Shravasti News: तराई में मौसम ने लिया करवट,गरज के साथ बरसात जारी, किसानों के माथे पर बढ़ी चिंता की लकीरें
Shravasti News: तराई में मौसम ने यू-टर्न ले लिया है। इसका असर अलल सुबह लगभग तीन बजे से दिखने लगा। कई क्षेत्रों में धूल भरी आंधी के साथ ओले गिरे।;
तराई में मौसम ने लिया करवट,गरज के साथ बरसात जारी (SOCIAL MEDIA)
Shravasti News: तराई में मौसम ने यू-टर्न ले लिया है। इसका असर अलल सुबह लगभग तीन बजे से दिखने लगा। कई क्षेत्रों में धूल भरी आंधी के साथ ओले गिरे। श्रावस्ती -बहराइच बार्डर के गांवों में बड़ी साइज का ओला गिरा। आज सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से तराई के ज्यादातर इलाकों के ज्यादा जिलों में गरज-चमक के साथ बरसात जारी हैं। इसके पहले बुधवार को पूरे दिन बादल रहे तथा हल्की बूंदाबांदी हुई।
यहां-यहां हो रही बारिश
वृहस्पतिवार को सुबह लगभग तीन बजे से गरज के साथ रूक-रूककर बरसात विभिन्न इलाकों में हुई और बादलों की आवाजाही संग श्रावस्ती, बलरामपुर, बहराइच, आदि इलाकों में में रूककर बूंदाबांदी और बरसात जारी है। वहीं, बरसात होने से तराई में पिछले कई दिनों से चल रही भीषण उमस भरी तीखी गर्मी से बृहस्पतिवार को काफी राहत मिली हैं।इस बीच तराई में बादलों की आवाजाही और पुरवाई संग जगह -जगह- छिटपुट बूंदाबांदी देखने को मिल रही है। इससे तात्कालिक तौर पर पारे में काफी गिरावट से लोगों को राहत मिली है।
नगर पंचायत व नगर परिषद की खुली पोल
हालांकि, बुधवार को दिन के पारे में तो मामूली बढ़त रही, लेकिन पुरवाई की वजह से उमस भरी धूप की दोहरी मार रही। बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 0.4 डिग्री की बढ़त के साथ 38.4 डिग्री दर्ज हुआ। वहीं रात के पारे में एक डिग्री की बढ़त रही और तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। वहीं, वृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 21 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। वहीं मौसम के करवट लेने से व अचानक बरसात से लोगों को घरों में दुबकने पर भी मजबूर कर दिया है। लगभग सभी स्कूल और कोचिंग सेंटर भी बंद हो गए है। इसके साथ शहरी समेत,ग्रामीण इलाकों में नगर पंचायत व नगर परिषद की पोल खुल गई है।
10 फीसदी के बीच में ही फसलों का नुकसान हुआ
सफाई व्यवस्था नदारद है जिस कारण नालियां गंदगी से बंद पड़ी हुई है वहीं गलियों का गंदा पानी बीच सड़क पर बहने को मजबूर है।बरसात से पूरी तरह जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, जबकि खेतों में तैयार गेहूं और आम की फसलों का नुक़सान शुरू हो चुका है और किसान के पास ईश्वर से इस दुश्वारियों से बचने के लिए प्रार्थना करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं दिख रहा है। ऐसे किसान जिनका बेटा ,बेटी की पढ़ाई,शादी,दवाई सब खेती पर निर्भर है । उनके पास मन मारकर ईश्वर से प्रार्थना करने के अलावा कोई और रास्ता नहीं दिख रहा है। हालांकि कृषि विभाग का मानना है कि अभी तक पांच से 10 फीसदी के बीच में ही फसलों का नुकसान हुआ है।
मगर आगे ऐसे मौसम खराब रहा तो फसलों का नुकसान बढ़ना लाजमी है। कृषि विभाग ने किसानों को यह भी सुझाव दिया है कि खड़ी फसल में पानी निकासी की व्यवस्था कर ले जिससे नुकसान की कम संभावना रहेगी।इसी के साथ बीती रात से ही जिले की गिलौला, इकौना, लक्ष्मण नगर समेत तमाम क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।