Siddharthnagar News: सांसद जगदंबिका पाल ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा, बांटे बाढ़ राहत किट
Siddharthnagar News: इस मौके पर सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा कि योगी और मोदी की सरकार बाढ़ पीड़ितों को हर संभव सहायता देने के लिए तत्पर है।
Siddharthnagar News: डुमरियागंज के सांसद जगदम्बिका पाल ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत सामग्री वितरण किया। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार के साथ प्रशासनिक अमला भी मौजूद रहा। सांसद जगदंबिका पाल ने नौगढ़ तहसील के टड़िया बाज़ारगांव पहुंचे जहां बाढ़ राहत के लिए लगाए गए कैंप में मौजूद टड़िया बाजार, बंगरा, पेंडारी, मर्वतीय, के सैकड़ों की संख्या में बाढ़ पीड़ितों में शासन द्वारा उपलब्ध कराए गए।
सांसद ने बांटे बाढ़ राहत किट
बाढ़ राहत किट में मौजूद सामानों को पाकर बाढ़ पीड़ितों के चेहरे पर खुशियां देखने को मिली। इस मौके पर सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा कि योगी और मोदी की सरकार बाढ़ पीड़ितों को हर संभव सहायता देने के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अधिकारियों को निर्देश है कि बाढ़ पीड़ित गांव में फंसे लोगों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाए और राशन से लेकर दवाइयां तक की कोई भी कमी उन्हें न होने पाए। उन्होंने कहा कि सिद्धार्थनगर जिले के पांचो तहसीलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र क्षेत्र में राहत सामग्री बांटी जा रही है। उन्हें जो भी परेशानी है उनको जानकर उन्हें तत्काल दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश है कि बाढ़ प्रभावित कोई भी परिवार बाढ़ राहत सामग्री से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि जो फसलें बर्बाद हुई हैं उनका आकलन करने के लिए निर्देशित कर दिया गया है।उन्हें उनके फसल का ज्यादा से ज्यादा मुआवज़ा दिलाने की कोशिश करेंगे।
अलर्ट पर स्वास्थ्य विभाग की टीम
बाढ़ राहत सामग्री बांटने आए मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार ने कहा कि सिद्धार्थनगर जिले में लगभग 300 गांव प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि जो भी गांव प्रभावित हैं मुख्यमंत्री के आदेश के अनुसार उनको बाढ़ राहत वितरण किट बांटी जा रही है। उन्होंने कहा कि सिद्धार्थनगर जिले में हर रोज करीब 5 हज़ार किट बांटी जा रही है। साथ ही बताया कि जहां-जहां सड़क कट गई है उन सड़कों की मरम्मत बाढ़ का पानी जैसे-जैसे घट रहा है युद्ध स्तर पर कराया जाएगा। साथ ही साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट है जो गांव में गर्भवती महिलाओं और अन्य बीमार व्यक्तियों की देखरेख के लिए गांव में जाकर उन्हें दवाइयां दे रही है।