Shravasti News: डीएम ने कहा- बहाने नहीं, मरीजों को इलाज दें अस्पताल
Shravasti News: डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने शुक्रवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए जिला संयुक्त चिकित्सालय में मरीजों की घटती संख्या पर नाराजगी जताई।;
DM Ajay Kumar Dwivedi expressed decreasing number of patients in the District Joint Hospital (Photo: Social Media)
Shravasti News : डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने शुक्रवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए जिला संयुक्त चिकित्सालय में मरीजों की घटती संख्या पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, अस्पताल प्रबंधन बहानेबाजी छोड़ संसाधनों का समुचित उपयोग कर अधिक से अधिक मरीजों को लाभ दे। डीएम ने जननी सुरक्षा योजना, आयुष्मान योजना, मातृ मृत्यु दर, परिवार नियोजन और अंधता निवारण की प्रगति पर भी चर्चा की। साथ ही, गर्भवती महिलाओं को अस्पताल न लाने वाली आशाओं को चेतावनी पत्र जारी करने, लंबित भुगतान शीघ्र निपटाने और सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया
डीएम ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन कर जिले की रैंकिंग सुधारे। जिले में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर रोकथाम के लिए कारगर कदम उठाए जाएं, ताकि स्वास्थ्य के देखभाल के अभाव में जिले में किसी भी गर्भवती अथवा धात्री महिला एवं नवजात शिशुओं की मृत्यु न होने पाए। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि आरसीएच पोर्टल पर गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं का पंजीकरण व अपडेशन शत-प्रतिशत किया जाए।
बैठक में पता चला कि यूपी हेल्थ डैशबोर्ड में जनपद श्रावस्ती पूरे प्रदेश में चौथे स्थान पर है। विगत माह यह यह जनपद 15वें स्थान था। जिस पर डीएम ने निर्देशित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन कर जिले की रैंकिंग में और सुधार लाया जाए। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि समस्त गर्भवती महिलाओं को प्रसव के उपरान्त धनराशि का भुगतान समय से शत-प्रतिशत करना सुनिश्चित करें। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत जन्मजात दोष से मुक्त बच्चों को चिन्हित करें एवं समय से इनका इलाज कराना सुनिश्चित करें। इसके लिए जन समुदाय को जागरूक करें।
वीएचएनडी फण्ड का उपयोग ग्राम प्रधान के सहयोग से आवश्यक सामग्री लेने हेतु उपयोग किया जाए। समस्त हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर पीएमएसए (प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित अभियान) दिवस के दौरान उपचार कराना सुनिश्चित किया जाए। संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने के लिए अधिक से अधिक उपकेन्द्रों को प्रसव केन्द्र के रूप में विकसित करें, जिससे जनपद में सुरक्षित संस्थागत प्रसव कराया जा सके। परिवार नियोजन के अन्तर्गत पुरूष एवं महिला नसबन्दी का लक्ष्य 31 मार्च तक अवश्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।बैठक का संचालन डीसीपीएम राकेश गुप्ता ने किया।
ये रहें मौजूद
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अशोक कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 राम गोपाल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ . वी के श्रीवास्तव, डॉ उदयनाथ, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ, यूनिसेफ के प्रतिनिधि सहित सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारीगण, हेल्थ पार्टनर्स एवं सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।