Azamgarh News: पट्टीदारों ने युवक को पेड़ में बांधकर तड़पा-तड़पा कर मार डाला
Azamgarh News: भाजपा के पूर्व सांसद के करीबी युवक को आपसी विवाद में पट्टीदारों ने पेड़ में बांध पीट-पीटकर मार डाला। हमलावर पक्ष ने मृतक पर घर में घुसकर छेड़खानी का आरोप लगाया है।
Azamgarh News: भाजपा के पूर्व सांसद के करीबी युवक को आपसी विवाद में पट्टीदारों ने पेड़ में बांध पीट-पीटकर मार डाला। हमलावर पक्ष ने मृतक पर घर में घुसकर छेड़खानी का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामला पूर्व सांसद एवं भाजपा नेत्री नीलम सोनकर से जुड़ा बताया गया है। रसूलपुर बाजबहादुर ग्राम निवासी श्रवण कुमार सोनकर गोसाईं की बाजार में नींबू पानी बेचकर परिवार का भरण पोषण करता था। परिवार के अन्य लोग मछली पालन व्यवसाय से जुड़े हैं।
शुक्रवार की रात करीब 9 बजे श्रवण कुमार पोखरे की निगरानी कर रहे अपने परिवार के लोगों के लिए भोजन लेकर पोखरे पर गया और वहीं सो गया। देर रात करीब डेढ़ बजे उसकी नींद खुली तो वह घर चला आया। घर पहुंचने पर उसका पड़ोसियों से विवाद हुआ और मारपीट शुरू हो गई। घातक चोट लगने के कारण श्रवण की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक तीन भाई और तीन बहनों में दूसरे नंबर पर था। मृतक की बीते वर्ष 1 जून को कविता के साथ शादी हुई थी। घटना के समय पर उसकी मां सुभावती अपने मायके गई हुई थी।
घर पर मृतक की पत्नी और बहन लक्ष्मी अकेले थीं, जिससे विवाद में बीच- बचाव नहीं हो सका। घटना की जानकारी पाकर मृतक की मां घर पहुंची। घटना को लेकर मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मृतक के बड़े भाई अमरजीत सोनकर की तहरीर पर हमलावर पक्ष के आकाश, मुन्ना, भूरे एवं कन्हैया सोनकर के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपितों की तलाश में पुलिस जुट गई है। मृतक पक्ष का आरोप है कि मृतक श्रवण देर रात रात घर पहुंचा तो पड़ोसी पट्टीदारों ने उसे पेड़ में बाध कर लाठी- डंडे से मारना शुरू कर दिया।
श्रवण की चीख सुनकर उसकी बहन लक्ष्मी भागकर मौके पर पहुंची और हमलावरों से भाई को बचाने के लिए गुहार लगाने लगी। घायल श्रवण पानी के लिए चिल्लाता रहा लेकिन हमलावर मरते दम तक उसे पीटते रहे। वहीं आरोपित पक्ष का कहना है कि मृतक छेड़खानी की नियत से घर में घुसा हुआ था। मृतक श्रवण और आरोपी सगे पट्टीदार हैं। मृतक एवं आरोपितों के बीच पहले से अदावत चली आ रही है। पूर्व में भी दोनों पक्षों के बीच चल रहे विवाद को लेकर घर से लेकर थाने पर कई बार पंचायत भी हो चुकी थी।