लखनऊ: चारबाग के पार्सल घर में SGST टीम का छापा, पकड़ी टैक्स चोरी
राजधानी के चारबाग रेलवे स्टेशन के पार्सल घर में टैक्स चोरी कर माल सप्लाई का मामला शनिवार (10 फरवरी) को सामने आया है। टैक्स चोरी की शिकायत पर स्टेट गुड्स एंड सर्विस टैक्स (एसजीएसटी) की टीम शनिवार को 10 बजे चारबाग के पार्सल घर में अचानक धमक पड़ी और छापेमारी का काम चालू कर दिया।
लखनऊ: राजधानी के चारबाग रेलवे स्टेशन के पार्सल घर में टैक्स चोरी कर माल सप्लाई का मामला शनिवार (10 फरवरी) को सामने आया है। टैक्स चोरी की शिकायत पर स्टेट गुड्स एंड सर्विस टैक्स (एसजीएसटी) की टीम शनिवार को 10 बजे चारबाग के पार्सल घर में अचानक धमक पड़ी और छापेमारी का काम चालू कर दिया।
घंटों छानबीन के बाद भारी मात्रा में टैक्स चोरी पकड़ी गई है। कोलकता स्टेशन से लाया गया सामान और काफी मात्रा में इलायची की भी बरामदगी की गई है। कई अहम दस्तावेजों को एसजीएसटी ने अपने कब्जे में लिया है। टीम के सदस्यों के साथ कई पुलिस बल भी मौजूद थे। फिलहाल, पकड़े गए माल को एसजीएसटी ने अपनी कस्टडी में ले लिया है और जांच कर रही है।
क्या है मामला
चारबाग रेलवे स्टेशन पर एसजीएसटी को लगातार टैक्स चोरी कर माल पार्सल करने की जानकारी मिल रही थी। मिल रही शिकायतों के मुताबिक, पार्सल घर के कर्मचारियों के साथ रोजाना माल भेजने वाले व्यापारियों ने अपना सांठ-गांठ बना रखा है। कर्मचारियों और व्यापारियों के संयुक्त सहयोग से माल पर कम टैक्स लगाया जाता है और उनको पार्सल कर दिया जाता है। माल पर कम टैक्स लगाने के एवज में पार्सल कर्मचारी संबंधित ग्राहक से पैसा लेता है। ऐसी सूचना बार-बार अधिकारियों को मिल रही थी। इसी के बाद 10 फरवरी को एसजीएसटी की टीम ने अचानक चारबाग के पार्सल घर में छापा मार कई मालों को जब्त किया है। घंटों पड़ताल चलती रही और पार्सल घर के कर्मचारियों की हालत खराब रही।
रेलवे के अधिकारियों का पूरा सहयोग
एसजीएसटी टीम के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि पूरे छानबीन में रेलवे के आला अधिकारियों ने पूरा सहयोग किया है। फिलहाल, अभी इस मामले में कौन-कौन है इसके बारे में कहना जल्दीबाजी होगी। जांच पूरी होने के बाद ही पूरा सच सामने आएगा।
चारबाग रेलवे स्टेशन पर टैक्स चोरी की घटना ने लखनऊ को शर्मशार कर दिया है। एक सवाल लोगों के जेहन में यह उठ रहा है कि जब यूपी की राजधानी के मुख्य स्टेशनों का यह हाल है तो बाकी के स्टेशनों का हाल क्या होगा, यह एक सोचने का विषय है।