गोरखपुर: दलितों के खिलाफ उत्पीड़न के बढ़ते आंकड़ों से चिंतित भाजपा सरकार भले ही कानून लाकर खुद की पीठ थपथपा रही हो लेकिन दलित समुदाय पर इसका कोई खास असर नहीं दिख रहा। तभी तो बस्ती जिले के दर्जनों दलितों ने अपना मूल धर्म छोड़ने का सनसनीखेज फैसला ले लिया।
इसका खुलासा तब हुआ जब जिले की हिन्दू युवा वाहिनी ने इसके खिलाफ मुकामी थाने से शिकायत की। फिलहाल पुलिस ने धर्म परिवर्तन कराने वाले तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर हिरासत में लिया है।
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लालगंज थाना मोहता गांव में धर्मांतरण की सूचना के बाद हड़कम्प मच गया, गांव के स्थानीय निवासियों ने इस की शिकायत करते हुए कहा की कुछ ईसाई मिशनरी लोगों को ईसाई धर्म धर्मांतरण करवा रहे हैं, धर्मांतरण की शिकायत के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया, गांव में पहुंच कर मामले की जांच की गई, लोगों से पुलिस ने पूछ ताछ की, एएसपी पंकज का कहना है की जांच में धर्मांतरण जैसी कोई चीज सामने नहीं आई है।
कुछ ईसाई अपने धर्म के बारे में लोगों को बता रहे थे, जिसकी वजह से कुछ लोगों ने विरोध किया और कहा की ये लोग गलत कर रहे हैं आपस में विवादास्पद स्थिति उत्पन्न होने पर 151 के तहत कार्रवाई की गई, वहीं धर्मांतरण की सूचना के बाद हियुवा के जिलाध्यक्ष भी मोहता गांव पहुंच गए।
हियुवा के जिलाध्यक्ष अज्जू हिदुस्तानी का कहना है की मुझे जानकारी मिली थी की एक डेढ महीने से बनकटी ब्लाक में धर्मांतरण हो रहा है। मैने गांव में जाकर देखा की गांव में बड़ी संख्या में लोग कह रहे थे की ईशू ही भगवान है। मुझे बहोत दुख हुआ और मै बहोत देर तक समझाने का प्रयास किया। कुछ लोगों को समझ में आया की उन्हें बरगला कर पैसा देकर भ्रमित किया जा रहा है।