UP: '25 दिसंबर को बीजेपी में राजभर की पार्टी सुभासपा का होगा विलय, कैबिनेट में होंगे शामिल'...सपा नेता का बड़ा दावा
UP Politics: सुभासपा चीफ ओम प्रकाश राजभर की उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से मुलाकात के बाद समाजवादी पार्टी नेता आईपी सिंह ने बड़ा दावा किया है। जिससे सियासी हलचलें तेज हो गई हैं।
UP Politics: बढ़ती सर्दी के बीच उत्तर प्रदेश का सियासी पारा चढ़ने लगा है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) सोमवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) से मिले। दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद राजधानी लखनऊ में राजनीतिक हलचलें तेज हो गई। इसी बीच समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह (Samajwadi Party Leader IP Singh) ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि, 25 दिसंबर को राजभर अपनी पार्टी का बीजेपी में विलय करने जा रहे हैं।
बता दें कि, सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को अटल बिहारी बाजपेई फाउंडेशन का सह अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। जिसके बाद उनकी पार्टी के भारतीय जनता पार्टी में (BJP) विलय के दावों को और बल मिला।
सपा नेता का बड़ा दावा
सपा नेता आईपी सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, 'ओमप्रकाश राजभर अपने दल का बीजेपी में विलय करने जा रहे हैं। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र पांडेय को खुले मंच से अपमानजनक मां बहन की गालियां दिए थे। सूत्रों ने बताया कि मिलकर क्षमा याचना कर चुके हैं। दिल्ली वालों के आदेश पर शीघ्र कैबिनेट में शामिल किया जायेगा।'
'क्या राजभरों के स्वाभिमान का सौदा करने जा रहे हैं'
यूपी के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर की मुलाकात के बाद कयासों का सिलसिला शुरू हो गया है। इस बीच समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने ट्वीट कर बड़ा दावा किया। उन्होंने आगामी 25 दिसंबर को सुभासपा के बीजेपी में विलय का दावा किया। आईपी सिंह ने ट्वीट किया, 'लखनऊ से आज बड़ी खबर है। ओम प्रकाश राजभर अटल की जन्म जयंती 25 दिसंबर के दिन अपनी पार्टी का भाजपा में विलय करने जा रहे हैं। क्या राजभरों के स्वाभिमान का ओम प्रकाश जी सौदा करने जा रहे हैं?'
राजभर- क्या बीजेपी और पीडीपी में गठबंधन की संभावना थी?
गौरतलब है कि, हाल के दिनों में राजभर की बीजेपी की गलबहियां सुर्ख़ियों में है। दोनों के रिश्तों में नई गरमाहट देखी जा रही है। अभी दो दिन पहले ही ओमप्रकाश राजभर ने कहा था, 'राजनीति में कोई कसम किसी ने खायी है। क्या बीजेपी और पीडीपी में गठबंधन एक होने की संभावना कभी थी? राजनीति में नेता दुमुहिया सांप होते हैं। कब क्या बोल देंगे, कुछ पता नहीं।'