क्या है 100 साल पहले चुराई गई इस मूर्ति का राज, अब फिर से काशी के मंदिर में होगी स्थापित

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मीडिया को यह जानकारी देते हुए कहा कि 100 साल पहले काशी के मंदिर से मां अन्नपूर्णा की एक मूर्ति चुरा ली गई थी ।

Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-11-03 11:03 GMT

काशी के मंदिर से मां अन्नपूर्णा की मूर्ति (फोटो- सोशल मीडिया)

Varanasi : उत्तर प्रदेश की साढे चार साल पुरानी योगी सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान एक से एक अनूठे काम किए हैं। अब राज्य की भाजपा सरकार एक और अनूठा काम करने जा रही है। वाराणसी में एक सदी पहले चुराई गई मूर्ति को काशी में फिर से लगाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि हाल ही में यह मूर्ति कनाडा से आई है, जो केन्द्र सरकार के पास है। जल्द ही केन्द्र की मोदी सरकार की तरफ से इस मूर्ति को यूपी सरकार को सौंप दिया जाएगा इसके बाद मूर्ति को अपने स्थान पर लगा दिया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि मूर्ति कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ रेजिना में मिली है। मूर्ति के एक हाथ में खीर और दूसरे हाथ में अन्न मौजूद है। वर्ल्ड हेरिटेज सप्ताह के दौरान भारतीय  कलाकार दिव्या मेहरा की नजर इस मूर्ति पर पड़ी, जिसके बाद उन्होंने यह मामला देश  में उठाया। मां अन्नपूर्णा की मूर्ति मैकेंजी आर्ट गैलरी में रेजिना यूनिवर्सिटी के संग्रह से मिली थी।

मन की बात में इस मूर्ति का मामला 

पिछले साल 29 नवंबर, को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में इस मूर्ति का मामला उठाया था। जिसके बाद से उसे भारत लाने के प्रयास शुरू किए गए। यह मूर्ति पिछले महीने 15 अक्टूबर को वापस भारत आई है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मीडिया को यह जानकारी देते हुए कहा कि 100 साल पहले काशी के मंदिर से मां अन्नपूर्णा की एक मूर्ति चुरा ली गई थी । जिसे कनाडा के एक विश्वविद्यालय को बेच दिया गया था। उन्होंने बताया कि क 11 से 14 नवंबर तक शोभायात्रा के रूप में इसे काशी लाया जाएगा। इसके बाद 15 नवम्बर को मूर्ति की  प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।

इसके अलावा उन्होंने दीपावली की समाज के सभी वर्गो को बधाई देते हुए कहा कि यह त्यौहार खुषियों और पर्व का त्यौहार है। इसके लिए उन्होंने अपने विधायकों से कहा कि वह गरीबों के साथ मिलकर  इस त्यौहार को मनाए।

उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों सहित अन्य जरूरतमंदों के आवास पर पहुंचकर दीप जलाने का काम करें। इससे समाज के सभी लोगों के लिए दीपावली का यह पर्व विशेष हो जाएगा।

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