारा यह कहा जाता है कि जांच के लिए आदेशित कर दिए हैं, लेकिन जनता पूछ रही है कि कब तक जांच होगा और कब तक हम लोगों को न्याय मिलेगा। यह अपने आप में सबसे बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है अधिकतर मामले जमीनी विवाद के ही आ रहे हैं। इसका क्या कारण है ,कहीं ना कहीं राजस्व विभाग मामलों को गंभीरता से और संज्ञान में नहीं ले रहा।

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