UP Assembly By-Election: पहले मोईद, अब नवाब... यूपी में 10 सीटों की लड़ाई अब महिला सुरक्षा पर बन आई

UP Assembly By-Election: नवाब सिंह यादव समाजवादी पार्टी का ब्लॉक प्रमुख रहा है, लेकिन पार्टी ने नवाब सिंह यादव से पल्ला झाड़ लिया है और नवाब सिंह को बीजेपी का सहयोगी बता रही है।

Update: 2024-08-13 17:49 GMT

 पहले मोईद, अब नवाब... यूपी में 10 सीटों की लड़ाई अब महिला सुरक्षा पर बन आई: Photo- Social Media

UP Assembly By-Election: उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 10 सीटों पर जल्द ही उपचुनाव होना है और इस बीच महिला सुरक्षा को लेकर प्रदेश में सियासत भी तेज हो गई है। पहले अयोध्या कांड पर विवाद हुआ और अब कन्नौज में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने कन्नौज में नवाब सिंह यादव नाम के एक शख्स को 15 साल की बच्ची के साथ बलात्कार की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया है। नवाब सिंह समाजवादी पार्टी का ब्लॉक प्रमुख रह चुका है, लेकिन पार्टी ने नवाब सिंह से पल्ला झाड़ लिया है और नवाब सिंह को बीजेपी का सहयोगी बता रही है।

नौकरी मांगने गई थी बच्ची

पुलिस के मुताबिक बच्ची नवाब सिंह यादव से नौकरी मांगने गई थी। लेकिन वहीं समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता ने सवाल पूछ लिया कि रात में कौन सी नौकरी मांगने गई थी। वहीं कन्नौज से पहले अयोध्या में नाबालिग से बलात्कार के मामले को लेकर भी समाजवादी पार्टी पर सवाल उठे हैं। ऐसे में अब यहां सवाल उठते हैं कि क्या वाकई अपराध और महिला सुरक्षा का कोई सियासी कनेक्शन है या फिर चुनाव के समय सियासी कनेक्शन साबित करने की कोशिश हो रही है।

अयोध्या में नाबालिग के साथ हुआ गैंगरेप

कुछ दिनों पहले अयोध्या में भी नाबालिग के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया था। ये घटना अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में हुई थी। यहां एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने वीडियो बना लिया था, फिर लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल कर रेप करते रहे थे। इस मामले का खुलासा तब हुआ था, जब पीड़िता दो महीने की गर्भवती हो गई थी। परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस से की, लेकिन आरोप लगाया गया कि शुरू में कोई एक्शन नहीं हुआ, बाद में जब हिंदू संगठनों के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने इस पर आक्रोश जताया तो पुलिस ने सपा के भदरसा नगर अध्यक्ष मुईद खान और उसकी बेकरी में काम करने वाले राजू को गिरफ्तार कर लिया।

अयोध्या के बाद अब कन्नौज में दुष्कर्म का मामला

लेकिन अयोध्या के बाद अब कन्नौज में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। इसके बाद सियासी बयानबाजी कन्नौज में हुए मामले पर होने लगी। सपा और भाजपा एक दूसरे पर हमलावर हो रहे हैं। ये सब ऐसे समय में हो रहा है जब सभी दल यूपी की 10 सीटों पर उपचुनाव की तैयारियों में जुटे हैं। इस चुनाव का मुद्दा भी अब महिला सुरक्षा के इर्दगिर्द शिफ्ट होने लगा है।

बीजेपी ने अखिलेश को घेरा

इस मामले पर जारी सियासत के बीच बयानबाजी भी जमकर हो रही है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह समाजवादी पार्टी को बलात्कारी पार्टी कह रहे हैं। गिरिराज सिंह ने कहा कि कन्नौज में वह डिंपल यादव का प्रतिनिधि था। ऐसा लोग बताते हैं। यह भी उस समाज से आता है। इसका मतलब सिद्ध हो गया कि अखिलेश यादव बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन उनकी पूरी पार्टी अब एक तरह से बलात्कारी और अपराधी की संरक्षित पार्टी हो गई है।

नवाब सिंह यादव पर तेज होती सियासत के बीच सीएम योगी ने एक बार फिर अपराधियों को चेतावनी दी हैं।

सपा ने ऐसे किया बचाव

इसके जवाब में समाजवादी पार्टी सांसद मोहम्मद मोहिबुल्लाह ने कहा, किसी पर गलत इल्जाम नहीं लगाने चाहिए। चुनाव के बाद से सपा ने जब से बीजेपी को हराया और लोगों का भरोसा जीता है तब से बीजेपी ये सब चीजें कर रही है कि हर घटना में सपा को बदनाम किया जाए। घटना को किसी पार्टी या किसी धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए।

