Sonbhadra News: 10 ब्लॉक में स्थापित की जाएगी पीडब्ल्यूएम यूनिट, इस मिशन के तहत लगेगी यूनिट
Sonbhadra News: प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन यूनिट की यह व्यवस्था स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के द्वितीय चरण के तहत की जाएगी। इसके लिए शासन स्तर से जनपद के सभी 10 विकास खंडों का चयन किया गया है।;
Sonbhadra News: जनपद में सिंगल यूज प्लास्टिक के निस्तारण को लेकर चल रहे अनूठे अभियान के बीच, पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक बड़ी पहल सामने आई है। डीएम चंद्र विजय सिंह के तरफ से 'मेरा प्लास्टिक मेरी जिम्मेदारी' की शुरू की गई मुहिम और इसके तहत ग्राम पंचायतों में एकत्रित किए जा रहे प्लास्टिक के निस्तारण के लिए, शासन स्तर से सभी विकास खंडों में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट (PWMU) की स्थापना का निर्णय लिया गया है। इससे जहां गांवों को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने की मुहिम में तेजी दिखेगी। वहीं प्रदूषण नियंत्रण के लिहाज से भी इस पहल को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
स्वच्छ भारत मिशन के जरिए योजना को दिया जाएगा मूर्तरूप, बाजार वाले गांवों को मिलेगी प्राथमिकता
प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन यूनिट की यह व्यवस्था स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के द्वितीय चरण के तहत की जाएगी। इसके लिए शासन स्तर से जनपद के सभी 10 विकास खंडों का चयन कर लिया गया है और सभी विकास खंडों में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट स्थापित करने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।
प्रति यूनिट 16 लाख से लगने वाले प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट की स्थापना किस तरह से और किस स्थल पर की जाएगी, इसका प्रस्ताव भी शासन ने मांग लिया है। मिशन निदेशक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की तरफ से दिए गए निर्देश में कहा गया है कि प्लास्टिक मैनेजमेंट यूनिट लगाए जाने के लिए सर्वप्रथम प्राथमिकता उन ग्राम पंचायतों में दी जाए जहां पर रिसोर्स रिकवरी सेंटर स्थापित हो रहे हैं या ऐसी ग्राम पंचायत जो बाजार वाली ग्राम पंचायत एवं बड़ी ग्राम पंचायत हो, वहां पर इकाई स्थापित की जाए।
ऐसे काम करेगी प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट
प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट में कई तरह की मशीन लगाई जाएगी जिससे प्लास्टिक को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा जाएगा। उसका उपयोग सड़क बनाने में अथवा प्लास्टिक ब्रिक बनाने में एवं अन्य तरीके से रि साइकिल कर अन्य कार्य में लिया जाएगा जिससे प्लास्टिक का सही प्रबंधन हो सके।
वैकल्पिक तौर पर फिलहाल, एकत्रित किए जा रहे प्लास्टिक को डाला स्थित एक निजी संस्थान के प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट को भेजा जा रहा है। शासन की तरफ से ब्लॉक स्तर पर वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट स्थापित होने के बाद जहां इस में तेजी आएगी वहीं लोगों में भी जागरूकता बढ़ेगी।
बता दें कि प्लास्टिक का ज्यादा प्रयोग पर्यावरण के लिए भी काफी हानिकारक है। वाटर रिचार्जिंग तो इससे प्रभावित होती ही है, इसके चलते प्रदूषण की भी स्थिति गंभीर होती जाती है। उधर, जिला पंचायत राज अधिकारी विशाल सिंह ने बताया कि प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट की स्थापना के लिए सभी विकास खंडों से प्रस्ताव मांगा गया है। पूरी उम्मीद है कि जल्द ही यह पहल मूर्त रूप ले लेगी।