Shrikant Tyagi: श्रीकांत की पत्नी अनु त्यागी ने दोबारा से लगाए पौधे, अल्टीमेटम देने वाले अफसर का तबादला
Shrikant Tyagi: नोएडा प्राधिकरण की कल की कार्रवाई के बाद देर शाम श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी ने घर के बाहर उखाड़े गए सभी पाम के पेड़ों को दोबारा से लगा दिया है।
Shrikant Tyagi: नोएडा प्राधिकरण की कल की कार्रवाई के बाद देर शाम श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी ने घर के बाहर उखाड़े गए सभी पाम के पेड़ों को दोबारा से लगा दिया है। हालांकि प्राधिकरण के तीन देर रात 12:00 बजे तक सोसाइटी के अंदर ही रही लेकिन विरोध के चलते पेड़ों को नहीं उखाड़ पाए हाई कोर्ट से स्टे मिलने के बाद यथास्थिति बनाए रखने के लिए कहा गया है। पुलिस प्रशासन और प्राधिकरण दोनों ही इस मामले को लेकर काफी गंभीर हैं। अनु त्यागी के द्वारा लगाए गए पेड़ों को दोबारा से उखाड़ा जाएगा। इसको लेकर प्राधिकार ने चुप्पी साध रखी है। वही 48 घंटे का अल्टीमेटम देने वाले अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रवीण मिश्रा का तबादला नमामि गंगे में कर दिया गया है वही एक दूसरे मामले में प्राधिकरण के प्रधान महाप्रबंधक राजीव त्यागी का तबादला यूपी सीडा कानपुर किया गया है। इस मामले में थाना फेस-2 ने करीब 25 लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है। यह लोग सरकारी काम में बाधा डाल रहे थे।
प्राधिकरण 17 मकानों से हटाया था अवैध निर्माण
सेक्टर-93 बी स्थित ग्रैंड ओमैक्स सोसायटी में शुक्रवार को अतिक्रमण हटाने गई नोएडा प्राधिकरण की टीम को निवासियों का भारी विरोध को झेलना पड़ा। इसके कई घंटे तक कार्रवाई बाधित रही। हालांकि भारी पुलिस बल के सहयोग से नोएडा प्राधिकरण ने अतिक्रमण हटाने का काम शुरू किया। इसके बाद कुछ निवासियों ने खुद अपना अवैध निर्माण हटाना शुरू किया। शाम करीब चार बजे तक करीब 17 से ज्यादा माकनों के अवैध निर्माण हटाए गए।
प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि ये लोग अपना अवैध निर्माण नहीं हटाते तो दोबारा से यहा ड्राइव चलाई जाएगी। बता दें कि कि दो दिन पहले नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रवीन मिश्र ने सोसायटी निवासियों को 48 घंटे में फ्लैट के बाहर किए गए अवैध निर्माण को हटाने के निर्देश दिए थे। बृहस्पतिवार की देर शाम निवासियों को प्राधिकरण की ओर से दी गई मोहलत समाप्त हो गई। ऐसे में शुक्रवार की सुबह नोएडा प्राधिकरण का तोड़फोड़ दस्ता ओएसडी डा अविनाश त्रिपाठी व इंदु प्रकाश सिंह के नेतृत्व में नियोजन विभाग महाप्रबंधक इश्तियाक अहमद के साथ सोसायटी पहुंचा, लेकिन सोसायटी की महिलाओं ने उन्होंने कार्रवाई करने से रोक दिया और धरना देकर गेट पर बैठ गई। इस दौरान प्राधिकरण के भ्रष्टाचार और योगी सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने सोसायटी एओए और सिक्योरिटी अधिकारियों से बातचीत कर कार्रवाई के लिए तोड़फोड़ टीम का प्रवेश अंदर करा दिया लेकिन कुछ महिलाओं और निवासियों ने प्राधिकरण की ओर से होने वाली कार्रवाई में व्यवधान डाला, लेकिन अधिकारी नहीं माने। धीरे-धीरे पूरी सोसायटी का भ्रमण करने के बाद कई बुलडोजर और डंपर को सोसायटी के अंदर बुला लिया। इसके बाद तोड़फोड़ कार्रवाई शुरू कर दी। हालांकि इस दौरान जिन लोगों ने फ्लैट के बाहर अवैध निर्माण कर रखा था, उन्होंने अपना आक्रोश प्रकट किया, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी में आक्रोशित लोगों की एक न चली।
