मायावती पर जम कर बरसे निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद

पिछड़ी जाती की सूचि में रहे 17 जातियों को अनुसूचित जाती में शामिल किये जाने के बाद काफी ख़ुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। योगी सरकार द्वारा लिए गए इस निर्णय का इन सभी 17 जातियों द्वारा काफी सराहना किया जा रहा है।

Update:2019-07-02 16:59 IST

गोरखपुर: पिछड़ी जाती की सूचि में रहे 17 जातियों को अनुसूचित जाती में शामिल किये जाने के बाद काफी ख़ुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। योगी सरकार द्वारा लिए गए इस निर्णय का इन सभी 17 जातियों द्वारा काफी सराहना किया जा रहा है।

लेकिन निषाद समाज में सबसे अधिक ख़ुशी की लहर देखने को मिल रहा है। तो निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.संजय निषाद को भी ये 17 जाती के लोग जगह-जगह स्वागत कर रहे है। निषाद जाती के सभी उपजातियों का मानना है। कि जिस मुहीम को डा.संजय निषाद ने अकेले छेड़ा था आज उनके इस मुहीम को मुकाम मिलता हुआ नजर आ रहा है।

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इससे हमलोगों में काफी हर्ष है। इसीलिए निषाद पार्टी द्वारा उत्तर प्रदेश के सभी जिलो में बारी-बारी कार्यक्रम का आयोजन कर गृह मंत्री अमित शाह सहित यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई व शुभकामनाये दी जा रही है।

कार्यक्रम में पहुंचे निषाद पार्टी सदस्य

इसी क्रम में आज कुशीनगर जनपद के जिला पंचायत कार्यालय के सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.संजय निषाद ने कहा कि अतिपिछड़ी जातियों निषाद , कहार , कश्यप , मल्लाह , केवट , कुम्हार , धीवर , बिन्द , धीमर , बाथम , तुरहा , गोड़ियां , मांझी , मछुआ , प्रजापति , भर तथा राजभर को अनुसूचित जाती में शामिल किया जाने के लिए भाजपा को हम धन्यवाद देना चाहते है।

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इस निर्णय का जो भी विरोध करेगा उसे कडा सबक सिखाया जायेगा विरोध करने वाला चाहे कोई भी राजनितिक पार्टी का नेता हो या प्रमाण पत्र बनाने में आनाकानी करने वाला कोई कर्मचारी या अधिकारी,आगे उन्होंने कहा कि आज कई अन्य पार्टी के लोग इसका श्रेय लेना चाहते है। लेकिन मै उन्हें बताना चाहता हूँ कि हमलोगों का वोट लेकर सिर्फ छलने का काम किये जब ये लोग खुद सत्ता में थे आज उन्हें शर्म आनी चाहिए।

भाजपा के इस निर्णय की सराहना करते हुए निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.संजय निषाद बसपा सुप्रीमो मायावती पर जमकर बरसे, उन्होंने कहा कि 2007 में मायावती जब सत्ता में आयी तो उन्होंने इसे केंसिल कर दिया था।

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मायावती अपने आप को अतिपिछड़ी और अनुसूचित जाती की नेता कहती है लेकिन उन्होंने हमलोगों का वोट लेकर सिर्फ छलने का काम किया है। हमारे समाज ने मायावती को वोट देकर कई बार सरकार बनाया लेकिन उसके बाद हमारी आवाज को ये लोग दबाने का काम किया है।

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