Ravi Prakash Verma Resign: अखिलेश यादव को लगा बड़ा झटका, दिग्गज नेता रवि प्रकाश वर्मा का सपा से इस्तीफा, कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें

Ravi Prakash Verma Resign: रवि प्रकाश वर्मा के इस्तीफे को समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। अब रवि प्रकाश वर्मा के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें हैं।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2023-11-03 11:31 IST

Ravi Prakash Verma Resign SP (photo: social media )

Ravi Prakash Verma Resign: देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को बड़ा झटका लगा है। चार बार के सांसद और सपा के दिग्गज नेता रवि प्रकाश वर्मा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के पास भेज दिया है। अखिलेश यादव को भेजे गए पत्र में उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में पार्टी की आंतरिक स्थितियों के कारण मैं कार्य करने में असमर्थ हूं। इसलिए मैंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है।

रवि प्रकाश वर्मा के इस्तीफे को समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। अब रवि प्रकाश वर्मा के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें हैं। जानकारों के मुताबिक वे 6 नवंबर को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे। कांग्रेस की ओर से उन्हें अगले लोकसभा चुनाव के दौरान चुनावी अखाड़े में उतारा जा सकता है।

अखिलेश की मनाने की कोशिश नाकाम

रवि प्रकाश वर्मा के परिवार की लखीमपुर खीरी में मजबूत पकड़ मानी जाती रही है। उनके माता-पिता भी इस लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। अब माना जा रहा है कि रवि प्रकाश वर्मा की बेटी पूर्वी वर्मा भी सपा से इस्तीफा दे सकती हैं। जानकार सूत्रों का कहना है कि रवि प्रकाश वर्मा ने लखीमपुर खीरी सीट से टिकट कटने की आशंका से सपा से किनारा कर लिया है। सपा की ओर से इस लोकसभा सीट पर किसी दूसरे नेता को प्राथमिकता दी जा रही है जिसे लेकर रवि प्रकाश वर्मा नाराज थे।

सूत्रों के मुताबिक सपा मुखिया अखिलेश यादव की ओर से रवि प्रकाश वर्मा को मनाने की कोशिश भी की गई थी मगर बात नहीं बन सकी। आखिरकार उन्होंने सपा मुखिया को अपने इस्तीफे का पत्र भेज दिया।

कई बार लेना पड़ता है कठिन फैसला

रवि प्रकाश वर्मा की बेटी पूर्वी वर्मा को पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान सपा ने टिकट दिया था मगर वे चुनाव जीतने में कामयाब नहीं हो सकी थीं। रवि प्रकाश वर्मा के इस्तीफा की जानकारी देते हुए पूर्वी वर्मा ने एक्स पर लिखा कि कई बार कुछ फैसले लेना बेहद कठिन होते है,लेकिन लेने भी ज़रूरी होते हैं।

उन्होंने कहा कि पिछले 50 साल से अधिक समय से हमारे परिवार ने जनता की सेवा की है और खीरी को बेहतर बनाने की ईमानदारी से कोशिश की है। आप सबने पूरा सहयोग किया है। वादा है हम आपको आगे भी निराश नहीं करेंगे। नए कदम की घोषणा जल्द।

लखीमपुर खीरी में परिवार की मजबूत पकड़

लखीमपुर खीरी इलाके में रवि प्रकाश वर्मा के परिवार का लंबे समय से प्रभुत्व रहा है। उनके पिता और कांग्रेस नेता बालगोविंद वर्मा ने खीरी सीट पर 1962 से 1971 तक और फिर 1980 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (इंदिरा) के प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल की थी। उनकी पत्नी उषा वर्मा ने भी तीन बार इस सीट का प्रतिनिधित्व किया।

उनके बेटे रवि प्रकाश वर्मा ने 1998, 1999 और 2004 में समाजवादी पार्टी के नेता के तौर पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी। बाद में अखिलेश यादव ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य भी बनाया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में रवि प्रकाश वर्मा की बेटी पूर्वी वर्मा को समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा गया था मगर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

अब कांग्रेस का दामन थामेंगे रवि वर्मा

जानकारों का कहना है कि समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देने के बाद रवि प्रकाश वर्मा अब कांग्रेस का दामन थामेंगे। उन्होंने आज अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है जिसमें भावी कदम पर फैसला लिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक वे 6 नवंबर को कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने भी कहा है कि रवि प्रकाश वर्मा हमारे संपर्क में हैं। उनके कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को मजबूती मिलेगी।

रवि प्रकाश वर्मा का इस्तीफा अखिलेश यादव के लिए इसलिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि उनकी गिनती बड़े कुर्मी नेता के रूप में की जाती रही है। उनका इस्तीफा गैर यादव पिछड़ों को सपा से जोड़ने के अभियान के लिए भी झटका माना जा रहा है। कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद पार्टी की ओर से उन्हें अगले लोकसभा चुनाव के दौरान लखीमपुर खीरी से चुनावी जंग में उतारा जा सकता है।

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