एमआर टीकाकरण को सफल बनाने में अब धर्मगुरुओं का मिलेगा साथ

प्रशासन ने धर्मगुरूओं और समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को साथ लेकर इन गलतफहमियों को दूर करने की योजना बनाई है। इसी कड़ी में मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ एमआर जागरूकता बैठक की गयी।

Update: 2018-12-21 14:10 GMT

लखनऊ: मीज़िल्स और रूबेला के संक्रमण से बच्चों को बचाने के लिए प्रदेश सरकार हर सम्भव कोशिश कर रही है। लेकिन टीकाकरण को लेकर फैली गलतफहमियों के कारण यह अभियान पूरी तरह सफल नहीं हो पा रहा है। सोशल मीडिया पर आने वाले भ्रामक मेसेज और वीडियो के कारण लोग एमआर टीके को असुरक्षित समझकर अपने बच्चों का टीकाकरण नहीं करवा रहे हैं।

प्रशासन ने धर्मगुरूओं और समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को साथ लेकर इन गलतफहमियों को दूर करने की योजना बनाई है। इसी कड़ी में मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ एम आर जागरूकता बैठक की गयी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि आज मिजल्स रूबेला अभियान के अंतर्गत मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ 2 बैठकें सम्पन हुई। पहली बैठक शिया मदरसा नाजमिया,शिया पी जी कालेज के पीछे,नक्खास में हुई ।इस बैठक की अध्यक्षता कॉलेज के प्रिंसिपल फरीदपुर हसन ने की।

बैठक में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एम के सिंह,एस एम ओ एन पी एस पी डॉ सुरभि त्रिपाठी, संक्रामक रोग नियंत्रण कक्ष प्रभारी डॉ एस के सक्सेना, यूनिसेफ के बीएमसी अमर सिंह, तिलक राज और सना फातिमा मौजूद रहीं । बैठक में लगभग 250 से ज्यादा इमाम, मौलाना और अन्य लोग मौजूद रहे ।

फरीदी साहब ने कहा कि यह वैक्सीन नौ माह से 15 साल तक के सभी बच्चों के लिए ज़रूरी है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि सभी इमाम नमाज के बाद मस्जिदों में इस बारे में एलान करेंगे।

दूसरी बैठक मदरसा अल फ़िरदौस अल रहमानी,दुबग्गा, लखनऊ में प्रिंसिपल मोहम्मद शकील अहमद की अध्यक्षता में हुई। बैठक में उन्होंने कहा कि यहां मौजूद 300 इमाम, मौलवी और अन्य धर्म गुरु मिजिल्स रूबेला अभियान में पूरी तरह सहयोग करेंगे।

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कुछ दिन पहले भेजा गया था पत्र

सभी के सहयोग से टीकाकरण की कवरेज को बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए एनएचएम के मिशन निदेशक पंकज कुमार ने प्रदेश के मुख्य चिकित्साधिकारियों को कुछ दिन पहले पत्र भेजा था ।पत्र में कहा गया है कि शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए जिलों में ब्लाक स्तर पर धार्मिक गुरूओं/प्रतिष्ठित व्यक्तियों की बैठक आयोजित कराई जाए।

बैठक में नियमित टीकाकरण को बढ़ाने में आने वाली समस्याओं पर चर्चा की जाए। चर्चा के साथ ही समस्याओं के समाधान और उन्हें दूर करने के उपायों को भी रखकर सभी के सुझाव लिए जाए। हर बैठक के रिकॉर्ड और फोटोग्राफ उपलब्ध कराए जाए। मीजिल्स रूबैला टीकाकरण अभियान के दौरान कराए गए धार्मिक गुरुओं और प्रतिष्ठित व्यक्तियों की कराई गई बैठकों को एफएमआर कोड 11.8.1 में बुक करें।

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बैठक के लिए मुख्य दिशा निर्देश

जिला और ब्लाक स्तर पर होने वाली धर्म गुरूओं की बैठक जिला/ ब्लाक स्तरीय वरिष्ठ अधिकारियों की अध्यक्षता में aआगे भी होगी। इसमें 20 धर्म गुुरूओं/प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ ब्लाक स्तर पर कार्यशाला आयोजित होगी। बैठक में धर्म गुरूओं के अलावा क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों को बुलाया जाएगा। सभी को नियमित टीकाकरण के महत्व के बारे में जानकारी दी जाएगी। उनके क्षेत्र में पूर्ण टीकाकरण न कराने वाले/बीच में छोडऩे वालों से सहयोग की अपेक्षा की जाएगी। यह कार्यशाला साल में दो बार आयोजित होगी।

जारी की गई धनराशि

कार्यशाला जिला प्रतिरक्षण अधिकारी के नेतृत्व में स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, डीसीपीएम द्वारा यूनीसेफ/बीएमसी का सहयोग दिया जाएगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी कार्ययोजना और उपभोग प्रमाणपत्र के साथ जिलावार रिपोर्ट जारी करेंगे । यूनीसेफ के अधिकारी द्वारा जिला प्रतिरक्षण अधिकारी और चिकित्सा अधिकारियों के परामर्श से धार्मिक नेताओं की भागीदारी की जाए इसके लिए अलग-अलग जिलों के लिए धनराशि भी जारी की गई है।

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