Raebareli News: डीएम ने प्राथमिक विद्यालय का किया औचक निरीक्षण, गंदगी मिलने पर प्रधानाचार्य को लगाई फटकार
Raebareli News: जिलाधिकारी हर्षिता माथुर विद्यालय में मिड डे मील के तहत बच्चों के लिए बन रहे खाने को चेक करने के लिए सीधे रसोई घर पहुंची। जहां गंदगी का अंबार लगा हुआ था। जिलाधिकारी गंदगी का अंबार मिलने पर प्रधानाचार्य मंजूलता को कड़ी फटकार लगाई।
Raebareli News: जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने सोमवार (30 अक्टूबर) को शहर के जगदीशपुर व गोरा बाजार में स्थित प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने प्राथमिक विद्यालय गोरा बाजार, नगर क्षेत्र और कंपोजिट स्कूल जगदीशपुर, राही का किया औचक निरीक्षण कर साफ सफाई को लेकर दिए निर्देश। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने शहर के केंद्रीय विद्यालय के बगल स्थित प्राथमिक विद्यालय गोरा बाजार का औचक निरीक्षण किया। विद्यालय में इकलौती स्टाफ शिक्षामित्र गायत्री यादव पढ़ाती मिली। जिला अधिकारी के कंपोजिट स्कूल जगदीशपुर पहुंचते ही विद्यालय में हड़कंप मच गया।
पांच दिन पहले 26 तारीख को डायट की प्रवक्ता प्रीति सिंह ने जगदीशपुर विद्यालय का निरीक्षण किया था, जिसमें साधना मिश्रा सोती मिली थीं। प्रीती सिंह ने बताया कि कुछ तबीयत खराब थी चक्कर आ रहा था इसीलिए लेटी थीं। वहीं, आज जिलाधिकारी हर्षिता माथुर विद्यालय में मिड डे मील के तहत बच्चों के लिए बन रहे खाने को चेक करने के लिए सीधे रसोई घर पहुंची। जहां गंदगी का अंबार लगा हुआ था। जिलाधिकारी गंदगी का अंबार मिलने पर प्रधानाचार्य मंजूलता को कड़ी फटकार लगाई और साफ सफाई की व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उसके बाद बच्चों की कक्षाओं में जाकर शिक्षा की गुणवत्ता के साथ ही उनको मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान एक कक्षा के बच्चे खुले आसमान के नीचे बैठे पढ़ते मिले। शिक्षिका ने कहा कि ग्राम प्रधान द्वारा कायाकल्प योजना के अंतर्गत कमरों में टाइल्स लगाया जा रहे हैं। जिस कारण बच्चे बाहर बैठे हैं। एक कमरे में ताला लगा मिला तो पता करने पर मालूम चला की अवकाश पर चल रही शिक्षिका ने अपना ताला जड़ रखा है। जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद आनन फानन में बच्चों को बरामदे में बैठाया गया।
जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने जगदीशपुर और गोरा बाजार का संयुक्त निरिक्षण किया गया है जहाँ एमडीएम को सुधारने के लिए अध्यापक को निर्देश दिया गया और साफ सफाई का निर्देश भी दिया गया। साथ ही डीएम अनुपस्थित चल रहे बच्चों को स्कूल लाने और संख्या बढ़ाने के लिए उनके माता-पिता से संपर्क करने को कहा गया है।