Maha Shivratri 2022 Prayagraj: महाशिवरात्रि स्नान पर्व के साथ माघ मेला का होगा समापन, जानिए कितने बजे है स्नान का शुभ मुहूर्त
maha shivratri 2022 prayagraj कल महाशिवरात्रि के साथ ही माघ मेले का समापन हो जाएगा। शिवरात्रि के मौके पर शुभ मुहूर्त में श्रद्धालु माघ मेले का अंतिम स्नान करेंगे। जिसके लिए प्रशासन की ओर से व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
Maha Shivratri 2022 Prayagraj: महाशिवरात्रि (Maha Shivratri 2022) का पर्व मंगलवार एक मार्च को मनाया जाएगा। इस बार कालसर्प योग में महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) मनाई जाएगी। महाशिवरात्रि माघ मेले (Magh Mela) का आखिरी स्नान पर्व है। इस पर्व को लेकर मेला प्रशासन ने भी खास इंतजाम किए हैं। धर्म के जानकारों के मुताबिक सोमवार रात्रि 1:59 बजे से चतुर्दशी लग रही है। जिसके साथ ही महाशिवरात्रि का मुहूर्त भी लग रहा है। जबकि प्रातः काल 6:18 बजे से लेकर 7:30 बजे तक कुंभ स्थिर लग्न में महाशिवरात्रि के स्नान का पुण्य लाभ शिव भक्तों को प्राप्त हो रहा है। उनके मुताबिक शिवरात्रि के पर्व पर सारे ग्रह एक तरफ हैं। जबकि राहु और केतु के मध्य में होने से कालसर्प योग बन रहा है। यदि किसी भी व्यक्ति कुंडली में यदि कालसर्प योग है तो उसके लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है।
इस मुहूर्त में भगवान महादेव की पूजा अर्चना कालसर्प योग से मुक्ति दिलाएगी। वहीं यदि किसी की कुंडली में पित्र दोष है, तो उसके लिए भी महाशिवरात्रि के पर्व पर महादेव की पूजा अर्चना से उसे लाभ होगा। महाशिवरात्रि के पर्व पर श्रद्धालु संगम में स्नान कर शिवालयों में भी जलाभिषेक करते हैं। प्रयागराज में प्राचीन और पौराणिक मनकामेश्वर मंदिर में प्रातः काल भगवान शिव की मंगला आरती के बाद जलाभिषेक शुरू होगा। रात्रि में चार पहर महा रुद्राभिषेक किया जाएगा।
प्रशासन ने किया व्यापक इंतजाम
वहीं माघ मेले के आखिरी स्नान पर्व महाशिवरात्रि को लेकर मेला प्रशासन ने भी व्यापक इंतजाम का दावा किया है। माघ मेला एसपी राजीव कुमार मिश्र के मुताबिक स्नान घाटों पर डीप वाटर बैरिकेडिंग लगाई गई है। इसके साथ ही घाटों पर जल पुलिस और गोताखोर तैनात किए गए हैं। मेले की सुरक्षा में पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। मेले में ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जाएगी। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों के लिए पार्किंग बनाई गई है। लेकिन श्रद्धालु संगम तट तक आसानी से पहुंच सकें इसके लिए संगम तट पर बनाई गई।
पार्किंग तक श्रद्धालुओं को वाहन ले जाने की छूट होगी। संगम तट की पार्किंग फुल होने के बाद ही संगम तट तक वाहनों का प्रवेश रोका जाएगा। इसके साथ ही संगम में स्नान के बाद शिवालयों में जलाभिषेक के लिए तीन प्रमुख शिवालयों मनकामेश्वर मंदिर, नाग वासुकी मंदिर और सोमेश्वर महादेव मंदिर में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। गौरतलब है कि महाशिवरात्रि के पर्व के साथ ही 14 जनवरी मकर संक्रांति से शुरू हुए माघ मेले का भी औपचारिक तौर पर समापन हो जाएगा।