20 साधुओं की हत्या: हकीकत जान दंग रह जाएगा देश, यूपी में लिस्ट जारी
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के शासन में क्या अपराधियों के निशाने पर साधु-संत भी हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पिछले दो साल के दौरान 20 साधुओं की हत्या का आरोप लगाया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के शासन में क्या अपराधियों के निशाने पर साधु-संत भी हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पिछले दो साल के दौरान 20 साधुओं की हत्या का आरोप लगाया है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या वाकई प्रदेश में साधु-संत अपराधियों के निशाने पर हैं।
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योगी सरकार पर करारा हमला बोला
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने गोंडा में रामजानकी मंदिर के पुजारी सम्राट दास की हत्या को लेकर योगी सरकार पर करारा हमला बोला है। उन्होंने रविवार को टवीट कर कहा कि भूमाफिया ने मंदिर के पुजारी की गोली मारकर हत्या कर दी है।
भूमाफिया और सत्ता के गठजोड़ ने उत्तर प्रदेश को अपराध के हवाले कर दिया है। सरकार की जवाबदेही शून्य है। मुख्यमंत्री की संवेदना मरी है। बतौलेबाजी बढ़ी है। यह कथित रामराज्य है जहां कोई सुरक्षित नहीं है।
प्रदेश की बिगड़ी कानून-व्यवस्था को लेकर योगी आदित्यनाथ की सरकार की आलोचना करने वाले उनके इस बयान के बाद हल्ला मचना स्वाभाविक था कि आखिर प्रदेश में इतनी बड़ी तादाद में साधुओं की हत्याएं कैसे हो गईं।
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कांग्रेस अध्यक्ष के इस बयान को लेकर सवाल खड़े किए जाने लगे। इस बीच कांग्रेस ने अपनी ओर से उत्तर प्रदेश का अपराध नक्शा भी जारी कर दिया जिसमें बताया गया है कि किस जिले में साधुओं की हत्या की वारदात हुई है। कांग्रेस के अनुसार 2020 के 10 महीनों के दौरान ही प्रदेश में 11 साधु -संतों की हत्या की गई।
मारे गए साधु -संतों का विवरण
14 जुलाई 2018 को मेरठ के भगवानपुर क्षेत्र के अब्दुल्लापुर में साधु क्रांति प्रसाद की पीट-पीटकर हत्या की गई ।
18 जुलाई 2018 को पीलीभीत में बाबा लाल गिरी की हत्या हुई ।
19 अगस्त को मेरठ में ही पुजारी पंडित विनोद व सेवादार सुल्तान की हत्या हुई।
13 अगस्त 2018 को ही सुल्तानपुर जिले में पुजारी श्यामलाल की हत्या हुई।
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14 अगस्त 2018 को औरैया के बिधूना क्षेत्र में भयानक नाथ मंदिर दिबियापुर में 2 साधुओं लज्जाराम और हरभजन की हत्या की गई।
31 अगस्त 2018 को बाराबंकी में पुजारी शमशेर सिंह की हत्या हुई ।
31 अगस्त को ही पीलीभीत में पुजारी रामेश्वर दयाल की हत्या हुई।
2 जून 2019 को रायबरेली में पुजारी स्वामी प्रेमदास की हत्या और 14 जून 2019 को मथुरा में एक साधु की हत्या हुई।
28 अक्टूबर 2019 को मुरादाबाद में साधु राजेंद्र गिरी की हत्या ।
18 जनवरी 2020 को चित्रकूट में महंत अर्जुनदास की हत्या।
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25 अप्रैल 2020 को गोरखपुर में पुजारी कोईल दास की हत्या ।
25 फरवरी 2020 को पीलीभीत में पुजारी विष्णु सहाय की हत्या।
26 फरवरी 2020 को पीलीभीत में पुजारी रमेश चंद्र की हत्या
28 अप्रैल 2020 को बुलंदशहर के पगोना गांव में अनूप शहर के मंदिर में दो साधुओं की हत्या।
1 सितंबर 2020 को हरदोई जिले में साधु हीरा दास की हत्या ।
6 सितंबर 2020 को कन्नौज जिले में साधु शालिग्राम की हत्या ।
11 सितंबर 2020 को बिजनौर में साधु योगानंद की हत्या।
5 अक्टूबर 2020 को मथुरा में साधु कैलाश नाथ की हत्या।
10 अक्टूबर 2020 को बागपत में यमुना नदी में साधु का शव मिला ।
10 अक्टूबर 2020 को गोंडा में इटियाथोक क्षेत्र के मनोरमा उद्गम स्थल राम जानकी मंदिर के महंत सम्राट दास को गोली मारी।
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रिपोर्ट- अखिलेश तिवारी