UP News: सिक्किम ट्रक दुर्घटना में उन्नाव के श्याम सिंह शहीद, चीख-पुरकार से दहला गांव
Unnao News: उन्नाव के मौरावां थाना क्षेत्र के गुलहरिया मजरा ककरारीखेड़ा गांव का रहने वाला श्याम सिंह यादव भी शहीद हो गए। जवान के शहीद की खबर जैसे ही जिले में पहुंची तो हर किसी की आंखें नम हो गई।
Unnao News: शुक्रवार को सिक्किम के जेमा में आर्मी का ट्रक खाई में गिरने से 16 जवान शहीद हो गए। इसमें उन्नाव का लाल भी काल के गाल में समा गया। जवान के शहीद होने की जानकारी जैसे ही जिले में पहुंची वैसे ही उसके परिजनों का रो-रो कर बेहाल हो गए। गांव में लोगों की भीड़ इकट्ठा है, हर तरफ गम का माहौल व्याप्त हो गया है। शुक्रवार को सेना के जवान चटन से थंगू जा रहे थे। तभी सिक्किम के जेमा में आर्मी का ट्रक मोड में फिसल गया और सीधे खाई में जा गिरा।
ट्रक के खाई में गिरने से 16 जवानों की मौत हो गई। जिसमें उन्नाव के मौरावां थाना क्षेत्र के गुलहरिया मजरा ककरारीखेड़ा गांव का रहने वाला श्याम सिंह यादव भी शहीद हो गया। जवान के शहीद की खबर जैसे ही जिले में पहुंची तो हर किसी की आंखें नम हो गई। इधर बेस कैम्प से परिजनों को फोन आया तो इस सूचना से परिवार में कोहराम मच गया। पूरी रात से परिजनों का रो रो कर आहत होते रहे। गांव में मातम पसरा है। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर भी पोस्ट डाल कर सेना के जवानों को श्रद्धांजलि दी। वहीं, श्याम सिंह यादव की मौत की खबर पर उसके स्थानीय साथी भी बेहाल हो उठे। उन्नाव के जवान की मौत की सूचना पर प्रशासन भी उसके घर पहुंच गया है।
छुट्टी खत्म होने पर 8 दिसंबर को गया था ड्यूटी पर
मौरावां थाना क्षेत्र के ककरारीखेड़ा गांव निवासी सुंदर लाल यादव के 30 वर्षीय बेटे श्याम सिंह यादव की 2011 में सेना में नायक के पद पर भर्ती हुए थे। उसका विवाह 2013 में पहराखेड़ा थाना हरचन्दपुर रायबरेली निवासी विनीता से विवाह हुआ था। पत्नी विनीता अपने 8 वर्षीय बेटे अमन के साथ घर में रह रही हैं। श्याम चार भाई बहनों में तीसरे नंबर के इकलौता बेटा था। छुट्टियां खत्म होने से 8 दिसम्बर को घर से वापस ड्यूटी पर सिक्किम गया था। शुक्रवार की रात को परिवार के ही सेना में अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल शिव कुमार सिंह यादव ने फोन पर सूचना दी। जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मां शांती देवी व पिता सुंदर लाल तथा पत्नी विनीता सहित सभी परिजनों का रो रोकर बेहाल हो उठे। सूचना मिलते ही सगे संबंधी आदि घर पर सांत्वना देने पहुंच रहे हैं।