Siddharthnagar: मां अचिरावती महोत्सव में उमड़ा आस्था का जनसैलाब, श्रद्धालुओं ने जमकर लगाए जयकारे
Siddharthnagar News: धार्मिक, सांस्कृतिक अभियान के अंतर्गत विगत 12 वर्षों से लगातार गंगा दशहरा का पर्व डुमरियागंज राप्ती नदी तट पर धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है।
Siddharthnagar News: रविवार को गंगा दशहरा पर्व राप्ती नदी तट पर धर्म रक्षा मंच के तत्वाधान में आयोजित मां अचिरावती महोत्सव में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से विधि विधान से पूजन व 1001 दीप प्रज्वलित कर मां अचिरावती राप्ती की आरती उतारी। कार्यक्रम का आरम्भ पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने मां गंगा के चित्र पर माल्यापर्ण व पुष्प अर्पित कर किया। वही पंडित राकेश शास्त्री, स्वामी आलोकानंद शास्त्री व शुभम शास्त्री ने वैदिक मंत्रोच्चारण व विधि विधान से पूजन कर लोक कल्याण व क्षेत्र, क्षेत्रवासियों के कुशलता की कामना की । भीषर्ण गर्मी में हनुमान चालीसा के पाठ के बाद तेज हवाएं चलने लगी जिस पर श्रद्धालुओं ने जमकर जयकारे लगाए।
पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि धार्मिक, सांस्कृतिक अभियान के अंतर्गत विगत 12 वर्षों से लगातार गंगा दशहरा का पर्व डुमरियागंज राप्ती नदी तट पर धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। धर्म रक्षा मंच के बैनर तले सत्य सनातन, धार्मिक, सांस्कृतिक विरासत को बढावा देने के उद्देश्य से लगातार काम किया जा रहा है। जिससे आने वाली पीढ़ियों में धर्म, संस्कृति, पर्व आदि का प्रसार हो सके।
उन्होंने बताया कि मान्यता है कि गंगा दशहरा पर मां गंगा की पूजा करने से भगवान विष्णु की अनंत कृपा प्राप्त होती है। माना जाता है कि जब मां गंगा स्वर्ग से पृथ्वी पर अवतरित हुई तो वह ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि थी, तभी से इस तिथि को गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है। ऐसे उत्सव से भारतीय सनातन धर्म और परंपराएं प्रगाढ़ होंगी। कार्यक्रम का उद्देश्य हिंदुत्व और भारतीय संस्कृति के प्रति लोगों को जागरूक करना है, जिससे समाज में फैली कुरीतियों को समाप्त कर समरसता कायम कि जा सके। उन्होंने बताया कि सत्य सनातन, धार्मिक, सांस्कृतिक विरासत को बढावा देने वाले कार्यक्रम निरंतर जारी रहेंगे।
पूर्व मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी ने बताया कि गंगा दशहरा का आध्यात्मिक, सांस्कृतिक महत्व है, ऐसे आयोजनों से पर्यावरण की दृष्टि से नदियों के साफ सफाई व महत्व के प्रति लोगों में जागरूकता होती है, जबसे यहां अभियान शुरू हुआ है तब से राप्ती का तट काफी स्वच्छ व सुंदर हो गया है। गंगा दशहरा के पर्व को गंगावतरण दिवस के नाम से भी जाना जाता है। इस त्योहार को भारत में बहुत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया है। भारत में सभी नदियों को गंगा की सहायक नदी मानकर उनका पूजन किया जाता हैं। ऐसी मान्यता है कि आज के दिन देवी गंगा की पूजा करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है।
कार्यक्रम में आये कई कलाकार
भजन संध्या के कार्यक्रम में गायिका दीपिका मिश्रा गोण्डा, गायक अंकित शुक्ला गोण्डा आदि की टीम ने श्री गणेश वंदना से आरंभ कर, सजा दो घर को गुलशन सा अवध में राम आए है...., मेरे झोपड़ी के भाग्य खुल जायेंगे राम आयेंगे... आदि एक से बढ़कर एक सुंदर भजन प्रस्तुत कर भक्तिमय माहौल बनाकर श्रद्धालुओं को ढेर रात खूब झुमाया, वही कार्यक्रम में सहयोगी कलाकार ढोलक पर अजय शुक्ला, कीबोर्ड पर टिंकू शुक्ला, पैड पर अमित तिवारी आदि कलाकारों ने अपने बध्यंत्रो से श्रद्धालुओं का भरपूर मनोरंजन किया। कार्यक्रम के अंत में राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने गंगा दशहरा की बधाई देते हुए सभी श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित कर कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए धर्म रक्षा मंच की पूरी टीम व आये हुए श्रद्धालुओं को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान उपजिलाधिकारी डॉ संजीव दीक्षित, तहसीलदार संतराज सिंह, अधिशाषी अधिकारी महेश प्रताप श्रीवास्तव, रामकुमार कुंवर, लालजी त्रिपाठी, हरीशंकर सिंह, अलोकानंद शास्त्री, राकेश शास्त्री, शुभम शास्त्री, नरेंद्र मणि त्रिपाठी, लवकुश ओझा, डॉ० दशरथ चौधरी, राजेंन्द्र दुबे, विनोद उर्फ पप्पू श्रीवास्तव, चंद्रप्रकाश उर्फ चंदू चौधरी, धर्मराज वर्मा, दिलीप उर्फ छोटे पाण्डेय, विकास जायसवाल, अजय गुप्ता, लालजी शुक्ला, मधुसूदन अग्रहरि, प्रियंका श्रीवास्तव, सुषमा श्रीवास्तव, ऐडवोकेट इंद्रमणि पाण्डेय, प्रदीप कसौधन, राजीव अग्रहरि, शत्रुहन सोनी, संतोष पासवान, शत्रुधन मिश्रा, अंकित श्रीवास्तव, अमरेंद्र त्रिपाठी, रमेशधर द्विवेदी, राजकुमार चौधरी, विनय पाठक आदि सहित भारी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित रहें।