सपा ने किया नवाब सिंह से किनारा

कन्नौज मामले पर विवाद बढ़ने के बाद समाजवादी पार्टी ने नवाब सिंह से पल्ला झा़ड लिया है। लेकिन यहां यह गौर करने वाली बात है कि जुलाई में नवाब सिंह की मां का निधन हुआ था तो समाजवादी पार्टी ने ट्वीट करके शोक व्यक्त किया था और उन्हें अपना नेता बताया था। उपचुनाव से पहले इस मामले पर हर ओर से सियासत हो रही है। सोशल मीडिया पर नवाब सिंह की हर किसी के साथ तस्वीरें सामने आई हैं। पहली तस्वीर में वे राहुल गांधी और अखिलेश यादव के साथ देखे जा सकते हैं तो दूसरी में अखिलेश और डिंपल यादव के साथ नवाब सिंह को देखा जा सकता है। वहीं एक तस्वीर बीजेपी के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक के साथ भी है।

वहीं, इस मामले में कन्नौज के पूर्व सांसद और बीजेपी नेता सुब्रत पाठक ने कहा कि सपा कंफ्यूज है। मेरे साथ नवाब सिंह यादव की फोटो दिखाना और उसे मेरा आदमी बताना हास्यास्पद है। नगर पालिका के कर्मी के बेटे की मृत्यु पर वहां गया था, तभी फ़ोटो ली गई। बकौल सुब्रत पाठक- डिंपल यादव को निर्विरोध जिताने के लिए उसने विरोधियों के अपरहण तक करवाए। वह लिखा-पढ़ी में डिंपल का प्रतिनिधि रहा है। अब बवाल होने पर नवाब से पल्ला झड़ना सपा का घृणित चेहरा उजागर करता है। अखिलेश यादव जब मुख्यमंत्री थे तब नवाब सिंह को जिले में मिनी मुख्यमंत्री का दर्जा था। बड़े-बड़े अधिकारी उसके दरबार में सिफारिश के लिए आते थे। पाठक ने आगे कहा कि अयोध्या मामले में आरोपी को बचाने के लिए अखिलेश यादव सामने आए क्योंकि वह मुसलमान था, लेकिन एक हिंदू कार्यकर्ता को छोड़ दिया, बचाव नहीं किया।

नवाब के भाई का बयान आया सामने

रेप केस में फंसे कन्नौज के पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव के छोटे भाई नीलू यादव ने आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है। नीलू यादव ने कहा कि पीड़िता की बुआ ने पहले भी लोगों को झूठे मामलों में फंसाया है और पैसे ऐंठे हैं। नवाब सिंह इस महिला को पिछले काफी समय से जानते थे।

नीलू यादव ने कहा कि उसने (पीड़िता की बुआ) खुद नवाब सिंह को मिलने के लिए बुलाया और कॉलेज पहुंचकर मदद मांगी थी। स्थानीय बीजेपी नेताओं और सपा नेताओं द्वारा ये पूरी साजिश रची गई। वे नवाब सिंह यादव को राजनीतिक तौर पर नीचे गिराना चाहते थे। इसके लिए काफी समय से प्लानिंग कर रहे थे।

नवाब सिंह यादव पर रेप की कोशिश का आरोप

पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह पर आरोप है कि उसने 15 वर्षीय नाबालिग के साथ रेप की कोशिश की है। बताया जा रहा है कि देर रात 1.30 बजे पुलिस को 112 नंबर पर फोन कॉल आया था। पुलिस टीम ने बताया कि कॉल एक नाबालिग लड़की का था, जिसने शिकायत की कि उसके साथ रेप की कोशिश की गई है और ये कोशिश नवाब सिंह ने की थी। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपी को दबोच लिया। पूछताछ के दौरान नाबालिग ने बताया कि वह अपनी बुआ के साथ नवाब सिंह के पास गई थी। उसे बताया गया था कि उसे नौकरी के लिए वहां जाना है। फिलहाल, बयान के बाद मामले में भारतीय न्याय संहिता और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। साथ ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच चल रही है।

पीड़िता का मेडिकल कराया गया

वहीं, कन्नौज की पीड़िता का भारी पुलिस फोर्स के बीच आज जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया। इस दौरान पीड़िता के माता-पिता भी साथ रहे। फिलहाल, पुलिस की जांच पड़ताल जारी है. आरोपी को जेल भेज दिया गया है।

इन 10 सीटों पर होने हैं उपचुनाव

बताते चलें कि यह सब बयानबाजी और सियासत ऐसे समय में हो रही है जब सभी दल राज्य की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तैयारी में जुटे हैं। यूपी में जिन सीटों पर उपचुनाव होना है उनमें मझवां, करहल, सीसमऊ, फूलपुर, कटेहरी, मिल्कीपुर, खैर, मीरापुर, कुंदरकी और गाजियाबाद शामिल हैं। पिछले यूपी विधानसभा चुनाव में सपा ने करहल, मिल्कीपुर, कटेहरी, सीसमऊ और कुंदरकी सीटें जीती थीं।

जबकि बीजेपी ने फूलपुर, खैर और गाजियाबाद सीटें जीती थीं। उसकी सहयोगी निषाद पार्टी ने मझवां सीट पर जीत दर्ज की थी। वहीं जयंत चौधरी की रालोद ने मीरापुर से जीत दर्ज की थी, जो तब सपा की सहयोगी थी। अब आरएलडी भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल है. ऐसे में यह देखना होगा कि चुनावी माहौल में महिला सुरक्षा का मुद्दा किस राजनीतिक दल को फायदा देगा यह तो समय ही बताएगा।

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