Siddharthnagar News: स्वामी प्रसाद मौर्य बोले, धर्म के नाम पर जनता को बनाया गुलाम, भाजपा खुद हो गई मालामाल
Siddharthnagar News: पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में विधान परिषद स्वामी प्रसाद मौर्य ने बुधवार को भारतीय जनता के साथ साथ इनकी सरकार और प्रधानमंत्री पर कटाक्ष किया।
Siddharthnagar News: पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में विधान परिषद स्वामी प्रसाद मौर्य ने बुधवार को भारतीय जनता के साथ साथ इनकी सरकार और प्रधानमंत्री पर कटाक्ष किया। भनवापुर ब्लाक के बुढ़ऊ चौराहे पर आए स्वामी प्रसाद ने कहा कि धर्म के नाम पर भाजपा ने आपको गुलाम बनाया और खुद मालामाल हो गई। इस सरकार की असलियत को समझने की जरूरत है। सरकार संवैधानिक मूल्यों को तहस-नहस करने पर उतारू है। जनता से आह्वान किया कि यदि संविधान को बचाना है तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार को उखाड़ फेंकना होगा। इसके लिए सभी लोग अभी से दृढ़ संकल्पित हो जाएं।
संविधान बचाओ महासम्मेलन में आए थे स्वामी प्रसाद
बुढ़ऊ चौराहे पर बुधवार को संविधान बचाओ महासम्मेलन आयोजित किया गया। इसको संबोधित करने के लिए पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वे पिछड़े वर्ग के हैं, पर वे इस वर्ग के वे हो ही नहीं सकते हैं। यदि होते तो पिछड़ों, गरीबों, आदिवासियों का दर्द जरूर समझते। पिछड़े के नाम पर वे सिर्फ धोखा है और पिछड़ों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। बीजेपी सरकार पूंजीपतियों के हाथ की कठपुतली बन गई है। संविधान पर भी इस सरकार का भरोसा नहीं रह गया है। अपनी समस्याओं व अधिकार के लिए कोई आवाज उठाता है तो उसकी आवाज दबा दी जाती है। जनता के हितों पर सरकार पूरी तरह से विफल है।
इन्होंने भी किया संबोधित
नीरज पटेल ने कहा कि संविधान जीवित है अंतरजाति विवाह कीजिए। वर्ण व्यवस्था स्वयं भर भरा के गिर जाएगी। गोबर पूजन बंद कीजिए, वर्ण व्यवस्था खुद खत्म हो जाएगी। पूर्व विधायक अमर सिंह चौधरी ने कहा कि संविधान कैसे बचेगा, जब दलित वर्ग के लिए नगर पंचायत में एक भी सीट आरक्षित नहीं की गई। सभी को साजिशों से सावधान रहना होगा।
इनकी रही उपस्थिति
आयोजक राम नयन मौर्य, डुमरियागंज विधायक सैयदा खातून, सपा जिलाध्यक्ष लालजी यादव, चिंकू यादव, घिसियावन यादव, बेचई यादव, बहरैची, पुनीत गौतम, राम संवारे, गुरू प्रसाद, शिवचंद, आरपी यादव, बालजी मौर्य, राधेश्याम, आदि उपस्थित रहे।