Saharanpur News: वकील कर्मवीर सिंह के 5 हत्यारों को फांसी की सजा, 9 साल बाद आया फैसला

Saharanpur News: 9 साल पहले वकील कर्मवीर सिंह की कार रोककर चाकुओं से गोदकर उनकी हत्या कर दी गई थी। जस्टिस महेश कुमार की कोर्ट ने आज सभी 5 हत्यारों को फांसी की सज़ा सुनाई है।

Report :  Neena Jain
Update: 2024-06-06 14:20 GMT

Saharanpur News (Pic: Newstrack)

Saharanpur News: सहारनपुर में वकील कर्मवीर सिंह की हत्या के 5 दोषियों को फांसी की सज़ा सुनाई गई है। 9 साल पहले वकील कर्मवीर सिंह की कार रोककर चाकुओं से गोदकर उनकी हत्या कर दी गई थी। जस्टिस महेश कुमार की कोर्ट ने आज सभी 5 हत्यारों को फांसी की सज़ा सुनाई है। हत्यारों में दो सगे भाई भी हैं। हत्या से पहले कर्मवीर 2 बार आईएएस मेन क्वालीफाई कर चुके थे। 8 महीने पूर्व ही उनकी शादी हुई थी। कर्मवीर के पिता सतपाल छाबड़ा भी हमले के समय उनके साथ थे और वो भी गंभीर रूप से घायल हुए थे। एडवोकेट 35 वर्षीय कर्मवीर सिंह की हत्या के आरोप में जिला कोर्ट ने पांच देशों को फांसी की सजा सुनाई है।

5 दोषियों को फांसी की सजा

इस घटना से वकीलों और व्यापार संघ में काफी रोष था और इस घटना को लेकर 1 दिन की हड़ताल भी की गई। जस्टिस महेश कुमार की कोर्ट ने इस हत्याकांड में 71 वर्षीय अमरजीत बत्रा, 64 वर्षीय भूपेंद्र बत्रा, 34 वर्षीय गुरु प्रताप सिंह उर्फ हनी, 36 वर्षीय गुरमीत सिंह उर्फ सनी और 59 वर्षीय गुरमीत सिंह राजू को फांसी की सजा सुनाई है। अमरजीत और भूपेंद्र सगे भाई हैं। गुरु प्रताप भूपेंद्र और गुरमीत अमरजीत का बेटा है। दोनों पक्षों में एक प्लॉट को लेकर विवाद था जिसको लेकर यह हत्या की गई। घटना में जहां कर्मवीर की मौत हो गई थी वही सतपाल छाबड़ा को गंभीर हालत में हर सेंटर रेफर कर दिया गया था। इन सभी मामले में सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। चार्ट शीट कोर्ट में पेश हुई थी। जज ने फैसला सुनाते हुए कहा कि करमवीर एक नौजवान वकील थे। कर्मवीर के पिता एक कारोबारी ही हैं। इस घटना से वकील और व्यापार संघ में काफी रोष था और इस घटना को लेकर बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश ने एक दिन की हड़ताल भी की थी। उस समय अधिवक्ता समाज में सुरक्षा की भावना भी उत्पन्न हुई थी।

9 साल पहले हुई थी हत्या

9 साल पहले 26 दिसंबर 2015 को कार रोक कर कर्मवीर सिंह की उसे समय हत्या कर दी थी जब वह अपने पिता प्रॉपर्टी डीलर सतपाल छाबड़ा के साथ कर से कहीं जा रहा था। रास्ते में हत्या आरोपियों ने कर को रोक लिया और जैसे ही कार रोकी हमलावरों ने उनको कार से घसीट लिया। कर्मवीर सिंह को 10 बार चाकू मारे। कर्मवीर का दिल डैमेज हो गया था। पिता सतपाल छाबड़ा भी हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए लोगों की मदद से पिता सतपाल छाबड़ा अपने बेटे को लेकर अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कर्मवीर सिंह दो बार आईएएस मेन क्वालीफाई कर चुके थे और उनकी पत्नी 4 महीने की गर्भवती थी। 2 साल पहले ही कर्मवीर की शादी हुई थी। आरोपी और कर्मवीर आपस में रिश्तेदार थे। दोनों ही प्रॉपर्टी डीलिंग का काम भी करते थे। इसी विवाद के चलते कर्मवीर की हत्या की गई थी। कर्मवीर की हत्या के 5 महीने बाद उनकी पत्नी ने एक बेटी को जन्म दिया था।


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