अलर्ट पर चप्पा-चप्पा: स्टेशनों सहित जगह-जगह तैनात हुई फोर्स
अयोध्या राम-जन्मभूमि विवाद पर फैसला कुछ ही दिनों में आने वाला है। फैसले को लेकर न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हो गई हैं। बता दें कि गृह मंत्रालय ने राज्यों को एडवाइजरी जारी करके सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करने के निर्देश दिए है।
नई दिल्ली : अयोध्या राम-जन्मभूमि विवाद पर फैसला कुछ ही दिनों में आने वाला है। फैसले को लेकर न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हो गई हैं। बता दें कि गृह मंत्रालय ने राज्यों को एडवाइजरी जारी करके सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही भारतीय रेलवे भी इस फैसले से पहले सुरक्षा को पुख्ता करने में जुट गया है।
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सुरक्षा के लिए फोर्स की तैनाती
सुरक्षा के चलते इसके लिए रेलवे पुलिस की ओर से सभी जोन को 7 पेज की एजवाइजरी जारी की गई है जिसमें आरपीएफ के सभी जवानों की छुट्टी रद्द कर दी गई हैं और ट्रेनों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस एडवाइजरी में रेलवे स्टेशनों के पास और रेलवे की भूमि में बने धार्मिक स्थलों की कड़ी निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही ऐसा माना जा रहा है कि किसी विपरीत हालात में ऐसी जगहों पर हिंसा भड़क सकती है।
माहौल को देखते हुए रेलवे पुलिस ने देश के 78 रेलवे स्टेशनों को अतिसंवेदनशील माना है जहां सुरक्षा की कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। इन स्टेशनों में दिल्ली, मुंबई, महाराष्ट्र समेत उत्तर प्रदेश के कई स्टेशन शामिल हैं।
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सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी
केंद्रीय गृह मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार, अयोध्या के फैसले को देखते हुए सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की गई है। सभी राज्यों को फैसले को लेकर अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, अतिरिक्त सुरक्षा के लिए गृह मंत्रालय अर्धसैनिक बलों की 40 कंपनियां भेज रहा है। इन 40 कंपनियों में 4000 पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान शामिल होंगे।
जानकारी के लिए बता दें कि अयोध्या पर अगले 10 दिन बाद कभी भी फैसला आ सकता है। सुनवाई पूरी होने के बाद इस समय सभी पक्षों के वकीलों के दावों और सबूतों की जांच के साथ ही फैसला लिखा जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की विशेष पीठ मंगलवार यानी 12 नवंबर के बाद इस मामले में फैसला सुनाएगी। साफ शब्दों में कहे तो 13 से 16 नवंबर के बीच किसी भी दिन इस अयोध्या विवाद पर फैसला आ सकता है।
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