Moradabad News: आजम खां के करीबी सपा नेता यूसुफ मलिक को सुप्रीम कोर्ट से राहत
Moradabad News: जमानत मिलने के बाद बुधवार को यूसुफ मलिक को जेल से रिहाई मिल सकती है। पारिवारिक सूत्रों ने सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने की पुष्टि करते हुए कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने का इंतजार है, जिसके बाद रिहाई की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
Moradabad News: अपर नगर आयुक्त को कथित तौर पर धमकाने के बाद कानून के शिकंजे में फंसे आजम खां के नजदीकी सपा नेता यूसुफ मलिक को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई है। जमानत मिलने के बाद बुधवार को यूसुफ मलिक को जेल से रिहाई मिल सकती है। पारिवारिक सूत्रों ने सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने की पुष्टि करते हुए कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने का इंतजार है, जिसके बाद रिहाई की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
यह था पूरा मामला
करीब एक वर्ष पहले चार अप्रैल को सपा नेता और आजम खां के करीबी माने जाने वाले यूसुफ मलिक ने रामपुर की जेल में समर्पण किया था। ठीक एक साल आठ दिन बीतने के बाद यूसुफ मलिक के जेल से बाहर आने की उम्मीद बंधी है। गौरतलब है कि अपने समधी का मकान हाउस टैक्स बकाया में सील करने के बाद नगर आयुक्त को धमकाने के आरोप में उनपर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए सपा नेता ने रामपुर की अदालत में सरेंडर किया था। प्रशासन ने 26 अप्रैल को यूसुफ मलिक को एनएसए में निरुद्ध कर दिया था। यह बात पिछले वर्ष रमजान की है और पुलिस के दबाव के चलते सपा नेता को ईद से पहले ही समर्पण करना पड़ा था। इस बीच पुलिस ने सपा नेता पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने सपा नेता के कई भाइयों पर भी कार्रवाई की थी।
सुप्रीम कोर्ट ने हटाया एनएसए
गौरतलब है कि नगर निगम ने बीते वर्ष मार्च में गृहकर व व्यवसायिक कर वसूली के लिए अभियान चला रखा था। अभियान की कमान अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार सिंह ने संभाल रखी थी। टीम ने यूसुफ मलिक के समधी के डबल फाटक स्थित आवास को बकाया में सील कर दिया था। इसके बाद अपर नगर आयुक्त ने बताया था कि यूसुफ मलिक ने उनसे तत्काल सील खोलने को कहते हुए धमकाया कि मैं गैंगस्टर रह चुका हूं और मर्डर भी कर चुका हूं। मकान की सील नहीं खुली तो सबको देख लूंगा। अपर नगर आयुक्त ने अफसरों को जानकारी देने के बाद रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी थी। इसके बाद प्रशासन ने यूसुफ मलिक के सभी अपराधिक रिकार्ड को एकत्र करके एनएसए के तहत कार्रवाई की थी। हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने पर परिवार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। खबर मिली है कि सुप्रीम कोर्ट ने एनएसए के लिए मजबूत आधार नहीं मानते हुए जमानत दे दी है। भाई यूनुस मलिक ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है और अब कोर्ट के आदेश का इंतजार है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि आज यूसुफ मलिक को जेल से रिहाई मिल सकती है। उन्होंने बताया कि बाकी सभी केस में उन्हें पहले ही जमानत मिल चुकी है।