ठंड से गरीब की मौत, चंदे से अंतिम संस्कार...अब जागा प्रशासन
देश और प्रदेश में गरीबों का दिन रात ख्याल रखने का दावा करने वाली बीजेपी सरकार है लेकिन यूपी के शाहजहांपुर में जब चार बच्चो के पिता की ठंड से मौत हो गई तो अंतिम संस्कार करने के लिए परिवार को चंदा मांगना पड़ा। ऐसे में सिर्फ यही सवाल कौंधता है कहां हैं वो नेता जो गरीबों के उद्धार के लिए अपना तन मन स्वाहा कर रहे हैं।
शाहजहांपुर : देश और प्रदेश में गरीबों का दिन रात ख्याल रखने का दावा करने वाली बीजेपी सरकार है लेकिन यूपी के शाहजहांपुर में जब चार बच्चो के पिता की ठंड से मौत हो गई तो अंतिम संस्कार करने के लिए परिवार को चंदा मांगना पड़ा। ऐसे में सिर्फ यही सवाल कौंधता है कहां हैं वो नेता जो गरीबों के उद्धार के लिए अपना तन मन स्वाहा कर रहे हैं।
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मामला थाना रौजा के बरमौला गांव का है। यहां के रहने वाले बरसाती लाल मिश्रा बेहद गरीब थे। उनके पास रहने के लिए कच्चा मकान था। पत्नी तारा मिश्रा और चार बच्चे इस कच्चे मकान मे रहते हैं। मृतक की पत्नी तारा ने बताया कि बीते शुक्रवार की रात मेरे पति की ठंड से मौत हो गई थी। मेरे पास ओढ़ने के लिए कुछ भी नही है। खाने के लिए पैसे नहीं हैं। पति की बिमारी का इलाज भी नही करवा पाए। मेरे पति के पास एक कंबल था। जिसको वह जमीन पर बिछाकर आधे कंबल को ठंड से बचने के लिए लपेट लेते थे। ठंड लगने से शुक्रवार रात उनकी मौत हो गई।
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तारा कहती हैं कि 10 साल पहले सरकारी आवास देने के लिए मेरा पात्र सूची मे नाम आ गया था। लेकिन रिश्वत न देने पर आवास नहीं मिल पाया है। मेरे पास इतना पैसा नहीं था कि उनकी मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार कर देते। लेकिन हमारे गांव वालो ने चंदा इकट्ठा करके उनका अंतिम संस्कार कराया।
मामला जब मीडियाकर्मियों ने उठाया तब कहीं जिला प्रशासन नींद से जागा, और अब वो मदद की बात कर रहा है।
गांव के रहने वाले राम किशोर कहते हैं, बरसाती लाल भीख मांगकर बच्चो का पेट पालता था। बिमार होने के बाद उसकी पत्नी ने भीख मांगना शुरू कर दी। अब जब बरसाली लाल मिश्रा की ठंड से मौत हो गई। तो परिवार का बहुत बुरा हाल हो गया है। इनके पास रहने के लिए पक्का घर नही है। उनके घर मे आजतक शौचालय नही बना। सरकारी योजनाएं सिर्फ हवाहवाई है।
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एसडीएम सदर राम जी मिश्रा का कहना है कि शुक्रवार की रात बुजुर्ग की ठंड से मौत कि खबर मिली थी। बुजुर्ग पहले से भी बिमार था। पात्र सूची में उसका नाम है। उसको जल्द ही आवास बनाकर दिया जाएगा। साथ ही परिवार को आर्थिक मदद भी जल्द दी जाएगी।