दुर्लभ संयोग में अखाड़ों का शाही अंदाज में स्नान, बना रहा कौतूलह का विषय

सोमवार की भोर में शुरू हुआ कुंभ का दूसरा शाही स्नान अभी अपन आखरी दौर में है। लेकिन देर रात से ही अखाड़ों का शाही स्नान देखने के लिए लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिला। उत्साह भी इतना की पुलिस को अखाड़ों के स्नान मार्ग पर बार बार खाली कराना पड़ रहा था।

Update: 2019-02-04 11:41 GMT

आशीष पाण्डेय

कुंभ नगर: सोमवार की भोर में शुरू हुआ कुंभ का दूसरा शाही स्नान अभी अपन आखरी दौर में है। लेकिन देर रात से ही अखाड़ों का शाही स्नान देखने के लिए लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिला। उत्साह भी इतना की पुलिस को अखाड़ों के स्नान मार्ग पर बार बार खाली कराना पड़ रहा था।

अरे आज मौनी अमावस है का भाई अखाड़ा के संतो का शाही स्नान देखा जाए। हां यार बस उनके बल्ली के पास बैठना है। ताकि सब साफ साफ दिखाई देय। रविवार की रात जब मैं कुंभ मेला क्षेत्र में पहुंचा तो वहां सभी में शाही स्नान देखने की चाह थी और टीस इस बात की थी कि शाही स्नान को संगम में वे देख नहीं पाएंगे। इसीलिए लोग अखाड़ों का शाही स्नान शुरू होने से दो घण्टे पहले ही अपना अपना अड्डा जमा लिए। अखाड़ों का शाही स्नान का समय जैसे जैसे नजदीक आ रहा था पुलिस एवं मेला प्रशासन सक्रिय रहा। शाही स्नान के लिए सड़क में बल्ली से एक बाड़ा बना दिया जाता है।

जिससे होते हुए अखाड़ों का जुलूस पूरी सजधज के साथ ट्रैक्टर में सेक्टर 16 की तरफ से रवाना होना शुरू हो गया। सुबह हो गई। कुंभ मेले के 04 फरवरी को प्रबंध किए गए। जिसमें अखाड़ों को तीन संप्रदाय में बांट दिया। सुबह 5 बजे गाजे बाजे और रथ पर सवार संतों का जत्था हर हर गंगे, ओम नग: शिवाय का उदघोस कर गंगा में कूद गए। कोई रथ पर सवार तो कोई हौदे में बैठकर निकला। इसके बाद सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र रहा जूना अखाड़ा। जिसमें महा मंडलेश्वर अवधेशानन्द महराज से लोगों ने आशीर्वाद लिया। एक एक कर सभी अखाड़ों का जुलूस निकल रहा था। जूना अखाड़े के हजारों की संख्या में नागा संख्यासियों का जत्था न केवल देश बल्कि विश्व के लिए आकर्षण का केंद्र था। देर शाम 5 बजे पंचायती अखाड़ा निर्मल के स्नान के साथ ही भव्य शाही स्नान का कार्यक्रम पूर्ण हो गया। जिसके बाद उक्त मार्ग को आम श्रद्धालुओं के लिए भी खोल दिया गया।

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सुरक्षा में न हो चूक इसलिए डटे रहे अधिकारी

अखाड़ों के शाही स्नान में जरा सी चूक भारी पड़ सकती थी इसलिए छोटी सी छोटी कमी को भी अधिकारी गंभीरता से ले रहे थे। अपर पुलिस महानिदेशक एस.के. साबत खुद निकरानी रख रहे थे और निरीक्षण कर रहे थे। उनके साथ भारी संख्या में अर्ध सैनिक बल व जवान थे।

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हर अखाड़े के निकलने के बाद की जा रही थी सफाई

शाही स्नान के दौरान प्रत्येक अखाड़े के निकलने के बाद सफाई कर्मी झाडू लगा रहे थे। सफाई व्यवस्था के लिए सफाई कर्मियों की टीम को तैनात किया गया था।

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अखाड़ों के संग उनके हजारों भक्तों ने किया शाही स्नान

कुंभ मेले के दूसरे शाही स्नान पर अखाड़ों के साथ उनके हजारों की संख्या में भक्तों ने भी शाही स्नान के लिए अपने गुरू जनों के साथ हर हर गंगे, हर हर महादेव के उदघोष संग डटे रहे और शाही स्नान किया।

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