तुरंत देखें: शिक्षकभर्ती का परिणाम घोषित, इन 146060 ने मारी बाजी
परीक्षा नियामक प्राधिकारी प्रयागराज सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने परीक्षा समिति की बैठक के बाद रिजल्ट जारी किया। सर्वाधिक उत्तीर्ण अभ्यर्थी OBC हैं।
लखनऊ: प्रदेश में करीब डेढ़ वर्ष के लंबे इंतजार के बाद परिषदीय स्कूलों की 69000 सहायक अध्यापक भर्ती का परिणाम आज घोषित हो गया। जिसमें 146060 अभ्यर्थी सफू रहे हैं। इस भर्ती की लिखित परीक्षा छह जनवरी 2019 को प्रदेश भर में कराई गई थी। परीक्षार्थी इसे कल यानि बुधवार को वेबसाईट पर देख सकेंगे। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव उप्र प्रयागराज अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बैठक में रिजल्ट जारी किया।
146060 अभ्यर्थी हुए पास
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने मंगलवार को 69000 की शिक्षक भर्ती का परिणाम जारी कर दिया है। इनमें 146060 अभ्यर्थी सफल रहे हैं। अब इसकी मेरिट तैयार की जाएगी। परीक्षा नियामक प्राधिकारी प्रयागराज उत्तर प्रदेश के सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने परीक्षा समिति की बैठक के बाद रिजल्ट जारी किया। इस परीक्षा में सर्वाधिक उत्तीर्ण अभ्यर्थी ओबीसी वर्ग से हैं। 84 हजार से अधिक ओबीसी ने परीक्षा पास की है। इस परीक्षा के माध्यम से ही लंबे समय बाद बीएड अभ्यर्थियों को मौका मिला है।
ये भी पढ़ें- ऐसा होगा लॉकडाउन 4.0: मिलेगी छूट और होंगे नए नियम, हो सकता है ऐलान
इस परीक्षा में बीएड डिग्री धारक सर्वाधिक 97 हजार से अधिक लोग उत्तीर्ण हुए हैं। शिक्षक भर्ती की नियमित तैयारी करने वाले डीएलएड अभ्यर्थी भी 38 हजार से अधिक उत्तीर्ण हैं। शिक्षा मित्रों के परिणाम ने जरूर निराश किया है। इसमें सफल होने वालों में सिर्फ 8018 शिक्षा मित्र हैं। इस भर्ती परीक्षा में सामान्य वर्ग के सिर्फ 36614 अभ्यर्थी ही उत्तीर्ण हो सके जबकि एससी 24 हजार से अधिक उत्तीर्ण हैं।
कोर्ट ने भर्ती के लिए तीन माह का दिया समय
परीक्षा के बाद प्राप्तांकों के कट ऑफ विवाद से बेसिक शिक्षा परिषद के सहायक अध्यापकों की यह भर्ती कोर्ट में फंसी थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने बीती 6 मई को शासनादेश के अनुरूप रिजल्ट देने का आदेश दिया था। उच्च न्यायालय ने सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए तीन माह का समय दिया है। इसमें सामान्य वर्ग के 65 फीसदी व आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी 60 फीसदी अंक पाकर उत्तीर्ण होंगे। बता दें कि 69000 सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में कुल 4,30,000 अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन किया गया था। जिसमें 3,86,000 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। शासन द्वारा परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के 69000 पदों पर भर्ती परीक्षा कराये जाने के लिए 01 दिसंबर 2018 को शासनादेश जारी किया गया।
ये भी पढ़ें- CM योगी का बड़ा ऐलान, इन्हे राशनकार्ड उपलब्ध कराने के दिए निर्देश
जिसके क्रम में सचिव, परीक्षा नियामक प्राधिकारी, उप्र. प्रयागराज ने 05 दिसंबर 2018 को सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के लिए विज्ञप्ति जारी कर दी तथा 06 जनवरी 2019 को परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा के बाद 07 जनवरी 2019 को शासनादेश जारी करके सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के लिए न्यूनतम उत्तीर्णांक सामान्य व अन्य पिछडे वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 65 प्रतिशत तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लिए 60 प्रतिशत घोषित किया गया।
जनरल 65 और आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी 60% पर पास
07 जनवरी 2019 को जारी शासनादेश से क्षुब्ध होकर शिक्षामित्रों ने उच्च न्यायालय, इलाहाबाद में कई रिट याचिकाएं दायर कर दी। उच्च न्यायालय ने सभी याचिकाओं को एक साथ करके 29 मार्च 2019 को याचिका दायर करने वालों के पक्ष में फैसला देते हुए सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा-2018 में निर्धारित न्यूनतम उत्तीर्णांक 40 और 45 प्रतिशत का आधार लिए जाने का आदेश दिया।
ये भी पढ़ें- जल्द बड़ा ऐलान: मिलेगी 3 लाख करोड़ की राहत, सरकार की नजर सभी वर्गों पर
उच्च न्यायालय द्वारा 29 मार्च 2019 के आदेश के खिलाफ प्रदेश सरकार ने विशेष अपील दाखिल कर दी। राज्य सरकार की विशेष अपील पर सुनवाई करते हुए बीती 6 मई को 29 मार्च 2019 के आदेश को निरस्त कर दिया और 07 जनवरी 2019 के शासनादेश नियमानुसार मानते हुए 60 व 65 प्रतिशत न्यूनतम उत्तीर्णांक के आधार पर परीक्षाफल घोषित किये जाने का आदेश पारित किया है।