फर्जी अभिलेखों के आधार पर नौकरी:शिक्षकों से रिकवरी होंगे 3 करोड़ रुपये
हरदोई में फर्जी अभिलेखों के आधार पर नौकरी करने वाले 66 मुन्नाभाई अध्यापकों की मुसीबतें बढ़ गयी है।फर्जी अभिलेखों के आधार पर नौकरी करने वाले अध्यापकों से वेतन के 3 करोड़ रुपये की रिकवरी के आदेश जारी किए गए है।यह मुन्नाभाई शिक्षक करीब 2 साल तक नौकरी करते रहे हैं।
हरदोई: हरदोई में फर्जी अभिलेखों के आधार पर नौकरी करने वाले 66 मुन्नाभाई अध्यापकों की मुसीबतें बढ़ गयी है।फर्जी अभिलेखों के आधार पर नौकरी करने वाले अध्यापकों से वेतन के 3 करोड़ रुपये की रिकवरी के आदेश जारी किए गए है।यह मुन्नाभाई शिक्षक करीब 2 साल तक नौकरी करते रहे हैं।बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को इस तरह का आदेश जारी किया है।इस मामले में शहर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई थी और मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है।
हरदोइ मे टीईटी की फर्जी अंक पत्र लगाकर शिक्षक की नौकरी पाने वालों में 66 लोगों का नाम सामने आया है।यह सभी 1 साल 5 माह तक नौकरी कर रहे थे। विभागीय जांच में जब इसका खुलासा हुआ तो बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से इन मुन्नाभाइयों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है।बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमन्त राव ने इन सभी शिक्षकों से अब तक ली हुई तनख्वाह की रिकवरी के आदेश जारी किये है।
दरअसल परिषदीय विद्यालयों में फर्जी अंक पत्रों के आधार पर एक साल पांच माह तक वेतन पाने वाले 66 शिक्षको से सवा तीन करोड़ रूपये की रिकवरी की जायेगी विभाग की और से इस संबंध में सभी खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश जारी कर दिए गए है।