Shrikant Tyagi: श्रीकांत त्यागी का गाली से जेल तक का सफर, भाजपा का मिला साथ तो खूद को समझा बड़ा गुंडा

Shrikant Tyagi: श्रीकांत त्यागी का मामला बीते चार-पांच दिनों से मीडिया में छाया हुआ था। दिल्ली के निकट होने और मामले से सत्ताधारी दल के तार जुड़ने के बाद मामले ने तूल पकड़ा।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2022-08-09 08:03 GMT

श्रीकांत त्यागी (photo: social media ) 

Shrikant Tyagi: नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसायटी में एक महिला के साथ बदसलूकी और गाली-गलौच करने का आरोपी श्रीकांत त्यागी कई दिनों तक फरार रहने के बाद आखिरकार मंगलवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। नोएडा पुलिस ने उसे मेरठ से गिरफ्तार किया है, उसके साथ तीन और लोगों को अरेस्ट किया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वह अपनी पत्नी और वकील से बातचीत करने की लगातार कोशिश कर रहा था। इसी चक्कर में वह गलती कर बैठा और पुलिस ने उसका लोकेशन ट्रैक कर लिया।

श्रीकांत त्यागी का मामला बीते चार-पांच दिनों से मीडिया में छाया हुआ था। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निकट होने और मामले से सत्ताधारी दल के तार जुड़ने के बाद इस मामले ने खूब तूल पकड़ा। विपक्षी पार्टियां भी इसे लेकर योगी सरकार और बीजेपी के खिलाफ लामबंद हो गईं। सरकार पर कार्रवाई का जबरदस्त दवाब था। तीन – चार दिनों तक श्रीकांत के फरार रहने के कारण पुलिस की भी काफी फजीहत हो रही थी। आइए एक नजर इस पूरे मामले पर डालते हैं।

वीडियो ने श्रीकांत की दादागिरी की खोली पोल

पांच अगस्त को सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें श्रीकांत त्यागी एक महिला के साथ बदसलूकी और गाली-गलौच करते नजर आ रहे हैं। महिला उन पर फ्लैट के सामने की अतिक्रमित जगह पर पेड़ लगाने का आरोप लगा रही है। श्रीकांत त्यागी उन्हें रोकते हुए अभद्रता कर रहे हैं, वो महिला को धक्का देते हुए दिखाई दे रहे हैं। उस दौरान सोसायटी के कई और लोग भी वहां मौजूद थे। महिला के साथ बदसलूकी का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और श्रीकांत के व्यवहार की आलोचना होने लगी। उनके खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग भी होने लगी।

मामले ने तूल तब पकड़ा, जब श्रीकांत त्यागी के बारे में पता चला कि वो बीजेपी का एक रसूखदार नेता है। वह इसी तरह सोसायटी में आए दिन अपनी धौंस दिखाते रहता है। मामला गरमाने के बाद उनके खिलाफ शिकायत दर्ज हुई। लेकिन इससे पहले की पुलिस उसको गिरफ्तार करती, वो फरार हो गया। त्यागी के बड़े भाजपा नेताओं के साथ फोटो वायरल होने के बाद आरोप लगने लगे कि उसके खिलाफ जानबूझकर ढूलमुल रवैया अपनाया जा रहा है। इस पर बीजेपी तुरंत सक्रिय हुई और स्थानीय सांसद महेश शर्मा सोसायटी पहुंचे और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही।

सोसायटी के लोगों को धमकाने की कोशिश

बीजेपी इस मामले को ठंडा करने की कोशिश कर ही रही थी कि इस बीच रविवार रात को एक ऐसी घटना हुई जिसने इस पूरे मामले में आग में घी डालने का काम कर दिया। दरअसल रविवार रात आरोपी श्रीकांत त्यागी के करीब 15 गुंडे सोसायटी में आ धमके। वो लाठी और डंडों से लैस थे। उन्होंने सोसायटी के लोगों पर पत्थरबाजी भी की। लोगों ने बताया कि गुंडे वीडियो वाली महिला के घर का पता भी पूछ रहे थे। बाद में 15 में से करीब सात लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसमें से कुछ भाजपा के कार्यकर्ता भी थे। इसने बीजेपी के लिए स्थिति और असहज कर दी। हालांकि, भाजपा के तमाम नेता शुरू से ही सफाई देने लगे थे कि श्रीकांत त्यागी का बीजेपी से कोई लेना देना नहीं है।

