लखनऊ: जनेश्वर मिश्र पार्क में शुक्रवार को सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और सीएम अखिलेश यादव के सामने मौजूद जनता ने सपा के मंत्रियों की पोल खोल दी। सपा मुखिया मुलायम ने जब वहां मौजूद लोगों से ये पूछा कि क्या आपके क्षेत्र में हमारे मंत्री आते हैं। इस पर एक सुर में आवाज आई, नहीं आते हैं। जवाब सुनते ही मुलायम के चेहरे पर गुस्सा दिखा। वह सीएम की तरफ मुड़े और उन्हें थोड़ी देर घूरते रहे। इस पर सीएम अखिलेश भी नजरे चुराते दिखाई पड़े।
इसके बाद मुलायम ने एक बार फिर सीएम अखिलेश को चेताया। ऐसा करने से दोबारा यूपी में सरकार बनाना मुश्किल होगा। अगर दोबारा यूपी में आना है तो पार्टी में सभी नेता बेदाग होने चाहिए। जमीनों पर कब्जा करना बंद होना चाहिए। जब हमारे नेता, मंत्री बेदाग होंगे तभी लोग कहेंगे हमारी पार्टी अच्छी है। मुलायम ने कहा कि सबसे कठिन काम राजनीति हैं। राजनीति में आलोचना होती है।
मुलायम सिंह यादव ने यूपी के सीएम अखिलेश यादव को सावधान किया है। मुलायम ने कहा कि दिल्ली के लोग काम नहीं कर रहे हैं, बस यूपी में सरकार बनाने का प्लान कर रहे हैं। सारे नेता निकल पड़े हैं, सारे नौजवान निकल पड़े हैं यूपी में सरकार बनाने के लिए।
मुलायम ने और क्या कहा
-जनेश्वर मिश्रा को याद करते हुए मुलायम भावुक हो गए।
-मुलायम ने कहा कि उनसे जुडी यादें हमेशा अमर हैं।
-समाजवादी पार्टी की विचारधारा अमर है।
-मुलायम ने कहा कि बिना किसान के कोई देश संपन्न नहीं हो सकता, खुशहाल नहीं हो सकता हैं।
-उन्होंने कहा कि अमेरिका में अनाज समुद्र में डाल देंते हैं, लेकिन किसानों को घाटा नहीं होने देते हैं।
-देश का किसान घाटे में हैं। यूपी के किसान कम घाटे में हैं।
-समाजवादी चिंतक व छोटे लोहिया के नाम से चर्चित जनेश्वर मिश्र का शुक्रवार को 84वां जन्म दिवस मनाया जा रहा था।
-राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने जनेश्वर मिश्र पार्क परिसर में स्थापित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसी दौरान उन्होंने ये बातें कहीं।
-प्रख्यात समाजवादी विचारक एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री जनेश्वर मिश्र का जन्म पांच अगस्त 1933 को बलिया के सुभनभही गांव में हुआ था।
-वह 1953 में इलाहाबाद में पढ़ाई करने आए और डा. राममनोहर लोहिया के संपर्क में आने के बाद समाजवादी रंग में ही रंग गए।
-वह 1969 में पहली बार सांसद बने और 1977 में वह केंद्रीय पेट्रोलियम राज्यमंत्री बनाए गए। 1989 में वह संचार राज्यमंत्री रहे।
-1994 में वह राज्यसभा सदस्य बने और 1996 में उन्हें जल संसाधन मंत्री बनाया गया।