Shravasti news: नए आपराधिक कानूनों, वैज्ञानिक तरीकों से साक्ष्य संकलन को लेकर पुलिस अधिकारियों को दिया गया विशेष प्रशिक्षण

Shravasti News: मंगलवार को पुलिस लाइन सभागार में डीएम अजय कुमार द्विवेदी व एसपी घनश्याम चौरसिया की अध्यक्षता में भारतीय न्याय संहिता, नागरिक सुरक्षा संहिता एवं साक्ष्य अधिनियम के अंतर्गत पुलिस अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण, वैज्ञानिक तरीकों से साक्ष्य संकलन व विवेचना विषय पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया।;

Update:2025-02-18 19:55 IST

Shravasti News: मंगलवार को पुलिस लाइन सभागार में डीएम अजय कुमार द्विवेदी व एसपी घनश्याम चौरसिया की अध्यक्षता में भारतीय न्याय संहिता, नागरिक सुरक्षा संहिता एवं साक्ष्य अधिनियम के अंतर्गत पुलिस अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण, वैज्ञानिक तरीकों से साक्ष्य संकलन व विवेचना विषय पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया, जिसमें नये तीनों कानून के तहत पुलिस अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही वैज्ञानिक तरीकों से साक्ष्य संकलन व विवेचना की जानकारी दी गई।

इस दौरान बताया गया कि भारतीय न्याय प्रणाली को अधिक प्रभावी व पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से बीएनएस, बीएनएसएस व बीएसए अधिनियम लागू किया गया। इन अधिनियमों के प्रभावी क्रियान्वयन और पुलिस अधिकारियों को इनके प्रावधानों की जानकारी होनी नितांत आवश्यक है। विशेष प्रशिक्षण सत्र में विधि विज्ञान विशेषज्ञों की ओर से पुलिस अधिकारियों को कानूनों के अद्यतन प्रावधानों पर जानकारी दी गई। उपनिदेशक विधि विज्ञान प्रयोगशाला गोण्डा डॉ. राजकुमार की ओर से घटनास्थल से साक्ष्य संकलन, बलात्कार मामलों में डीएनए परीक्षण की प्रक्रिया, डिजिटल एविडेंस के संकलन व उनकी प्रामाणिकता सुनिश्चित करने संबंधी कार्यवाही की जानकारी दी गई।

उन्होंने डीएनए परीक्षण की प्रक्रिया, उसकी आवश्यकताओं और सटीकता को लेकर वैज्ञानिक उपायों के बारे में विस्तृत रूप से बताया। वैज्ञानिक सहायक डॉ. राकेश सिंह एवं वैज्ञानिक अधिकारी वीरेंद्र यादव द्वारा भी साक्ष्य संकलन की आधुनिक तकनीकों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई, जिससे विवेचक अधिकारियों को जटिल मामलों की जांच में सहायता प्राप्त हो सके। दौरान जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने हैंगिंग (फांसी) के मामलों की जांच प्रक्रिया, उनके कारणों और वैज्ञानिक परीक्षण विधियों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी और अधिकारियों को इस विषय पर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

इस प्रशिक्षण सत्र में विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफ एस एल ) के विशेषज्ञों द्वारा जनपद के अपर पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार यादव, पुलिस उपाधीक्षकगण, निरीक्षकगण एवं विवेचक अधिकारियों को क्राइम सीन मैनेजमेंट, फील्ड यूनिट के निरीक्षण, साक्ष्य संकलन की नवीनतम तकनीकों, डिजिटल फॉरेंसिक, अपराध अनुसंधान की वैज्ञानिक विधियों तथा भारतीय न्याय संहिता, नागरिक सुरक्षा संहिता एवं साक्ष्य अधिनियम में किए गए प्रमुख परिवर्तनों पर जानकारी दी गई।

वहीं, एसपी घनश्याम चौरासिया ने बताया कि यह प्रशिक्षण सत्र पुलिस कर्मियों की कार्यकुशलता एवं विवेचना की गुणवत्ता में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे अपराध अनुसंधान को अधिक वैज्ञानिक, सटीक एवं पारदर्शी बनाया जा सकेगा। इस प्रशिक्षण से पुलिस अधिकारियों को न केवल नए कानूनों की गहरी समझ प्राप्त हुई है ,बल्कि उन्हें व्यावहारिक रूप से क्राइम सीन मैनेजमेंट और साक्ष्य संकलन की नवीनतम तकनीकों में भी दक्षता प्राप्त हुई। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण अपर पुलिस महानिदेशक, गोरखपुर परिक्षेत्र के निर्देशन एवं पुलिस महानिरीक्षक, देवीपाटन परिक्षेत्र के पर्यवेक्षण में कराया गया है।

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