Prayagraj News: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी कैंपस छावनी में तब्दील, पीएसी के साथ आरएएफ के जवान तैनात

Prayagraj News: विश्वविद्यालय छात्रों और यूनिवर्सिटी प्रशासन के बीच हिंसक टकराव को लेकर सोमवार को बवाल के बाद पूरे यूनिवर्सिटी कैंपस को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2022-12-20 07:10 GMT

इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी का कैंपस: Photo- Social Media

Prayagraj News: प्रयागराज स्थित प्रतिष्ठित इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी (Allahabad Central University) को पूरब के ऑक्सफोर्ड का तमगा हासिल है। लेकिन पिछले कुछ महीनों से यह विश्वविद्यालय छात्रों और यूनिवर्सिटी प्रशासन के बीच हिंसक टकराव (clash between students and university administration) को लेकर खबरों में है। सोमवार को हुए एक ऐसे ही बवाल के बाद पूरे यूनिवर्सिटी कैंपस को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। कैंपस के चप्पे –चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, कई थानों के पुलिस फोर्स के अलावा पीएसी और आरएएफ के जवानो की भी तैनाती की गई है।

छात्रसंघ चुनाव और फीस वृद्धि को लेकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय (Allahabad University) में लंबे समय से छात्रों और विश्वविद्यालय प्रबंधन के बीच गतिरोध चल रहा है। रविवार को हुई एक घटना ने इस विवाद में आग में घी डालने का काम किया। सुरक्षाकर्मियों और छात्रों के बीच बहस ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया और पूरा कैंपस रणक्षेत्र में बदल गया। इस दौरान जमकर तोड़फोड़ और आगजनी हुई। कैंपस में खड़ी करीब 15 गाड़ियों को आक्रोशित छात्रों ने आग के हवाले कर दिया था।

यूनिवर्सिटी में आज अवकाश और छात्र धरने पर

ताजा विवाद के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस में तनाव चरम पर पहुंच गया है। कैंपस में पुलिसकर्मियों की भारी तैनाती को देखते हुए कुलपति ने आज अवकाश विश्वविद्यालय में अवकाश घोषित कर दिया है। वहीं, सोमवार की घटना से नाराज छात्र छात्रसंघ भवन के बाहर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन की शह पर सुरक्षाकर्मियों ने गोली चलाई।

सोमवार को हुए विवाद की वजह

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रबंधन और छात्रों के बीच विवाद की एक और जड़ छात्रसंघ भवन है। इस पर लंबे समय से ताला लटका हुआ है, छात्र इसे खुलवाना चाहते हैं लेकिन यूनिवर्सिटी इसके लिए राजी नहीं है। छात्रसंघ भवन के बगल में ही स्टेट बैंक भी है। सोमवार को यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र नेता और कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेकानंद पाठक केवाईसी जमा करने बैंक पहुंचे थे। लेकिन वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उनकी गाड़ी को बाहर ही रोक दिया। इस पर विवाद शुरू हो गया। देखते ही देखते मारपीट और फायरिंग शुरू हो गई। छात्रों ने विश्वविद्यालय के अंदर तोड़फोड़ और आगजनी जैसी घटनाओं को अंजाम दिया।

43 अज्ञात लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज

कांग्रेस नेता विवेकानंद पाठक की तहरीर पर कैंपस में मारपीट और फायरिंग करने वाले सुरक्षाकर्मियों के विरूद्ध मुकदमा कायम किया गया है। इस मामले में कर्नलगंज पुलिस स्टेशन में तीन नामजद और 43 अज्ञात लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज हुआ है। इस घटना में विवेकानंद पाठक के सिर में चोटें आई हैं। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हुए बवाल को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार को घेरा है। वहीं स्थानीय बीजेपी सांसद रीताबहुगुना जोशी ने कहा कि इस घटना से यूनिवर्सिटी की छवि को धक्का लगेगा। 

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