Sanjay Singh AAP: संजय सिंह ने पेपर लीक के जांच की उठाई मांग, UPTET के अभ्यर्थियों की पीड़ा गूंजी सदन में
Sanjay Singh AAP: राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि "करीब साढ़े बाइस लाख अभ्यर्थियों को पेपर लीक कांड से गहरा आघात लगा है।
Sanjay Singh AAP: आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सदस्य संजय सिंंह (Rajyasabha MP Sanjay Singh) ने यूपीटीईटी (UPTET) के अभ्यर्थियों की पीड़ा सदन के सामने रखी। शुक्रवार को उन्होंने शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया। संजय सिंह ने योगी सरकार पर साढ़े बाइस लाख अभ्यर्थियों को आघात पहुंचाने का काम किया। उन्होंने पिछले पांच सालों की परीक्षाओं की पेपर लीक का मुद्दा उठाया। साथ ही, उन्होंने इसकी जांच हाईकोर्ट की निगरानी वाली एसआईटी जांच बनाकर की जाए।
दोषियों को हो कड़ी सजा
राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कहा कि "करीब साढ़े बाइस लाख अभ्यर्थियों को पेपर लीक कांड से गहरा आघात लगा है। कई जिलों में सामने आया पेपर लीक मामला योगी सरकार पर भी प्रश्न खड़े करता है। इस माामले में गिरफ्तार एक आरोपी भाजपा विधायक का भाई है और उसे सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। प्रदेश प्रभारी संजय सिंंह की ओर से शून्य काल के दौरान प्रमुखता से उठाते हुए इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने एवं दोषियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित कराने की मांग की गई।
कई परीक्षाओं के हो चुके हैं पेपर लीक
संजय सिंह ने कहा कि लाखों छात्रों के जीवन से जुड़ी यूपीटीईटी की परीक्षा (UPTET Paper Leak) का पेपर लीक हो गया। इसकी जानकारी अभ्यर्थियों को तब दी गई जब वह पेपर देने केंद्रों पर पहुंचे। इससे उन्हें गहरा आघात लगा और तमाम अभ्यर्थी रोते बिलखते केंद्रों से बाहर निकले। उन्होंने सदन के समक्ष बताया कि 2017, 2018, 2019, 2020 और 2021 में उत्तर प्रदेश में कई परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं। इन सभी मामलों की जांच हाईकोर्ट की निगरानी वाली एसआईटी बनाकर कराई जानी चाहिए।
इस कांड का आरोपी बीजेपी एमएलए का भाई
संजय सिंह ने सदन की कार्रवाई का वीडियो पोस्ट करते हुए फेसबुक पर लिखा कि लाखों छात्रों के जीवन से जुड़ी यूपीटीईटी की परीक्षा का पेपर लीक हो गया। क्यूँकि आदित्यनाथ जिन्ना का पेपर हल करने में व्यस्त हैं। इस कांड का आरोपी बीजेपी एमएलए का भाई है। उसको सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। हाईकोर्ट की एसआईटी से 2017 से अब तक हुए पेपर लीक की जाँच कराई जाय दोषियों को सजा हो।