दिल्ली चुनाव में शाहीन बाग बना बड़ा मुद्दा, ध्रुवीकरण में जुटी भाजपा

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी जनता के मुद्दों पर चर्चा की जगह अब पाकिस्तान और शाहीनबाग की ही ज्यादा चर्चा हो रही है। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के मुफ्त बिजली और पानी पर चर्चा करने के बजाय भाजपा ने बड़ी चतुराई से सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों का मुद्दा उछाल दिया।

Update:2020-01-28 20:25 IST

अंशुमान तिवारी

लखनऊ: दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी जनता के मुद्दों पर चर्चा की जगह अब पाकिस्तान और शाहीनबाग की ही ज्यादा चर्चा हो रही है। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के मुफ्त बिजली और पानी पर चर्चा करने के बजाय भाजपा ने बड़ी चतुराई से सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों का मुद्दा उछाल दिया है। चुनाव प्रचार में जिस तरह पाकिस्तान, शाहीन बाग, शरजील आदि की एंट्री हुई है उससे साफ है कि दिल्ली में ध्रुवीकरण की बिसात बिछाई जाने लगी है। भाजपा नेता अब अपनी हर चुनावी सभाओं में शाहीनबाग का मुद्दा उछाल रहे हैं और इस बहाने आप और केजरीवाल की घेरेबंदी में जुटे हुए हैं। केजरीवाल भी इसका जवाब देने लगे हैं। इससे साफ है कि भाजपा जिस पिच पर केजरीवाल को बैटिंग कराना चाहती है, उसमें वह कामयाब होती दिख रही है।

शाह का आक्रामक प्रचार

दिल्ली चुनाव में भाजपा की ओर से सबसे आक्रामक अभियान गृहमंत्री अमित शाह चला रहे हैं। चुनावी आंकलनों में आगे माने जा रहे केजरीवाल को जवाब देने के लिए उन्होंने अपनी सभाओं में शाहीन बाग के मुद्दों को हवा देनी शुरू कर दी है। नड्डा को अध्यक्ष बनाए जाने के बाद भी शाह ही प्रचार का असली चेहरा बने हुए हैं। पीएम मोदी शुरुआत में एक रैली करने के बाद अभी तक चुनाव प्रचार से दूर हैं। माना जा रहा है कि मतदान से पहले उनकी एक-दो रैलियां और हो सकती हैं।

भाजपा सीएए-एनआरसी के मुद्दे पर दिल्ली के सियासी समीकरण सेट करने की कोशिश में जुटी हुई है। भाजपा ने शाहीन बाग में चल रहे सीएए के खिलाफ प्रदर्शन को चुनावी मुद्दा बनाने की घोषणा की है। पार्टी ने बाकायदा एक अभियान चला रखा है कि शाहीन बाग में कौन किधर। भाजपा नेता आप और कांग्रेस वालों से रोज शाहीन बाग को लेकर सवाल भी पूछ रहे हैं।

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शाह बोले- शाहीन बाग को लगाइए करंट

भाजपा की ओर आक्रामक चुनाव प्रचार में जुटे अमित शाह ने दिल्ली के रिठाला में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केजरीवाल कहता है कि पाकिस्तानियों की चिंता है। शर्म करो और चुल्लू भर पानी में डूब मरो। शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने पूरी दिल्ली में भ्रम फैलाकर दंगे कराए हैं। केजरीवाल को जवाब देना होगा कि वो शाहीन बाग के साथ खड़े हैं या नहीं? इसके बाद शाह ने कहा कि कमल का बटन इतनी जोर से दबाना कि वोट कमल को पड़े और करंट शाहीन बाग में लगे।

भाजपा की सोची-समझी रणनीति

मटियाला की सभा में शाह ने कहा कि आप और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि दो साल पहले जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगे। मोदी जी ने नारा लगाने वालों को जेल में डाला तो तुरंत केजरीवाल और राहुल एंड कंपनी वहां पहुंच गई और कहने लगी कि उन्हें बोलने की आजादी है। शाह अपने भाषणों में शाहीन बाग, जेएनयू और जामिया का जिक्र अनायास नहीं बल्कि काफी सोच-समझकर कर रहे हैं। उन्होंने शरजील का सवाल भी केजरीवाल की ओर उछाला जिसके जवाब केजरीवाल ने साफ किया कि उसे तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

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केजरीवाल का जवाबी हमला

शाह के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर भाजपा के हमले पलटवार करते हुए भाजपा पर गन्दी राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि गृह मंत्री अमित शाह एवं दूसरे मंत्रियों को शाहीन बाग जाना चाहिए तथा लोगों से बातचीत कर रास्ता खुलवाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि भाजपा शाहीन बाग में रास्ता खुलवाना ही नहीं चाहती और यह सडक़ आठ फरवरी (मतदान के दिन) के बाद खुल जाएगी। केजरीवाल का कहना है कि शाहीन बाग में जाम से लोगों को बहुत तकलीफ हो रही है। मैं पहले ही स्पष्ट कर चुका हूं कि प्रदर्शन संवैधानिक अधिकार है, लेकिन इससे किसी को तकलीफ नहीं होनी चाहिए। भाजपा के लोग कह रहे हैं कि केजरीवाल रास्ता खुलवाने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। चलो, दे दी अनुमति। अब तो रास्ता खुलवाओ।

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भाजपा के दूसरे नेता भी ध्रुवीकरण कराने में जुटे

शाह ही नहीं भाजपा के दूसरे नेता भी शाहीन बाग और अप्रत्यक्ष रूप से मुस्लिमों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा कर ध्रुवीकरण की बिसात बिछा रहे हैं। अनुराग ठाकुर ने सभा में विवादित नारे तक लगवा दिए जिस पर चुनाव आयोग ने भी जवाब तलब कर दिया है। पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद परवेश वर्मा ने भाषण में कहा कि यदि हम दिल्ली की सत्ता में आ गए तो सरकारी जमीन पर बनी मस्जिदों को हटा देंगे। बीजेपी को बहुमत मिल गया तो एक घंटे में शाहीन बाग में एक भी प्रदर्शनकारी नहीं दिखेगा। यह चुनाव कोई छोटा-मोटा चुनाव नहीं है। यह देश की अस्मिता और एकता का चुनाव है। उन्होंने शाहीन बाग का जिक्र करते हुए कहा कि वे लोग आपके घरों में घुसेंगे और आपकी बहन-बेटियों का रेप करेंगे। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी अपनी सभाओं में कह रहे हैं कि शाहीन बाग में धरने पर बैठे लोग जिन्ना वाली आजादी चाहते हैं। माना जा रहा है कि यदि दिल्ली में वोटों का ध्रुवीकरण हुआ तो तमाम सीटों पर समीकरण बदल सकता है।

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