Eid Milad un Nabi: डुमरियागंज में निकला ईद ए मिलाद उन्नबी का जुलूस

Eid Milad un Nabi: मुस्लिमों के इस पाक पर्व को आखरी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था

Written By :  Intejar Haider
Published By :  Ragini Sinha
Update: 2021-10-19 11:03 GMT

डुमरियागंज में निकला ईद ए मिलाद उन्नबी का जुलूस (social media)

Eid Milad un Nabi: जिले में जश्ने ईद मिलादुन्नबी (Eid Milad un Nabi) का त्यौहार बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है, डुमरियागंज (Dumariaganj) में मुस्लिम समुदाय (Muslim community) के लोगों ने जुलूस निकाल कर के यह पर्व बड़े धूम-धाम से मनाया। इस पर्व में जनप्रतिनिधियों के साथ साथ लोगों को भी देखा गया। साथ ही साथ लोगों ने भाईचारे का पैगाम देते हुए एकता और अखंडता बनाए रखने के लोगों से अपील की। साथ ही साथ नारेबाजी भी की गई।

डुमरियागंज (Dumariaganj) में यह जुलूस

मुस्लिमों के इस पाक पर्व को आखरी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब (pegambar Hazrat Muhammad) का जन्म हुआ था, इसी के उपलक्ष्य में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा यह पर्व मनाया जाता है। इस जुलूस में मुस्लिम समुदाय (Muslim community) सहित अन्य समुदाय द्वारा स्टाल लगाकर लोगों को भोजन के साथ साथ पानी व अन्य चीजें भी खिलाई पिलाई जाती हैं। लोग एक दूसरे से गले मिलकर आपसी भाईचारे का पैगाम देते हैं। डुमरियागंज (Dumariaganj) में यह जुलूस बेंवा चौराहे से निकलकर खीरा मंडी होते हुए डुमरियागंज मेन चौराहे तक गया।

पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था

इस बारे में मौलाना मकसूद व अरबाब ने कहा यह जुलूस ही नहीं यह एक इंटरनेशनल त्यौहार (International festival) है जो पूरे मुल्क में मनाया जाता है। जुलूस निकालने का मकसद हम लोगों को यह बताना चाहते हैं कि आज ही के दिन आखरी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था। हजरत मोहम्मद (Hazrat Muhammad) साहब का इस दुनिया में आना बेहद ही खुशी का मौका है। इसी बात को लेकर यह जुलूस निकाला जाता है। हजरत मोहम्मद साहब (Hazrat Muhammad) ने डूबती हुई इंसानियत को सहारा दिया था। हजरत मोहम्मद साहब ने गरीबों मजलूमों कि हमेशा मदद की थी। इस जुलूस के माध्यम से उनका मानना था कि हमारे चाहने वाले लोगों में यह चीज जुलूस निकाल कर बाटेंगे। जुलूसए मोहम्मदी से लोगों में एक ही पैगाम दिया जाता है आपसी सौहार्द और भाईचारे का।

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