Ramadan 2023 : जानिए कब शुरू है रमज़ान का पाक महीना, कितने घंटों का होगा रोजा

Prayagraj News: माहे रमजान को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं, मुस्लिम समुदाय के लोग इस पाक महीने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अगर 22 मार्च की शाम चांद दिखा तो रमजान 23 मार्च से शुरू होगा और अगर 23 मार्च की शाम चांद दिखाई दिया तो रमजान 24 मार्च से शुरू होगा।

Update: 2023-03-22 19:14 GMT
File photo of women shopping for items (Pic: Newstrack)

Prayagraj News: इस बार रमजान का पाक महीना 23 या 24 मार्च से शुरू होगा। इन दिनों में ही चांद की तस्दीक होने के बाद रमजान के पाक महीने की शुरुआत हो जाएगी। माहे रमजान को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं, मुस्लिम समुदाय के लोग इस पाक महीने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अगर 22 मार्च की शाम चांद दिखा तो रमजान 23 मार्च से शुरू होगा और अगर 23 मार्च की शाम चांद दिखाई दिया तो रमजान 24 मार्च से शुरू होगा। इस बार का रोजा औसतन 14 घंटे से भी अधिक वक्त का होगा। रमजान के ठीक एक महीने के बाद ईद मनाई जाती है। मुसलमानों के इस पाक और मुबारक महीने में हर मुसलमान अल्लाह को याद करता है और दिनभर बिना कुछ खाए पिए रोजा रहता है। बात प्रयागराज की करें तो यहां रमजान की तैयारियों को लेकर बाज़ार सज गए हैं।

शुरू होगा सहरी और इफ्तार का दौर

रमजान के दौरान लोग सुबह तकरीबन तीन बजे (सहरी) उठकर के भोजन ग्रहण करते हैं, जिसके बाद दिनभर रोजा रखकर शाम को सूरज ढलते समय (इफ्तार) खजूर खाकर के रोजा तोड़ते हैं। प्रयागराज के बाज़ार रमजान को लेकर खरीदारों की भीड़ से गुलजार हैं। कोई खजूर खरीद रहा है तो कोई फेनी। किसी को टोपी खरीदनी है तो किसी को सहरी और इफ्तार के सामान। खुदा की इबादत में कोई कोर-कसर न रह जाए, इसके लिए महजबी किताबों को लेने की तरफ भी लोगों का काफी ध्यान है।

खरीदारों से बाजार गुलजार

इस बार रोजदारों को इस बार 14 घंटो से ज्यादा का रोज़ा रखना होगा। यानी सुबह करीब पौने चार बजे से लेकर शाम सात बजे के बाद तक पानी की एक बूंद लेने पर भी मनाही होगी। मानना है कि जितनी ज्यादा देर तक रोज़ा रखना पड़ेगा, उन्हें इबादत करने और सबाब हासिल करने का उतना ही ज्यादा मौका मिलेगा। हालांकि, खरीदारी करने आए लोगों का कहना है कि इस बार महंगाई ज्यादा है और हर सामान महंगे दामों पर बिक रहे हैं। ऐसे में सरकार को इस तरफ भी ध्यान देना चाहिए।

इबादत का मिलता है 70 गुना सबाब

इस्लामी कैलेण्डर के 12 महीनों में रमजान को सबसे पाक (पवित्र) और मुक़द्दस (इबादत के लिए महत्वपूर्ण ) महीना माना जाता है। कहा जाता है कि रमजान के महीने में 30 रोज़े रखकर अल्लाह की इबादत करने वालों के सारे गुनाह माफ़ हो जाते हैं और ज़िंदगी ख़त्म होने पर उन्हें जन्नत में जगह दी जाती है। रमजान के महीने में की गई इबादत का फल आम दिनों से 70 गुना ज्यादा हासिल होता है। इस महीने में अल्लाह अपने बंदो की इबादत से खुश होकर उन पर रहमतों की बारिश करते हैं।

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