गौशाला में घोटाला: अब अफसर कर रहे ये काम, भूसे से भर रहे अपना पेट
कानपुर देहात जनपद में गौशालाओं में जानवरों के भोजन में खेल किया जा रहा है अधिकारी अब भूसे व खाने मे भी भ्रष्टाचार कर रहे हैं।
कानपुर: कानपुर देहात जनपद में गौशालाओं में जानवरों के भोजन में खेल किया जा रहा है अधिकारी अब भूसे व खाने मे भी भ्रष्टाचार कर रहे हैं। जबकि योगी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त सरकार बताकर अपनी उपलब्धियां गिना रही है लेकिन अधिकारियों के भ्रष्टाचार की एक के बाद एक परत खुलती जा रही है।
योगी सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना गौशालाओं में गायों को रखकर उनके पालन पोषण करने को लेकर शासन स्तर से फिलहाल ₹30 प्रति गौवंश धनराशि भेजे जाने के साथ-साथ जिले स्तर से भी अन्य मदों से आवश्यक सेवाएं हेतु धनराशि आवंटित करने की जानकारी मिली है। किंतु गौशालाओं की स्थिति बेहद खराब होने के भी स्थानीय जनों ने आरोप लगाए हैं जिसका एक खुलासा शिवली नगर पंचायत में संचालित कान्हा गौशाला केंद्र का हुआ है जहां एक ट्रक में आए 21 कुंतल भूसे का दो बार भुगतान उठा लिया गया।
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उप जिलाधिकारी मैथा के निरीक्षण में फर्जी गौवंश दर्ज करने की पुष्टि हुई उपजिलाधिकारी को मौके पर 143 गौवंश पाए जाने की पुष्टि के सापेक्ष 188 गोवंश दर्ज कर शासन से आये धन का जिले 30 रूपये प्रति गौवंश धनराशि काफी समय से लिए जाने का अधिशासी अधिकारी मिही लाल पर आरोप है। जानकारी के मुताबिक बिहारी जी इलेक्ट्रॉनिक धर्म कांटा शिवली के रसीद संख्या 4597 ट्रक संख्या यूपी 77 एन 3267 इस वाहन से ₹650 प्रति कुंतल की दर से 21 कुंटल भूसा 3-7-2019 को लाया गया था।
जिसका भुगतान 4-7-2019 व 7-7-2019 को दो बार किये जाने की पुष्टि हुई है। यही नही एक अन्य मामले में उप जिलाधिकारी रामशिरोमणि ने बताया कि मेरे द्वारा 5 अक्टूबर 2019 में औचक निरीक्षण किया गया था, जिसमें रजिस्टर पर 188 गोवंश दर्ज पाए गए थे किंतु मौके पर 143 गोवंश ही मौजूद मिले थे।
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इस मामले में अधिशासी अधिकारी को पत्र संख्या 579 दिनांक 5 अक्टूबर 2019 के तहत स्पष्टीकरण मांगा था। अधिशासी अधिकारी ने स्पष्टीकरण के जवाब में गौवंशो की संख्या गलत दर्ज करने की बात स्वीकार करते हुए क्षमा याचना स्पष्टीकरण में मांगी थी। लेकिन इसके बावजूद भी 188 गौवंश के हिसाब से उसी माह का भुगतान उठाए जाने की भी पुष्टि हुई है। अक्टूबर माह में 5523 गोवंश के 30 रूपये के हिसाब से ₹165690 धनराशि उठायी गयी। इस मामले में जिला प्रशासन को भी जानकारी है किंतु अभी तक संबंधित अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
जबकि नगर पंचायत सिवनी के अध्यक्ष अवधेश शुक्ला ने इस संबंध में अधिशासी अधिकारी से कई बार लिखित जवाब मांगा किंतु अभी तक अधिशासी अधिकारी द्वारा कोई लिखित जवाब नहीं प्रेषित किया गया और न ही जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा संबंधित अधिकारी पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है। वही गायों के भूसे दाने को भी अधिकारी अपना निवाला बना रहे हैं, इस मामले में जिम्मेदार अफसर अनभिज्ञता जता रहे जबकि सूत्रों की माने तो अन्य नगर पंचायतों में भी गौवंशो की संख्या में फर्जीवाड़े की सुगबुगाहट है।
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