Janmashtami 2022: शिवपाल ने दी बधाई, लेकिन किसे कहा 'कंस'
Janmashtami 2022: प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (SP supremo Akhilesh Yadav) के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है।
Janmashtami 2022: प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (SP supremo Akhilesh Yadav) के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है। विधानसभा चुनाव में शिकस्त झेलने के बाद चाचा –भतीजे के बीच कड़वाहट और बढ़ गई है। दोनों के बीच जुबानी जंग जारी है। इस बीच शिवपाल यादव ने जन्माष्टमी (Janmashtami 2022) के मौके पर यदुवंशियों को संबोधित करते हुए एक बधाई संदेश जारी किया है। यूपी के सियासी हलकों में प्रसपा प्रमुख के इस बधाई संदेश की खूब चर्चा हो रही है।
शिवपाल लिखते हैं, समाज में जब भी कोई 'कंस' अपने पूज्य पिता को छल बल से अपमानित कर पद से हटाकर अनाधिकृत अधिपत्य स्थापित करता है तो धर्म की रक्षा के लिए मां यशोदा के लाल ग्वालों के सखा योगेश्वर श्रीकृष्ण अवश्य अवतार लेते हैं और अपने योग माया से अत्याचारियों को दंड देकर धर्म की स्थापना करते हैं।
ट्वीटर पर लोगों ने शिवपाल को घेरा
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (Pragatisheel Samajwadi Party) के नेता शिवपाल सिंह यादव को ट्वीटर पर यूजर्स ने मौज ले ली। कुछ लोगों ने उनकी बीजेपी से बढ़ रही नजदीकी की तरफ भी इशारा किया। यादवेंद्र नामक एक यूजर लिखता है, लगता है ये लेटर बीजेपी के ऑफिस में टाइप किया गया है।
एक यूजर ने प्रसपा प्रमुख का मजाक उड़ाते हुए कहा, अरे भाई इस आह्वान में कहना क्या चाहते हो।
विनीत कुमार यादव नाम के एक यूजर लिखते हैं, ऐसा यदुवंशी कौन होगा जो कृष्ण को कंस बताकर उनके पिता की विरासत को हड़प कर जाना चाहता हो , और कृष्ण को सड़क पर लाने के सपने देखता हो।
वहीं पवन यादव नाम के एक यूजर ने शिवपाल पर बीजेपी के साथ मिली भगत करने का आरोप लगाते हुए लिखा, अपने आह्वान को योगी मोदी को समर्पित कर दो ईडी सीबीआई से बचे रहोगे बदले में बंग्ला सुरक्षा मिलती रहेगी।
प्रसपा प्रमुख और जसवंत नगर सीट से विधायक शिवपाल यादव लगातार अपने भतीजे पर हमलावर हैं। हालिया विधानसभा चुनाव में भी 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात करने वाले शिवपाल को महज एक सीट से संतोष करना पड़ा था। कई दफा शिवपाल यह बात भी बोले कि उन्होंने अपने लोगों की बलि सिर्फ इसलिए चढ़ा दी ताकि अखिलेश मुख्यमंत्री बन सके। मगर चुनाव में मिली करारी हार के बाद उन्होंने अखिलेश यादव के खिलाफ नए सिरे से मोर्चा खोल दिया।
अखिलेश भी उन्हें बीजेपी (BJP) में जाने की सलाह देकर पलटवार कर चुके हैं। शिवपाल के बीजेपी में जाने को लेकर कई बार अटकलें लग चुकी हैं। एक बार तो उन्होंने खुद स्वीकार किया था कि बीजेपी ने उन्हें केंद्र में मंत्री पद का ऑफर दिया था मगर उन्होंने ठुकरा दिया था।