वृन्दावन में संतों का मेला: ऐसा भव्य होगा समागम, योगी सरकार की तैयारियां तेज

संत समागम मेला में बड़ी संख्या में संतों के आने की संभावना को ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके पहले यह आयोजन वर्ष, 2010 व वर्ष, 1998 में किया गया था।

Update: 2020-11-27 14:26 GMT
वृन्दावन में संतों का मेला: ऐसा भव्य होगा समागम, योगी सरकार की तैयारियां तेज

श्रीधर अग्निहोत्री

लखनऊ: अगले साल वृंदावन में होने वाले संत समागम के आयोजिन के लिए बेहतरीन इंतजाम किए जाएगें। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से कहा गया है कि 16 फरवरी, से 28 मार्च तक वृन्दावन (मथुरा) में आयोजित होने वाले संत समागम कार्यक्रम के लिए समुचित व्यवस्थाएं रखी जाएं। अब तक संतो की तरफ से ही वृन्दावन (मथुरा) में संत समागम का आयोजन किया जाता रहा है।

संत समागम मेला

संत समागम मेला में बड़ी संख्या में संतों के आने की संभावना को ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके पहले यह आयोजन वर्ष, 2010 व वर्ष, 1998 में किया गया था। यह आयोजन वृन्दावन परिक्रमा मार्ग तथा यमुना नदी के मध्य भू-भाग पर होता है, इसके लिए मुख्यमंत्री की तरफ से अधिकारियों से कहा गया है कि संत समागम के लिए स्वच्छ व निर्मल जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाये तथा इसके लिए नालों की टेपिंग आदि की कार्यवाही समय रहते पूरी कर ली जाये। सुरक्षा एवं स्वच्छता के लिए सभी जरूरी इंतजाम किये जायें तथा सभी कार्य मेला प्रारंभ होने से पूर्व पूरे कर लिये जायें तथा इसके लिए टाइम लाइन निर्धारित कर ली जाए।

मेले में शुद्ध जलापूर्ति सुनिश्चित कराई जायेगी

इस सम्बन्ध में आज मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई, जिसमें कहा गया कि मेले में शुद्ध जलापूर्ति सुनिश्चित कराई जायेगी। इसके अलावा सफाई व्यवस्था, ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन, पब्लिक टायलेट, स्ट्रीट लाइट व जल निकासी के लिए सभी जरूरी कार्य कराये जायेंगे। जरूरत की वस्तुएं एवं खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए उचित दर की दुकानें, गैस सिलिण्डरों की व्यवस्था, केरोसीन आयल, आटा, चावल आदि के लिए सभी जरूरी उपाय समय से कर लिये जायेंगे।

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उन्होंने कहा कि सड़कों की मरम्मत, सुदृढ़ीकरण, पाण्टून ब्रिज, चैकर्ड प्लेट, बैरिकेडिंग आदि के कार्य भी कराये जायेंगें। गृह विभाग द्वारा मेला में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जायेंगे। परिवहन विभाग द्वारा अतिरिक्त बसों का संचालन किया जायेगा।

अस्थायी स्नान घाटों का निर्माण कराया जायेगा

संस्कृति विभाग द्वारा प्रदर्शनी, एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम, पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटक स्थलों का प्रचार-प्रसार व प्रदर्शनी का आयोजन, सूचना विभाग द्वारा एलईडी, होर्डिंग्स के द्वारा मेले का प्रचार-प्रसार, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल, चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ, शौचालय, एम्बुलेन्स, जरूरी दवाओं आदि की व्यवस्थाएं की जायेंगी। इसके अलावा सिंचाई विभाग द्वारा अस्थायी स्नान घाटों का निर्माण कराया जायेगा।

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प्रस्तावित कार्यों के लिए निविदाएं आमंत्रित

उन्होंने कहा कि मेले की सभी व्यवस्थाएं सम्बन्धित विभाग अपने-अपने विभागीय बजट से निष्पादित करायेंगे। मेला के आयोजन सम्बन्धी व्यवस्थाओं के लिए नगर विकास विभाग नोडल विभाग होगा। उन्होंने कहा कि मेले के लिए प्रस्तावित कार्यों के लिए निविदाएं आमंत्रित कर ली जायें ताकि धनराशि प्राप्त होते ही कार्य प्रारंभ हो जायें।

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मेले के लिए इस वर्ष लगभग 56 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गयी है। मेला में 145 प्लाट तथा 250 दुकानें प्रस्तावित की गयी हैं। मेले में गृह, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, नगर विकास, पर्यटन, संस्कृति, सिंचाई, लोक निर्माण विभाग, ऊर्जा, खाद्य एवं आपूर्ति आदि विभागो द्वारा जरूरी सभी व्यवस्थाएं की जायेंगी, जिसके लिए कार्य योजना के प्रस्ताव भेजे गए हैं।

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