हिंदू नेता रंजीत का काला सच! रेप के साथ लगे थे कई गंभीर आरोप, ऐसा है इतिहास

बता दें कि गोरखपुर के गोला थाना क्षेत्र के लाला लोगों की अहिरौली गांव के तारा लाल श्रीवास्तव के पुत्र रणजीत बच्चन काफी सालों तक गोरखपुर के लोगों से उसका सम्पर्क नहीं रखा। यहां के लोग उसे लगभग भूल चुके थे लेकिन रविवार की सुबह जैसे ही उसकी हत्या खबर आई, उसके बारे में चर्चा शुरू हो गई।

Update:2020-02-02 20:46 IST

गोरखपुर: बीते चार महीनों में यूपी की राजधानी लखनऊ में दो हिंदू नेताओं के हत्या के बाद प्रदेश सरकार और यूपी पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं, वहीं विपक्षी दल दस पर लगातार हमलावर हैं।

रविवार को लखनऊ के हजरतगंज में मारे गए हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रणजीत बच्चन की हत्या के बाद अब एक से बढ़कर एक खुलासे हो रहे हैं। जानकारी के मुताबिक रणजीत बच्चन गोरखपुर पुलिस के रेकॉर्ड में ‘फरार’ चल रहा था। यही नहीं बच्चन पर साली से रेप के मामले में केस भी दर्ज है और चार्जशीट भी लग चुकी है। इसके अलावा विवाहेत्तर संबंध की वजह से पत्नी ने भी उस पर मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन फिर दोनों में समझौता हो गया था।

क्या है रणजीत बच्चन का इतिहास

बता दें कि गोरखपुर के गोला थाना क्षेत्र के लाला लोगों की अहिरौली गांव के तारा लाल श्रीवास्तव के पुत्र रणजीत बच्चन काफी सालों तक गोरखपुर के लोगों से उसका सम्पर्क नहीं रखा। यहां के लोग उसे लगभग भूल चुके थे लेकिन रविवार की सुबह जैसे ही उसकी हत्या खबर आई, उसके बारे में चर्चा शुरू हो गई।

साली से रेप में फंसा तो फिर निकल नहीं पाया

साल 2017 में बच्चन की साली ने शाहपुर थाना में रणजीत बच्चन के खिलाफ छेड़खानी और मारपीट का केस दर्ज कराया। मैजिस्ट्रेट के सामने दफा 164 के बयान में साली ने रेप का जिक्र किया तो धारा 376 भी लग गई। तब वह भेड़ियागढ़ में ही किराये के मकान में रहता था। ससुराल भी घर के सामने ही थी। तब से वह पुलिस रिकॉर्ड में ‘फरार’ चल रहा था। पुलिस ने रेप के इस मामले में आरोप पत्र भी अदालत में दाखिल कर दिया है। पकड़ में नहीं आने पर 2018 में ही पुलिस ने पतरका गांव वाले शेडनुमा मकान पर कुर्की की नोटिस भी चस्पा की। अब कुर्की का आदेश भी होने वाला था।

रेप के बाद ससुराल ने तोड़ लिया रिश्ता

साली से रेप के बाद ससुराल ने रणजीत बच्चन से किनारा कर लिया था। हत्या के बाद साली ने कहा कि अब उनसे परिवार का कोई नाता नहीं है। बातचीत भी नहीं होती है। चूंकि बहन पति की तरफदारी करती थी और केस वापस लेने को कहती थी इसलिए परिवार ने उससे भी बातचीत बंद कर दी। साली फिलहाल एक हॉस्पिटल में अपनी मां का इलाज करा रही है।

राजनीतिक पार्टियों में थी हनक

पहले बीएसपी और फिर एसपी में रहते हुए शायद रणजीत बच्चन जान गया था कि यहां उसकी दाल नहीं गलने वाली। जो वह चाहता है, वह उसे इन दलों में नहीं मिलेगा और वह एक सामान्य कार्यकर्ता ही बना रह पाएगा इसलिए उसने हिन्दुत्व का चोला ओढ़ लिया। बतौर प्रदेश अध्यक्ष उसकी महत्वकांक्षा पूरी होते दिख रही थी। लेकिन अचानक उसकी हत्या हो गई। हालांकि अब पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।

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