अपने ही सरकार पर भड़के बीजेपी सांसद

इस घटना की जानकारी मिलते ही एकबार फिर रात में ही नोएडा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा ओमैक्स सोसायटी पहुंचे। यहां आक्रोशित लोगों ने उन्हें घेल लिया। तब भीड़ से ही शर्मा ने यूपी सरकार के एसीएस (गृह) अवनीश अवस्थी को फोन लगाकार इस घटना को लेकर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उनके निशाने पर खासतौर पर नोएडा पुलिस और यहां के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह थे। तमतमाए महेश शर्मा ने नोएडा पुलिस कमिश्नर को लेकर अपमानजनक शब्द का भी इस्तेमाल कर दिया, जो मीडिया के कैमरों में कैद हो गया। इस पर भारी विवाद हुआ था।

नोएडा सांसद ने सोसायटी में त्यागी के गुंडों द्वारा मचाए गए उत्पात पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि हमें शर्मिंदगी महसूस हो रही है। हमारी सरकार है। 15 लड़के सोसाइटी में कैसे आए? इससे बड़ी शर्म की बात नहीं हो सकती है।' बीजेपी सांसद ये बातें एसीएस (गृह) अवनीश अवस्थी को फोन पर कह रहे थे। इसके बाद लखनऊ से भी मामले पर कड़ी कार्रवाई करने का प्रेशर बढ़ा।

सोमवार को सोसायटी में पहुंचे बुलडोजर

इस मामले ने अब तक योगी सरकार की काफी किरकिरी करा दी थी। लिहाजा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रूख अपनाते हुए श्रीकांत त्यागी के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई करने को कहा जो कि नजीर बन सके। अगले दिन यानी सोमवार सुबह नोएडा विकास प्राधिकरण की टीम बुलडोजर लेकर सोसायटी पहुंची और त्यागी के घर के बाहर बने अवैध निर्माण को गिरा दिया। इस दौरान महिलाओं ने ताली बजाकर कार्रवाई का स्वागत किया। इसके अलावा श्रीकांत की अन्य संपत्तियों पर भी कार्रवाई का काम शुरू हुआ। पैतृक गांव भंगेड़ स्थित उसके कई दुकानों पर जीएसटी की टीम छापेमारी के लिए पहुंची। प्रशासन यहां भी अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने की तैयारी कर रहा है।

ऋषिकेश में मिला आखिली लोकेशन लेकिन मेरठ से हुआ गिरफ्तार

पुलिस कार्रवाई की डर से शनिवार को ही श्रीकांत त्यागी अपने ठिकाने से फरार हो गया। वो पुलिस को छकाते हुए उत्तराखंड में घुस गया। इधर पुलिस पर उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दवाब बढ़ रहा था। फरार रहने के दौरान ही उसने सूरजपुर कोर्ट में सरेंडर के लिए अर्जी दायर की थी, जिस पर बुधवार को सुनवाई होनी है। पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते उसके खिलाफ 25 हजार रूपये का इनाम घोषित कर दिया था। पुलिस को उसकी लास्ट लोकेशन ऋषिकेश में मिली थी। लेकिन उसके बाद से उसका कोई अता – पता नहीं चल रहा था। फिर अचानक पुलिस को उसके यूपी में ही छिपे होने की सूचना मिली। पुलिस ने इस जानकारी को लीक किए बगैर उसे मेरठ से आज गिरफ्तार कर लिया।

पीड़ित महिला को दी गई सुरक्षा

इस घटना के बाद सोसायटी में सुरक्षा के तगड़े प्रबंध किए गए हैं। सोसायटी में जाने वाले हर व्यक्ति की सघन जांच हो रही है। इसके अलावा पीड़ित महिला की सुरक्षा में भी दो पीएसओ लगाए गए हैं। वहीं इस मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों पर गाज भी गिरी है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि घटना के बाद सोसायटी की सुरक्षा में लगाए गए एक प्रभारी निरीक्षक, एक सब इंस्पेक्टर और चार कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है।

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