Raebareli News: माधव बक्श सिंह जयंती की शाम गीत, गजलों और शायरी की सजी महफ़िल

Raebareli News: कवि सम्मेलन में कवियों ने कविताओं के अलग-अलग रस बिखरे। श्रोता प्रेम रस से भावनाओं में बहे तो कभी हास्य रचनाओं ने उन्हें गुदगुदाया, वहीं वीर रस के कवि गौरव चौहान की कविताओं पर सभी देशप्रेम से ओतप्रोत भी दिखे

Report :  Narendra Singh
Update: 2024-08-25 14:31 GMT

Raebareli News ( Pic- Newstrack)

Raebareli News: अवध के ‘महाराणा प्रताप’ राणा बेनी माधव बक्श सिंह की 220वीं जयंती की शाम गीत, गजलों और शायरी की महफ़िल सजी। देश और दुनिया में अपना नाम करने वाले कलमकारों से सजी महफ़िल का जादू इस कदर चला की रात के एक पहर तक लोग फिरोज गांधी कॉलेज के सभागार में जमे रहे। कवि सम्मेलन का आगाज कवयित्री मनिका दुबे ने सरस्वती वंदना के साथ में किया। अखिल भारतीय कवि सम्मेलन की अध्यक्षता मशहूर शायर और गीतकार मंजर भोपाली ने की। कवि सम्मेलन में कवियों ने कविताओं के अलग-अलग रस बिखरे। श्रोता प्रेम रस से भावनाओं में बहे तो कभी हास्य रचनाओं ने उन्हें गुदगुदाया, वहीं वीर रस के कवि गौरव चौहान की कविताओं पर सभी देशप्रेम से ओतप्रोत भी दिखे।


कवयित्री मनिका दुबे ने मां की वंदना आरती की थाल सजाओं जी, वीणापाणि मां को मनाओ जी...सब मिलकर करें वंदन जी, हम सब मैय्या तुम्हारे हैं नंदन जी। श्रंगार में उन्होंने पढा हाल दिल का छिपाना नहीं आएगा, कौन सा तुमसा तराना नहीं आएगा, आज मुस्करान की तुमने तारीफ, अब मेरा मुस्कराना नहीं जाएगा।अफजल इलाहाबादी ने पढ़ा, मेरी तामीर मुकम्मल नहीं होने पाती, कोई बुनियाद हिलाता है चला जाता है, देर तक गुंज सी रहती है हर महफ़िल में, कोई आवाज लगाता है चला जाता है।वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डॉ. भावना श्रीवास्तव ने पढा, जब दिखाई दे रहा था खुदकुशी का रास्ता, तब अचानक ही मिला ये शायरी का रास्ता, रात वो नेमत है जो रौशन है अपने नूर से वो भला कब देखती है रोशनी का रास्ता। अपनी खूबसूरत गजल वह अगर बेवफा नहीं होता, फिर कोई मसला नहीं होता...जिंदगी ले चले जिधर चाहे, हम से अब फैसला नहीं होता...पढ़कर खूब तालियां बटोरी।


जिले में हास्य के बड़े हस्ताक्षर कवि मधुप श्रीवास्तव उर्फ नरकंकाल ने राणा बेनी माधव पर पढा, जहां राणा बेनी माधव की तलवार युद्ध में खेली है, अंग्रेजों की सेना को रण में कोसों दूर ढकेली है, ये रायबरेली है ये रायबरेली है। इसके साथ ही महंगाई पर कटाक्ष करते हुए लोगों को खूब गुदगुदाया। कोलकाता में हुई वीभत्स घटना पर भी कविता पढ़कर उन्होंने सरकार पर कटाक्ष किया।प्रेम के कवि स्वयं श्रीवास्तव ने पढ़ा, न जीत में न हार ही जाने में मजा है, मैं जानता हूँ दांव लगाने में मजा है, इस जिंदगी की जंग में हारे जुआरियों, जो जीत गए उनको चिढ़ाने में मजा है...अपनी चित परचित कविता मुश्किल थी संभलना ही पड़ा घर के वास्ते...पढ़कर खूब तालियां बटोरी। इसके साथ ही श्रोताओं की मांग पर उन्होंने अनारकली पर लिखी गई कविता भी पढ़ी।दिल्ली से आए कवि अभिसार गीता शुक्ल ने अपने छंद कौन है राम पढ़ने के साथ ही कृष्ण के प्रेम पर कविताएं पढ़ी देह पिघल गई मथुरा भर की, देह पिघल गई यमुना कर की...की बनवारी की राह जोहरते। उदासी चखती रहती है दुःखों को धार देती है। मोहब्बत कुछ नहीं करती है लड़के मार देती हैं।


लपेटे में नेता शो के स्टॉर व वीर रस के कवि गौरव चौहान ने मेरा महबूब मेरा भारत के साथ में शुरुआत करते हुए पढा लेकर अपने ह्रदय अयोध्या, मथुरा, काशी खड़े रहो, जय जवान और जय किसान, साधु सन्यासी खड़े रहो, जात-पात का भेद मिटाकर देशद्रोहियों से लड़ने, राणा बेनी माधव के संग वीरा पासी खड़े रहो...इसके अलावा चीन पर पैरोड़ी कितना छोटा तुझे रब ने बनाया कि जी करें पीटता रहूं... पढ़कर तीखा प्रहार किया।कार्यक्रम का संचालन कर रहे दो. श्लेष गौतम ने पढ़ा कि हमारा जिस्म बोलेगा हमारी जान बोलेगी, हमारे सह की पाकीजगी की शान बोलेगी, वतन के वास्ते जब भी हमारा सिर कलम होगा, लहू की आखिरी वो बूंद हिंदुस्तान बोलेगी। इसके अलावा देशभक्ति कोई धन के लिए कोई मन के लिए, कोई जीता है बस तन बदन के लिए, याद करती है दुनिया मगर बस उसे जान दे दे जो अपनी वतन के लिए।


कारगिल शहीद राजेंद्र यादव की पत्नी को समिति ने किया सम्मानित

अवध केसरी राणा बेनी माधव बक्ष सिंह की जयंती के अवसर पर समिति द्वारा कारगिल युद्ध के दौरान रायबरेली जिले के शहीद हुए राजेंद्र यादव की वीरनारी ललिता देवी को कारगिल की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर सम्मानित किया गया। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, महावीर चक्र से सम्मानित नायक दिगेंद्र कुमार, पत्रकार मौसमी सिंह व समिति के अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह ने ललिता देवी को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।


चित्रकला वाद विवाद प्रतियोगिता में स्थान पर बच्चों को किया गया पुरस्कृत

रायबरेली। राणा बेनी माधव बक्श सिंह स्मारक समिति द्वारा आयोजित राणा जयंती के उपलक्ष में आयोजित वाद विवाद प्रयुक्त प्रतियोगिता एवं चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त किए हुए बच्चों को पुरस्कृत किया गया। उल्लेखनीय है कि 16 अगस्त को समिति द्वारा क्या वर्तमान षिक्षा प्रणाली छात्रों को वास्तविक दुनिया के लिए तैयार कर रही है के विषय पर एक वाद विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इसमें पक्ष की ओर से योमन अब्बास प्रथम,स्तुति सिंह द्वितीय तथा षिखर गुप्ता ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वही विपक्ष मे बोलते हुए कपूरिका खन्ना प्रथम, कतिका तिवारी द्वितीय व वैषस्वी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार चित्रकला में भी प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त किये बच्चो को पुरस्कृत किया गया।

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