कुछ ने खुद ही अवैध निर्माण हटाया
प्राधिकरण की कार्रवाई होते देख कुछ लोगों ने बाहर से कामगारों को बुला लिया। अपने अपने फ्लैट के बाहर अतिक्रमण को हटवाना शुरू कर दिया। प्राधिकरण अधिकारियों से आग्रह करते रहे कि वह कार्रवाई करेंगे तो अधिक नुकसान होगा। ऐसे में हम अपने खर्च पर ही अतिक्रमण को हटा लेंगे।
कुछ का निर्माण छोड़ा गया, आपत्ति
प्राधिकरण की तोड़फोड़ टीम पर कुछ लोगों ने भेदभाव करने का आरोप भी लगाया कि कुछ लोगों का अतिक्रमण हटाया गया और कुछ लोगों का अतिक्रमण यह कह कर छोड़ दिया गया कि वह खुद हटा लें। जिसको लेकर लोगों में नाराजगी रही।
वकील-प्राधिकरण अधिकारियों के बीच टकराव
सोसायटी की एओए पदाधिकारी बार-बार नियोजन विभाग महाप्रबंधक इश्तियाक अहमद से आग्रह कर रहे थे कि वह एक सप्ताह का समय दे दिया जाए लेकिन अधिकारी ने एओए पदाधिकारियों से कहा कि दो वर्ष पहले नोटिस जारी किया गया, 48 घंटे का समय दो दिन पहले भी दिया गया था, लेकिन फिर भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया। तभी एडवोकेट मौके पर आ गए। उन्होंने अधिकारियों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। बार-बार नोटिस की कापी और कोर्ट से तोड़ने के आदेश की कापी मांगने लगे। इस दौरान उन्होंने बुलडोजर का तोड़फोड़ करने से रोक दिया। इसके बाद वह अधिकारियों की तलाश में सोसायटी के दूसरे हिस्से में पहुंच गए और वहां ओएसडी से बहस करने लगे। ओएसडी ने उन्हें नोटिस की कापियां दिखाकर शांत किया। इसके बाद वह दो दिन का समय मांगने लगे लेकिन अधिकारियों ने कार्रवाई को नहीं रोका।
श्रीकांत त्यागी के बाहर लगे पेड़ उखाड़े
तोड़फोड़ टीम ने अवैध रूप से पाम के पेड़ लगाकर कामन एरिया को इस प्रकार से अतिक्रमण किया गया था, जिसका इस्तेमाल पड़ोस में रहने वाले लोग नहीं कर सकते थे, जिसको भी कार्रवाई के दौरान हटाया गया। इस दौरान श्रीकांत त्यागी के फ्लैट के बाहर लगे 17 पेड़ों में से 12 पेड़ों को तोड़फोड़ टीम ने हटा दिया।
क्या रही टाइम लाइन
26 सितंबर को ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी के बाहर अन्नु त्यागी ने प्रदर्शन किया और पेड़ लगाने का अल्टीमेटम दिया।
27 सितंबर को त्यागी के घर के बाहर पेड़ लगा दिए गए किसने लगाए इसकी जानकारी किसी को नहीं है।
27 सितंबर की शाम को नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ प्रवीन मिश्र ने सोसायटी के फ्लैटों में अवैध निर्माण को हटाने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया।
27 की रात से भाकियू नेता मांगे राम त्यागी और उनके समर्थकों ने प्रदर्शन किया।
28 को प्राधिकरण की टीम सर्वे करने पहुंची ओमेक्स गई और बताया कि कहा कहा अवैध निर्माण किया है।
29 को ग्रेंड ओमेक्स सोसायटी के लोग आर्डर पर स्टे लेने के लिए हाईकोर्ट गए।
30 को नोएडा प्राधिकरण की टीम ने यहा फ्लैटों में बने अवैध निर्माण को ढहा दिया।