UP Election 2022: पूर्वांचल बनेगा बड़ा चुनावी अखाड़ा, भाजपा की आक्रामक चुनावी रणनीति के केंद्र में पीएम मोदी

UP Election 2022: काशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का संसदीय क्षेत्र है और माना जा रहा है कि पीएम मोदी काशी के जरिए पूर्वांचल को साधने की कोशिश करेंगे।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Shreya
Update:2022-02-21 15:46 IST

पीएम मोदी (फाइल फोटो-सोशल मीडिया)

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Vidhan Sabha Chunav) में अब पूर्वांचल बड़ा चुनावी अखाड़ा बनने जा रहा है। पूर्वांचल की सीटों (Purvanchal UP Assembly Seats) पर आखिरी चरण में 7 मार्च को मतदान होना है। ऐसे में सभी सियासी दलों की ओर से सातवें और अंतिम चरण में पूरी ताकत झोंकने की तैयारी की जा रही है। देश की सियासत में हमेशा चर्चा का केंद्र बनने वाली काशी पूर्वांचल का बड़ा सियासी अखाड़ा बनेगी।

काशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का संसदीय क्षेत्र है और माना जा रहा है कि पीएम मोदी काशी के जरिए पूर्वांचल को साधने की कोशिश करेंगे। मतदान से पहले प्रधानमंत्री के दो बार काशी दौरे (PM Modi Varanasi Daura) की उम्मीद जताई जा रही है। पीएम मोदी के अलावा मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi Adityanath) और पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं के जरिए भी पूर्वांचल को साधने की तैयारी की जा रही है।

दूसरी ओर विपक्षी दलों की ओर से भी आक्रामक चुनावी रणनीति पर काम किया जा रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) चुनावी सीजन में एक बार लखनऊ (Lucknow) आ चुकी हैं मगर उत्तर प्रदेश में सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के साथ ममता की एकमात्र जनसभा काशी (Mamata Banerjee Kashi Jansabha) में ही रखी गई है। भाजपा और सपा के अलावा कांग्रेस, बसपा और आप की ओर से भी पूर्व पूर्वांचल की सीटों (Purvanchal Seats) पर ताकत लगाने के लिए चुनावी रणनीति बनाई जा रही है।

पीएम मोदी (फाइल फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

भाजपा की आक्रामक चुनावी रणनीति

पूर्वांचल को लेकर सबसे आक्रामक रणनीति भाजपा की ओर से तैयार की जा रही है। इसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 से 28 फरवरी के बीच एकदिवसीय दौरे के बाद मतदान से पहले 2 या 3 दिन काशी (PM Modi Kashi Daura) में प्रवास कर सकते हैं। माना जा रहा है कि पांचवें चरण का मतदान पूरा होने के बाद ही काशी को केंद्र बनाकर भाजपा पूरी ताकत झोंकेगी।

2017 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने पीएम मोदी के जरिए पूर्वांचल को साधने में कामयाबी हासिल की थी। प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो के जरिए भाजपा बड़ा सियासी संदेश देने में कामयाब हुई थी। यही कारण है कि अब पीएम मोदी को केंद्र में रखकर बड़ी चुनावी रणनीति तैयार की जा रही है।

पूर्वांचल को मथेंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी के 3 से 5 मार्च के काशी प्रवास का कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है। इस दौरान पीएम मोदी काशी के आसपास के जिलों में जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे। पीएम के दौरे से पहले ही पार्टी के सियासी दिग्गज यहां काशी पहुंचकर कार्यक्रम को अंतिम रूप देंगे। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को काशी क्षेत्र की 71 विधानसभा सीटों में से 55 सीटों पर कामयाबी मिली थी। इस बार कड़े मुकाबले में फंसी भाजपा पूर्वांचल पर अपनी पकड़ को और मजबूत बनाने की कोशिश में जुटी हुई है।

इतिहास को दोहराने की कोशिश

भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी की सीटों में और इजाफे के लिए अमित शाह की निगाहें पूर्वांचल पर लगी हुई हैं। उनकी अगुवाई में ही पार्टी ने 2014, 2017 और 2019 में पूर्वांचल में अपनी पकड़ साबित की थी। पार्टी उसी इतिहास को दोहराने की कोशिश में जुटी हुई है।

भाजपा की ओर से पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रमों को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। भाजपा की ओर से ये सभी स्टार प्रचारक पार्टी प्रत्याशियों की स्थिति को मजबूत बनाने की कोशिश करेंगे। 

अखिलेश यादव संग ममता बनर्जी (फोटो- न्यूजट्रैक) 

ममता के साथ सभा करेंगे अखिलेश यादव

दूसरी ओर समाजवादी पार्टी की ओर से भी पूर्वांचल में पूरी ताकत लगाने की तैयारी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की मुखिया सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ वाराणसी में संयुक्त जनसभा करेंगी। विधानसभा चुनाव के दौरान ममता एक बार लखनऊ आ चुकी हैं मगर उत्तर प्रदेश में उनकी एकमात्र जनसभा का आयोजन काशी में ही होगा। सपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अखिलेश और ममता की संयुक्त जनसभा और रोड शो का आयोजन 3 मार्च को होगा।

सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की ओर से इस बाबत पत्र भी जारी किया जा चुका है। इस कार्यक्रम की तैयारियों की जिम्मेदारी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा और सयुस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास यादव को सौंपी गई है। इसके साथ ही अखिलेश पूर्वांचल के अन्य जिलों में भी चुनाव प्रचार के लिए दौरा करेंगे। सपा की ओर से पार्टी मुखिया के कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

प्रियंका और मायावती का भी फोकस

विपक्षी दलों की ओर से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra), बसपा मुखिया मायावती (Mayawati) और दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप मुखिया अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के पूर्वांचल दौरे का कार्यक्रम भी बनाया गया है। अपनी-अपनी पार्टी के प्रत्याशियों की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने के लिए इन तीनों नेताओं का भी पूर्वांचल में दौरा होगा। आखिरी चरण में चुनाव होने के कारण सभी दलों के नेता दूसरे क्षेत्रों में प्रचार की जिम्मेदारी से मुक्त हो चुके होंगे और इसी कारण माना जा रहा है कि पूर्वांचल सभी सियासी दलों के लिए बड़ा अखाड़ा बनेगा। 

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