Raebareli News: सर्राफा व्यवसायी के बेटे की हत्या का मामला, परिजनों का अंतिम संस्कार से इनकार
Raebareli News: ऊंचाहार कोतवाली नगर के मदारीगंज में सर्राफा व्यापारी के बेटे को अगवा कर उसकी हत्या कर दी गई। पिता का आरोप है कि अगर समय रहते रायबरेली पुलिस सक्रिय होती तो उसके बेटे की जान बच सकती थी।
Raebareli News: सर्राफा व्यापारी के बेटे का शव पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचा तो माहौल तनावपूर्ण हो गया। भारी भीड़ के बीच परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। सीओ और एसडीएम पीड़ित परिवार को समझाने में लगे हैं। मृतक के परिजनों से बातचीत कर उन्हें मनाने का प्रयास जारी है। मृतक के परिजनों ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है और कहा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सर्राफा व्यापारी के बेटे को अगवा कर हत्या कर दी गई थी
आपको बता दें कि ऊंचाहार कोतवाली नगर के मदारीगंज का यह मामला है जिसमें सर्राफा व्यापारी के बेटे को उसकी दुकान से अगवा कर उसकी हत्या कर दी गई थी। पिता का आरोप है कि अगर समय रहते रायबरेली पुलिस सक्रिय होती तो उसके बेटे की जान बच सकती थी। जवान बेटे को खो चुके मृतक शोभित कौशल के पिता राकेश कौशल का अब कहना है कि जब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक मृतक का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
राकेश कौशल ने आरोप लगाया था कि अपहरण के आरोपी को उसी दिन पुलिस को सौंपने के बावजूद ऊंचाहार थाना पुलिस लगातार लापरवाही बरत रही थी। उन्होंने कहा कि पुलिस आश्वासन तो देती रही लेकिन तत्काल कार्रवाई नहीं की, जिसके परिणामस्वरूप उनके बेटे की हत्या कर दी गई।
मां ज्वेलर्स नाम की अपनी दुकान पर बैठा था शोभित
जानकारी के मुताबिक, 20 वर्षीय शोभित ऊंचाहार कस्बे में मां ज्वेलर्स नाम की अपनी दुकान पर बैठा था, तभी दो युवक आए और उसे अपनी बाइक पर बिठाकर ले गए। थोड़ी देर बाद अपहरणकर्ताओं में से एक बाइक पर वापस आया और दुकान में रखी तिजोरी खोलने की कोशिश की। इसी दौरान शोभित के पिता राकेश दुकान पर आ गए और धर्मेंद्र पासी नाम के युवक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस पर लगे लापरवाही के आरोप
इस मामले में ऊंचाहार पुलिस ने घोर लापरवाही बरती और न तो धर्मेंद्र से पूछताछ की और न ही शोभित को खोजने का प्रयास किया। इस लापरवाही के चलते पुलिस बारह घंटे बाद तब सक्रिय हुई जब सीओ मौके पर पहुंचे। हालांकि तब तक बहुत देर हो चुकी थी और पुलिस को शोभित का शव सरपतहा पुल के पास धान के खेत में मिला। आक्रोशित व्यापारियों ने लखनऊ प्रयागराज मार्ग पर जाम भी लगाया, हालांकि जल्द ही उन्हें समझाकर जाम खुलवा दिया गया। अब मृतक का शव उसके घर पहुंचने पर मामला एक बार फिर गरमा गया है। पुलिस अधिकारी लोगों को समझाने और अंतिम संस्कार के लिए राजी करने का प्रयास कर रहे हैं। फिलहाल पुलिस का दावा है कि इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों में से एक वह भी है जिसे परिजनों ने पुलिस के हवाले किया था।
रायबरेली के ऊंचाहार थाना क्षेत्र में सर्राफा व्यवसायी के बेटे की हत्या के मामले में आज फिर परिजनों ने हंगामा काटा दरअसल पोस्टमार्टम के बाद आज शव गांव पहुंचा इसके बाद परिजनों ने हत्यारो की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया मामला तूल पकड़ने के बाद व्यापारी संगठन और कुछ राजनीतिक पार्टियों के नेता भी मौके पर पहुंच गए और प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए बयान बाजी करते नजर आए।
रायबरेली के अपर पुलिस अधीक्षक समेत कई पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को घंटों समझाते बुझाते रहे बाद में अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा ने क्षेत्र के व्यापारियों और परिजनों को आश्वासन दिया कि कानून अपना काम कर रहा है पूरी घटना में दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। काफी समझाने बुझाने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया।
दरअसल शुक्रवार को दोपहर में जब सराफा दुकान में मृतक शोभित कौशल बैठा था, तभी दो अज्ञात युवक दुकान पर पहुंचे और ज्वेलरी घर पर जाकर दिखाने को कहकर उसे साथ लेकर चले गए, कुछ देर बाद एक युवक उसकी बाइक लाकर की चाबी लेकर दुकान में रखी तिजोरी को खोलने लगता है पड़ोसी दुकानदारों को शक होता है। इसके बाद पिता को फोन किया और उसने युवक को मौके पर ही पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस उसे थाने लेकर गई पुलिस को जो उसने जानकारी दी उसके मुताबिक पुलिस शोभित की तलाश कर रही थी लेकिन कुछ पता नहीं चला। शनिवार की दोपहर उसका शव खून से लथपथ धान के खेत में बरामद हुआ इसके बाद पुलिस महक में में हड़कंप मच गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तत्काल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
उधर हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई, मामला मीडिया में आने के बाद इस घटना को लेकर प्रियंका गांधी ने भी फेसबुक पेज पर लिखकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए और आज जब पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचा तो परिजनों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। मौके पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा नें घंटो परिजनों को समझाया बुझाया इसके बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की गई।